इस साल की शुरूआत में पेइचिंग शहर के यान छिंग कस्बे में 50 नई बिजली वाली टैक्सियां सकड़ पर उतरीं। ये 50 बिजली वाली टैक्सियां हरे व सफेद रंग की हैं और इन्हें चलाने के लिए तेल की जरूरत नहीं है, सड़क पर चलते समय शोर भी नहीं है। इस तरह की टैक्सियों के सड़क पर आने से लोगों को पता चला है कि हरित अर्थतंत्र धीरे-धीरे चीनी जनता के जीवन में प्रवेश कर रहा है। भविष्य में इस तरह की टैक्सियों के नेतृत्व वाला हरित अर्थतंत्र हर व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव डालेगा।
लेकिन हम क्यों हरित अर्थतंत्र का विकास कर रहे है?इससे हमें क्या लाभ है?चीन के अपने कार ब्रांड, चीन में नई ऊर्जा वाली कारों के क्षेत्र के नेतृत्व वालों में से एक, पी या डी कंपनी के अध्यक्ष वांग छुएन फू ने कहा कि चीन के सामने मौजूद एक बड़ा दबाव तेल का संकट है। पिछले साल चीन के मोटर उद्योग के तेज विकास के बाद के दस से बीस सालों में हर परिवार में एक कार होने का सपना पूरा होगा। हमारे देश में लगभग 40 करोड़ परिवार हैं। अगर हर परिवार के पास एक कार हो, तो चीन में कम से कम 40 करोड़ कारें होंगी। इतनी ज्यादा कारों के लिए ज्यादा तेल चाहिए। इसलिए तेल की सुरक्षा देश की सुरक्षा से संबंधित है।
मानव जाति के आर्थिक विकास के तरीके को बदलने के लिए नई हरित ऊर्जा का उपयोग करके औद्योगिक अर्थतंत्र को सुधारना वैश्विक आर्थिक विकास की धारा बनेगा। इधर के सालों में चीन इस धारा में शामिल हुआ है। अभी अभी समाप्त चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा व चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन के वार्षिक पूर्णाधिवेशन के दौरान देश के विकास की 12वीं पंचवर्षीय परियोजना पारित की गई है। विशेषज्ञों ने इसे चीन की पहली हरित पंचवर्षीय परियोजना कहा है। चीनी प्रधानमंत्री वन चा पाओ ने सरकारी कार्य रिपोर्ट देते समय अगले पांच साल में चीन में ऊर्जा किफायत व प्रदूषण निकासी को कम करने का समग्र उद्देश्य घोषित किया।
श्री वन चा पाओ ने कहा कि अगले पांच साल में गैर जीवाश्म ऊर्जा एक बार उपयोग करने वाली ऊर्जा की उपभोक्ता का 11.4 प्रतिशत होगी और इकाई जी.डी.पी की ऊर्जा की खपत व कार्बन डाइऑक्साइड की निकासी क्रमश:16 प्रतिशत व 17 प्रतिशत कम होगी।
लेकिन कैसे यह लक्ष्य पूरा होगा?चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार समिति के अध्यक्ष चांग फिंग ने अगले पांच साल में चीन के कदमों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि व्यवहारिक काम में ठोस कदम उठाया जाना चाहिए, जिसमें यह शामिल है आर्थिक ढांचे में रद्दोबदल करना, पिछड़ी उत्पादन क्षमता छांटना, उच्च प्रदूषण वाले उद्योग के विकास पर प्रतिबंध लगाना, नवोदित उद्योग के विकास में बढावा देना, सेवा उद्योग के विकास में गति देना आदि। हमें तकनीकी प्रगति विशेषकर ऊर्जा किफायत व प्रदूषण निकासी की तकनीक व उत्पादन के विकास में बढावा देना चाहिए, ऊर्जा किफायत व प्रदूषण निकासी की महत्वपूर्ण परियोजना पूरी करनी चाहिए, उद्योगों की तकनीक के सुधार में बढावा देना चाहिए। उद्योग, निर्माण व यातायात आदि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा किफायत को आगे बढाया जाएगा और इस के लिए प्रगतिशील तकनीक व उत्पादों का उपयोग किया जाएगा।
इस के प्रति चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय स्कूल के फ्रोफेसल शिन मिंग ने टिप्पणी करते हुए कहा कि देश की 12वीं पंचवर्षीय विकास परियोजना में हरित अर्थतंत्र के विकास के लिए बनाई गई योजना व किए जाने वाला समर्थन अभूतपूर्व है।
