दोस्तो , आज यानी 12 मई को दक्षिण पश्चिम चीन के सछ्वान प्रांत के वनछ्वान में हुए तगड़े भूकम्प की तीसरी बरसी का दिन है , इस मौके पर गम्भीर तबाही क्षेत्रों में विविधतापूर्ण आयोजन हुए हैं । स्थानीय वासियों को भूकम्प की नौबत में चल बसे अपने संबंधियों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ साथ जन्मभूमि के खण्डहरों पर खड़े शानदार पुनर्निर्माणों को देखकर बड़ी सांत्वनी भी प्राप्त हुई है ।
तीन वर्ष पहले भूकम्प से पेह छ्वान का पुराना कांऊटी शहर पूरी तरह नष्ट हो गया है , तीन साल के बाद आज बड़ी तादाद में स्थानीय वासियों ने यहां इक्टठे हो कर इस तबाह में जान गंवाने वाले मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की ।
इस सार्वजनिक श्रद्धांजलि गतिविधि में भूकम्प में जान गंवाने वाले मृतकों के रिश्तेदार , पेह छ्वान के स्थानीय वासी , भूकम्प राहत कार्य में हिस्सेदार सशस्त्र पुलिस और पुनर्निर्माण में हिस्सेदार विभिन्न जगतों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए हैं । पिछले तीन साल में बहुत से स्थानीय वासियों ने अपने रिश्तेदारों को खोने की चर्चा करना नहीं चाहा , पर अपने रिश्तेदारों व दोस्तों की याद उन के दिमाग में हमेशा ताजा बनी हुई है ।
कुछ लोगों ने कांऊटी कमेटी की इमारत के सामने खड़े होकर भूकम्प में चल बसे सरकारी अधिकारिय़ों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की , कुछ लोगों ने पेह छ्वान मिडिल स्कूल के गेट पर भूकम्प में जान गंवाने वाले छात्रों के प्रति शोक व्यक्त किया ।
इसी दिन दोपहर 14 बजकर 28 मिनट पर पेह छ्वान के ऊपर आकाश पर सीटी की बुलंद आजाव गुज उठी , स्थानीय लोग स्वच्छा से खण्डरों की ओर मौन खड़े होकर जान गंवाने वाले रिश्तेदारों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की ।
तीन साल पहले हुए भूकम्प में पेह छ्वान मिडिल स्कूल के हजार से अधिक छात्रों व टीचरों ने अपनी जानें गंवा दी हैं । हाल ही में चीनी प्रधान मंत्री वन च्चा पाओ छात्रों को देखने फिर पेह छ्वान स्कूल के नव निर्मित परिसर में आय़े । वन च्चा पाओ ने कहा छात्रो व टीचरो , हम फिर पेह छ्वान वापस आ गये हैं , फिर पेह छ्वान स्कूल आ पहुंचे हैं । मैं कुल मिलाकर दस बार भूकम्प क्षेत्र आया और 8 बार पेह छ्वान मिडिल आ गय़ा । इस दौरान मुझे लगातार छात्रों के पत्र मिलते रहे । हाल ही में मुझे ची श्यू नामक छात्रा का पत्र मिला , उस ने अपने हाथों मेरे लिये एक स्कार्फ भी बुनाया । मुझे मालूम है , यह एक बच्चे का कोई साधारण उपहार होने के बजाये पेह छ्वान के छात्रों और पेह छ्वान की जनता के प्रेमभाव से सिंचित ही है ।
तीन साल के बाद पेह छ्वान का नया जन्म हुआ है । चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग के उप प्रधान मू हुंग ने हाल ही कहा कि सछ्वान के भूकम्प क्षेत्रों में पुनर्निर्माण कार्य में निर्णानाक विजय प्राप्त हो चुकी है , पूरी निर्मित परियोजनाएं योजनाबद्ध परियोजनाओं का 95 प्रतिशत बनती हैं ।
उन का कहना है कि इधर तीन सालों में विभिन्न पक्षों के समान प्रयासों के जरिये भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों की सूरत में जमीन आस्मान का भारी परिवर्तन हुआ है , स्थानीय वासियों के रहने की स्थिति में बड़ा सुधार आया है , सार्वजनिक सेवा क्षमता भी बड़ी हद तक उन्नत हो गयी है , विकास के पर्यावरण और आर्थिक विकास की बहाली भूकम्प से पहले के स्तर से भी बढ़िया है । हरेक परिवार को रहने का मकान और रोजगार व सामाजिक गारंटी मिलले , संपूर्ण सार्वजनिक संस्थापन स्थापित किये जाने , आर्थिक विकास करने और पारिस्थितिकि को सुधारने का पुनर्मिर्माण लक्ष्य मूल रुप से साकार हो गया है ।
सछ्वान के भूकम्प ग्रस्त क्षेत्रों के पुनर्निर्माण में जो उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुई हैं , वह चीन स्टाइल वाली सहायता की देन है । आंकड़ों के अनुसार समूचे चीन के 19 प्रांतों व शहरों ने पूरी तरह पुनर्निर्माण कार्य में हाथ बटा दिया है और कुल 4121 परियोजनाएं निर्मित की है , साथ ही 84 अरब 38 करोड़ य्वान की सहायता धन राशि भी जुटा दी है ।
ठीक ऐसे गरम हाथों और निस्वार्थ सहायता से ही भूकम्प पीड़ित असहनशील दुख से उबर गये हैं ।
पेह छ्वान की लड़की लो ली ना अब पेह छ्वान मिडिल स्कूल में पढ़ती है , वह तीन साल पहले हुए भूकम्प में घायल हुई , फिर इलाज के लिये उसे उत्तर पूर्व चीन के ता ल्येन शहर के एक अस्पताल में पहुंचाया गया । आज तक वह ता ल्येन शहर की जनता को नहीं भूली सकती ।
उस ने कहा कि ता त्येन शहर एक बड़ा प्यारा शहर है , ता ल्येन के डाक्टरों , टीचरों और अन्य लोगों ने मुझे जो प्यार दिया है , मैं सदा के लिये याद रखूंगी , मैं उन्हें आभार प्रकट करने के लिये ता ल्येन शहर जाना चाहती हूं ।