स्थानीय मीडिया के अनुसार भारत ने अमेरिका के साथ सबसे बड़ा रक्षा सौदा,10 बोइंग C-17 सामरिक एयरलिफ्ट विमानों के लिए 4.1 अरब डॉलर के अनुबंध को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी है।
सोमवार को आइ ए एन एस की ख़बर के अनुसार सुरक्षा पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट समिति ने भारतीय वायु सेना को विमानों के लिए बने अनुबंध पर आगे बढ़ने के लिए सहमति दे दी है।
यह स्वीकृति अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के छः महीने बाद और भारतीय वायु सेना के 126 लड़ाकू जेट विमानों के लिए बोइंग तथा लॉकहीड मारटीन के 10.4 अरब अमेरिकी डॉलर बोली में पीछे छूट जाने के दो महीने बाद मिली है।
पिछली जून में सरकार के मध्य विदेशी सैन्य बिक्री के तहत अमेरिकी कांग्रेस ने 5.8 अरब अमेरिकी डॉलर के मूल्य के विमानों की बिक्री को स्वीकृति दे दी।
हालांकि, विमानों में महत्वपूर्ण संचार उपकरण न होने के कारण अभी भारत को अमेरिका के साथ महत्वपूर्ण संधि करना शेष है।
भारत ने फिलहाल संचार अंतर और सुरक्षा ज्ञापन पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं जो अमेरिकी कानून के अनुसार मैत्री देशों के साथ हाई-टैक सैन्य उपकरणों के स्थानांनतरण के लिए आवश्यक है।
(हेमा)