चीनी राष्टाध्यक्ष हू चिनथाओ ने 13 जून को अस्ताना में कज्ज़ाकिस्तान के राष्ट्रपति नरसल्तान नाज़ार्बयेव से वार्ता की।दोनों नेताओं ने संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किये और समान रूप से चीन और कज्ज़ाकिस्तान की चतुर्मुखी तौर पर रणनीतिक साझेदार संबंधों का विकास करने की घोषणा की।
वार्ता के दौरान चीन-कज्ज़ाकिस्तान के चतुर्मुखी तौर पर रणनीतिक साझेदार संबंधों के विकास के लिये हू चिनथाओ ने निम्म सुझाव पेश किया कि दोनों देश ईमानदार व विश्वसनीय राजनीतिक साझेदार बनें और लगातार आपसी समझ तथा विश्वास बढ़ाएं,एक दूसरे के आपसी लाभदायक आर्थिक व व्यापारिक साथी बनें और उचित समय पर प्रधानमंत्रियों के बीच नियमित वार्ता की व्यवस्था शुरू करें,वर्ष 2015 तक चीन और कज्ज़ाकिस्तान के बीच व्यापार की राशि 40 अरब डॉलर तक बढ़ाने के लिये समान कोशिश की जाए,स्वच्छ ऊर्जा तथा नयी ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग मज़बूत किया जाए, सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान व सहयोग बढ़ाया जाए,तकनीकी क्षेत्र में दोनों देश साथ-साथ नवाचार करने वाले साथी बनकर हाई-टेक के संशोधन करने तथा तकनीकी उपलब्धियों का उद्योगों में प्रयोग करने के लिये सहयोग मज़बूत किया करें,सुरक्षा के क्षेत्र में दोनो देश सहयोगी बनकर कट्टर धार्मिक शक्ति,अलगाववादी शक्ति तथा अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी शक्ति और मादक पदार्थों की तस्करी समेत अंतर्राष्ट्रीय अपराधों को रोकने पर ज़्यादा बल दें। हू चिन थाओ ने उम्मीद जतायी कि चीन और कज्ज़ाकिस्तान एक दूसरे का साथ देने वाले अंतर्राष्ट्रीय साझेदार बन सकेंगे और अहम अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मुद्दों पर संपर्क तथा समन्वय बनाये रख सकेंगे।
ना़जार्बयेव के अनुसार कज्ज़ाकिस्तान सुदृढ़ रूप से चीन के प्रति मैत्रीपूर्ण नीति का पालन करता रहेगा।दोनों पक्षों को राजनीतिक तौर पर आपसी विश्वास बढ़ाकर ऊर्जा.गैर-संसाधन,यातायात,बुनियादी सुविधाओं,तकनीक और मानवीय क्षेत्रों आदि में कारगर सहयोग मज़बूत करना चाहिये।इसके अलावा दोनों देशों को सुरक्षा सहयोग और अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मसलों पर वार्ता और समन्वय भी बढ़ाना चाहिये।
(लिली)