चीन का थाईवान द्वीप एक चुंबकीय भूमि है। यह चुम्बन दर्शनीय प्राकृतिक सौंदर्य का ही नहीं, बल्कि शांत समुद्री खाड़ी का और सीधा सादा स्थानीय रीति रिवाज का भी है। यहां पर समुद्री लहरों की आवाज सुनने के साथ साथ स्थानीय गाढ़ी ऐतिहासिक संस्कृति की जानकारी मिल सकती है, साथ ही स्थानीय निवासियों का सहज जीवन भी अलग दास्तां बयां करता है। हम आप को चीन के थाईवान द्वीप के दक्षिण पश्चिम में समुद्री जल क्षेत्र में स्थित प्यीनतुंग काउंटी के अधीन छो़टा ल्युछ्यो द्वीप की खूबसूरती का लुत्फ उठाने ले जाएंगे।
थाईवान के पास 14 द्वीप हैं, जिनमें से छो़टा ल्युछ्यो द्वीप एकमात्र मंगा द्वीप है, जो समुद्री मोती के नाम से मशहूर है। इस द्वीप पर अति शोषित उद्योग नहीं होने के कारण यहां समृद्ध प्राकृतिक संसाधन अछूता रहता है। स्वच्छ समुद्री जल राशि तथा तटीय पुलिन में विभिन्न प्रजाति के कछुआ, सीपा और शंख
उपलब्ध होते हैं। द्वीप में पंजीकृत निवासियों की संख्या 13 हज़ार से अधिक है, लेकिन वास्तव में यहां महज कोई 6000 लोग रहते हैं। कम जनसंख्या होने के कारण यह छोटा द्वीप असाधारण शांत व नैसर्गिक लगता है। प्यीनतुंग काउंटी के पूर्वी बंदरगाह से नाव द्वारा 30 मिनट के बाद यात्री छोटा ल्युछ्यो द्वीप पर पहुंच सकते हैं और यहां परलोक सरीखे जीवन का आनंद उठा सकते हैं। पर्यटन सेवा के गाइड श्याओ लुंग ने हमें जानकारी देते हुए कहाः
छो़टा ल्युछ्यो द्वीप की एक विशेषता यह है कि मंगों से बना एक सुन्दर छोटा टापू है। सारी दुनिया में सिर्फ 7 ऐसे मंगा द्वीप मिलते हैं जिस का क्षेत्रफल 6 वर्ग किलोमीटर से अधिक है। यह द्वीप पूरी तरह मंगों की चट्टानों से पूरी बना हुआ है। वास्तव में मंगे की विकास-गति बहुत धीमी है। इतना बड़ा मंगा द्वीप बनने में लाख वर्षों का काम हुआ होगा, इसलिए हमारी सुखद तकीदर है कि हमें उसे देखने का मौका मिला है। इस मंगा द्वीप विशेषता यह है कि उसके पास समुद्री पानी बहुत स्वच्छ है, मंगे की चट्टान व अन्य प्राणियां बहुत सुन्दर और मोहक हैं।
छोटे ल्युछ्यो द्वीप में सबसे सुंदर स्थल वांग हाई मंडप यानी समुद्र अवलोकन मंडप है। अगर आप इस मंडप पर नीचे की ओर देखें, तो आप को मंगों से सुसज्जित अनोखे समुद्री दृश्य देखने को मिलता है। समुद्र में नजदीक से दूर तक तेल चित्र जैसा रंगारंग दृश्य विविध आकृतियों के रूप में दिखाई देते है। समुद्र के साफ साफ पानी में ग्रीन सागरीय कछुए खेल-क्रिड़ा कर रहे हैं। पर्यटन गाइड ने कहा कि ग्रीन सागरीय कछुओं के दर्शन का मतलब आजीवन सौभाग्य नसीब है। इस लिये अगर आप को मौका मिला, तो आप जरूर ग्रीन सागरीय कछुआ की खोज करने आएंगे। इससे आप को मंगल व सुख मिल सकेगा। गाडड श्याओ लुंग ने हमें बतायाः
यहां शुद्ध स्वच्छ समुद्री पानी के अलावा आप समुद्र के तल में धारीदार रूपों की पट्टियां देख सकते हैं। ये समुद्री पत्थर की चट्टानें हैं। छो़टा ल्युछ्यो द्वीप एक मंगा द्वीप है, कालांतर में सिर्फ कड़े मजबूत पत्थर की चट्टानें सुरक्षित रह गयी हैं, जबकि अन्य भंगुर जगह समुद्री तंरग के द्वारा कट कर बह गयी थी। जो कड़े पत्थर रह गए उससे समुद्री खाई का रूप ले लिया गया। यह परिदृश्य बहुत विशेष है। अगर मौका मिला, तो हम तैरते हुए कछुआ को भी देख सकते हैं। सांस लेने के लिये हर दस मिनट पर कछुआ समुद्र की सतह पर आता है। ग्रीन सागरीय कछुआ दुनिया में सब से दुर्लभ जानवरों में से एक है। यहां ग्रीन सागरीय कछुए चट्टानों के भीतर छिप सकते हैं, इसतरह उसे पकड़ना या मारना बहुत मुश्किल है और इस द्वीप के आसपास 130 ऐसे कछुए रहते हैं।