उन्होंने कहा कि देश की 12वीं पंचवर्षीय परियोजना में हरित विकास की परिकल्पना की पुष्टि की गई है और राष्ट्रीय दस्तावेज में इसे शामिल किया गया है। नई ऊर्जा, वातावरण संरक्षण, जीव व उच्च स्तरीय निर्माण 12वीं पंचवर्षीय परियोजना के उद्योग के चुनाव में शामिल हुए हैं। देश ने इस पहलू में नीति,पूंजी व अन्य सहायता दी, जैसे 12वीं पंचवर्षीय परियोजना के दौरान निम्न कार्बन शहर समूह का परीक्षण किया जाएगा, जिसका मतलब है कि हमारा जीवन बिताने का तरीका निम्न कार्बन की तरह होगा। इसलिए देश हरित विकास का बहुक्षेत्रीय समर्थन करता है।
वास्तव में चीन में देर से हरित अर्थतंत्र शुरू हुआ है, लेकिन इधर के सालों में जिस का विकास तेज व उल्लेखनीय है। पिछले साल चीन में पवन ऊर्जा के बिजली जनरेटरों से उत्पादन बिजली मात्रा विश्व के पहले स्थान पर है, जबकि सौर ऊर्जा के उत्पादन व इस का उपयोग करने की स्थिति भी विश्व के पहले स्थान पर है। एक और बड़ा हरित सुधार अब शुरू होता है। देश की नवोदित ऊर्जा के उद्योग विकास की परियोजना प्रारंभिक रूप से बनाई गई है, जिसके अनुसार इस साल से वर्ष 2020 तक पनबिजली, पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा व बायोमास ऊर्जा के विकास के लिए 50 खरब य्वान का पूंजी निवेश किया जाएगा। और लक्ष्य है कि नई साफ ऊर्जा से लोगों के उत्पादन व जीवन में आवश्यक ऊर्जा के सवाल का समाधान किया जाएगा।
अब दुनिया में अधिकांश देश नई ऊर्जा के विकास की अपनी-अपनी रणनीति व परियोजना बना रहे हैं। अमरीका को उम्मीद है कि नई ऊर्जा देश के अर्थतंत्र की बहाली करेगी और नई ऊर्जा क्रांति का वह नेता बनेगा। युरोपीय संघ ने वर्ष 2013 से पहले एक खरब 5 अरब युरो लगाकर हरित अर्थतंत्र का विकास करने का फैसला किया। जापान ने सौर ऊर्जा के विकास में बढावा देने का लक्ष्य पेश किया। हरित अर्थतंत्र के विकास की प्रतियोगिता में हालांकि चीन की गति तेज है, लेकिन अमरीका, युरोपीय संघ व जापान के मुकाबले चीन की शक्ति में अंतर फिर भी बड़ा है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय स्कूल के फ्रोफेसल शिन मिंग ने कहा कि चीन के हरित अर्थतंत्र के विकास में विकसित देशों का और भारी दबाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि यथार्थवादी रहने के लिए हमें हरित अर्थतंत्र के विकास की जरूरत है और हम पर दबाव भारी है। मानव जाति के सामाजिक व आर्थिक विकास में चरण हैं, जैसे अब हमारा देश अब फिर रासायनिक विकास पर ध्यान दे रहा है, क्योंकि हमारे देश का औद्योगिकीकरण अभी समाप्त नहीं हुआ है। लेकिन पश्चिमी समाज के लिए उस का औद्योगिकीकरण पूरा हो चुका है। इसलिए उत्पादन के दौरान प्रदूषण पैदा होने की स्थिति हम से कम है।
चीन के आधुनिक अंतर्राष्ट्रीय संबंध अनुसंधान शाला के विश्व अर्थतंत्र अध्ययन ब्यूरो की अध्यक्षा सुश्री छेन फेंग यिन का विचार है कि वर्तमान में विभिन्न देश नई ऊर्जा के विकास में गति दे रहे हैं, जो भविष्य के विकास में आर्थिक व तकनीकि रणनीति के अनुसार है, लेकिन इस का केंद्र तकनीकी सृजन है।
दुनिया में हरित अर्थतंत्र के विकास की इस प्रतियोगिता में केंद्रीय तकनीक का द्वार विजय पाने या न पाने की कुंजी है। इस व्यवसाय में लगे लोगों का विचार है कि चीन तकनीक का अध्ययन व विकास की शक्ति तैयार कर रहा है और इस के लिए वह उपक्रमों का समर्थन भी करता है। हालांकि परिपक्व हरित अर्थतंत्र के विकास का रास्ता लम्बा है, लेकिन हर क्षेत्र के लोगों की कोशिशों के जरिए चीन को दुनिया के नए चरण की प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी।