पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय आतंक विरोधी संघर्ष में भारी योगदान किया है। चीनी प्रधानमंत्री वन च्यापाओ ने 18 मई को पेइचिंग में यात्रा पर आए पाक प्रधानमंत्री गिलानी के साथ हुई वार्ता में यह बात कही ।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की स्वतंत्रता, प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता का समादर किया जाना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान द्वारा देश में स्थिरता को बनाए रखने, आर्थिक व सामाजिक विकास को मूर्त रूप देने के लिए की गई कोशिशों को समझ कर उसका समर्थन करना चाहिए। चीन का उक्त रूख हमेशा अविचल रहा है।
वार्ता में वन च्यापाओ ने यह भी कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर द्विपक्षीय नेताओं के बीच नियमित वार्षिक वार्ता व्यवस्था के आधार पर सदिच्छापूर्ण संपर्क व घनिष्ठ सहयोग कर समान हितों की रक्षा करने को तैयार है। साथ ही चीन पाकिस्तान में चीनी कारोबारों के पूंजी निवेश को प्रोत्साहित करता है और व्यापार, बैंकिंग, विज्ञान व तकनीकी क्षेत्रों में पाकिस्तान के साथ सहयोग को मज़बूत करेगा।
पाक प्रधानमंत्री गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान बुनियादी संस्थापनों के निर्माण, ऊर्जा, कृषि, पूंजी निवेश, बैंकिंग, अर्थ व व्यापार आदि क्षेत्रों में सहयोग के विस्तार व मज़बूति के लिए चीन के साथ समान कोशिश करने और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ का फायदा उठाकर द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को और ऊंचे मंजिल पर पहुंचाने को तैयार है।
(श्याओ थांग)