कहा जाता है कि छो़टा ल्युछ्यो द्वीप एक रोचक समुद्री उपज संग्रहालय है। पृथ्वी-पपड़ी की गति-क्रिया के कारण पहले समुद्र के तल से उभर कर निकला यह द्वीप अब भी आकार में बढ़ता जा रहा है। हर दस साल में यह द्वीप औसतः एक सेंटीमीटर ऊंचा बढ़ जाता है। द्वीप में खड़े पहाड़ पर मंगे के जीवाश्मों के कुछ अवशेष मिलते हैं। द्वीप के तटों में विभिन्न-विभिन्न आकृतियों के पत्थर बने हैं। कोई की आकृति बोधिसत्व जैसी है, कुछ मेढक नुमा है और कुछ रेड इंतियन सरोखे हैं। ज्वार व भाटा आ जाने के बीच पनपा अंतर्ज्वारीय क्षेत्र थाईवान में अद्वितीय पारिस्थितिकी अवलोकन स्थान है। पर्याप्त धूप व साफ पानी के कारण यहां अधिक समुद्री प्राणियां जीवित होती हैं। भाटा हटने के बाद सागर व भूमि के संधि स्थल पर तारामछली व समुद्री साही आदि समुद्री जीव नजर आते हैं। रात व शाम को इन समुद्री जीवन को देखने के लिये पर्यटक फिसलन रोधी जूते पहने पानी में तैरते समुद्री प्राणियों को पहचानना नहीं भूलते हैं। गाइड श्याओ लुंग ने परिचय देते हुए कहाः
अब हम अंतर्ज्वारीय क्षेत्र में चल रहे हैं। भाटा हटने के बाद यहां जैविक प्रणाली संपन्न होती है। इस क्षेत्र में झींगा, मछली, सीप आदि जीव देखने को मिलते है। इसके अलावा समुद्री साही व तारामछली आदि समुद्र के तल में रहने वाली प्राणियां भी दिखाई देती हैं। हम नजदीक से इन जीवों को देख सकते हैं। इससे हमारे ज्ञान समृद्ध होगा और ज्ञान बढ़ने से हम समुद्री जीवों की रक्षा करने का महत्व समझ सकेंगे। छो़टा ल्युछ्यो द्वीप एक अवकाश मनाने, प्राकृतिक सौंदर्य देखने व ज्ञान बढ़ाने का अच्छा स्थल है।
हालांकि छो़टा ल्युछ्यो द्वीप का रकबा केवल 6.8 वर्ग किलोमीटर है, लेकिन इस द्वीप पर 80 से अधिक मंदिर हैं। सब स्थानीय निवासी भगवान का सम्मान करते हैं। देव पूजा के लिये हर साल हर परिवार 1 लाख से अधिक नया थाईवानी डॉलर का खर्च कर देता है।
पर्यटन गाइड श्याओ लूंग थाईवान द्वीप के काऊशुंग से इस द्वीप पर आ बसे है। बड़े शहर को छोड़कर इस छोटे द्वीप पर आ बसने के कारण के बारे में दुसरों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अपने बुढ़ापे के समय एक आरामदेह विश्राम स्थान पाने के लिये लोग जन्म भर मेहनत से काम करते हैं। पर मैं ने इस समय ही इस उद्देश्य की सिद्घि प्राप्त की है। छो़टे ल्युछ्यो द्वीप पर लोकाचार व सगे-संबंधियों का बहुत सीधा सादा व्यवहार है, प्राकृतिक दृश्य मनोहर है। मानो वे अब ही स्वर्ग लोक में सुखद जीवन बिता रहे हों। उन्होंने कहा कि यहां उन्होंने स्वयं व अपने समय को समुद्र को अर्पित किया है। वे हर दिन का आनंद लेते हैं, जीवन का सुख लेते हैं, उन के पास केवल मनमोहक समुद्र है, शीतल समुद्री पवन है, स्वयं है तथा केवल प्यार व परिवार हैं। इस सब के लिए सकून की भावना बहुत जरूरी है। श्याओ लुंग ने कहाः
छो़टे ल्युछ्यो द्वीप में आकर आप को तनाव से निजात होने की भावना बहुत ज़रूरी है। यहां आप अतूल्य प्राकृतिक सुंदरता और खुले व अनंत समुद्र का लुत्फ ले सकते हैं। इसके अलावा यहां आप आराम से अपने खाली समय का भोग कर सकते हैं। अगर यहां आप झूलती कुरसी पर बैठे हुए समुद्री हवा का सुखद अनुभव लेते हुए कॉफी पीते, तो एक दोपहर का समय तेजी से गुजर सकेगा।
लेकिन यह समझना ठीक नहीं है कि श्याओ लूंग ने पहले अपने जीवन की कोई योजना नहीं बनायी थी। वास्तव में उन्होंने छो़टे ल्युछ्यो द्वीप को इस उद्देश्य के लिए चुना है जिस के तहत वे यहां पर्यटन का नया आकर्षण बनाना चाहते हैं। इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ व्यापक संपर्क का काफी लाभ उठाया है। उन्होंने नया पर्यटन व्यवसाय खोला है। इस द्वीप में अन्य निवासियों ने भी पर्यटन सेवा का विकास करना शुरू किया है। उन्होंने पारिवारिक होटल व रेस्टोरेंट खोले हैं और पर्यटन गाइड का काम करते हैं। उनकी इच्छा यह है कि इससे इस द्वीप में अधिक से अधिक आर्थिक जीवन शक्ति डाली जाएगी। उन की यह भी उम्मीद है कि पर्यटन का विकास करने के साथ साथ छो़टे ल्युछ्यो द्वीप की प्रकृति की सुरक्षा की जा सकेगी और वे अपनी भावी पीढ़ियों के लिए एक अखंड सागरी मोती के रूप में अलौकिक नैसर्गिक द्वीप संरक्षित कर छोड़ देंगे।
हैया