भारत व जर्मनी ने मंगलवार को व्यावसायिक शिक्षा, स्वास्थ्य शोध, विज्ञान-पौद्योगिकी व परमाणु भौतिकी के क्षेत्र में चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व जर्मनी की चांसलर एजेंला मर्केल की मौजूदगी में मंगलवार को समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इससे पहले मर्केल मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंची और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वार्ता के बाद मीडिया को बताया, पाकिस्तान व अफगानिस्तान में आतंकवाद एक गंभीर चुनौती है, जिसे सभी मोर्चों पर लड़ा जाना चाहिए, कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में नहीं।
परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल के बारे में पूछे जाने पर मनमोहन ने कहा कि परमाणु ऊर्जा के उपयोग व सुरक्षा मानदंडों को विश्व स्तरीय बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज हमारी परमाणु ऊर्जा कुल ऊर्जा उत्पादन का तीन प्रतिशत है, जबकि क्षमता 5 हज़ार मेगावाट से भी कम है, हम वर्ष 2020 तक इसे 20 हज़ार मेगावाट तक पहुंचाना चाहते हैं।
(अनिल)