मंगलवार शाम को भारत की राजधानी नई दिल्ली में "चीन का अनुभव-स्छवान सप्ताह " का भव्य उद्घाटन हुआ, जिसमें चीन के स्छवान प्रांत से आए युवा कलाकारों और जादूगरों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
चीन सरकार द्वारा आयोजित स्छवान सप्ताह के उद्घाटन समारोह में नृत्य, गीत-संगीत, परंपरागत ओपेरा तथा जादू जैसे असाधारण प्रदर्शन को देख भारतीय दर्शक आश्चर्यचकित रह गए।
स्छवान प्रांत के गवर्नर चांग च्वूफ़डं ने उद्घाटन समारोह में अपने भाषण में कहा कि उनके साथ आए 200 लोगों का प्रतिनिधिमंडल पिछले दिसंबर चीनी प्रधानमंत्री वन च्यापाओ और भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच हुए सरकारी समझौते का पालन कर रहे हैं। जिसका लक्ष्य भारत-चीन मैत्री और दोनों देशों की जनता के बीच समझदारी व आदान प्रदान में इजाफा करना है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस समारोह में उपस्थित भारतीय तथा विदेशी दोस्तों को समारोह में चीनी कलाकारों के प्रदर्शन का आनंद लेते देख बहुत हर्ष हो रहा है।
भारतीय सांख्यिकी तथा कार्यान्वयन मंत्री एम.एस गिल ने कहा कि चीन-भारत की मैत्री हज़ारों वर्ष पुरानी है और वे बहुत खुश हैं कि स्छवान भारत में चीन की संस्कृति को लेकर आया है ताकि दोनों देशों की सभ्यताओं का आदान प्रदान बेहतर रुप से हो।
समारोह में जो प्रदर्शन किए गए उनमें स्छवान प्रांतीय संगीत तथा नृत्य मंडली के साथ जुबीलेशन, बाशु कला- मुखौटे बदलने की कला तथा विशाल कठपुतली, वुशू- मार्शल आर्ट, कलाबाजीः हाथ और हथेली पर किए जाने वाला बैले और तिब्बती नृत्य बतांग शामिल थे।
हेमा कृपलानी