उन्होंने दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत में आयोजित बोओ एशिया मंच के 2011 वार्षिक सम्मेलन में आशा जताई कि कई क्षेत्रों के खुलने से पहले विश्व व्यापार संगठन में चीन को समान खुलेपन मिल जाएगा, विशेषकर कुछ विकसित देश अपने तदनुरूप क्षेत्र भी खोलेंगे। यह खुलेपन आपसी लाभ व समान विकास के आधार पर होना चाहिए।
छन द मिंग ने यह भी कहा कि चीन सुधार व खुलेद्वार की नीति लगातार लागू करता रहेगा और विभिन्न देशों के साथ बहुपक्षीय वैश्विक व्यापार के नए नियम बनाए रखने को तैयार है। अगले पांच सालों में चीन विदेशों के साथ अपना सहयोग बढ़ाएगा और आयात व निर्यात को तथा विदेशी पूंजी आकर्षित करने व विदेशों में पूंजी लगाने को समान महत्व देने की सिद्धांत पर कायम रहेगा।
(ललिता)