एशियाई देशों को मौकों को पकड़कर चुनौतियों का समान रूप से मुकाबला करना चाहिए, ताकि अपने विकसित उपलब्धियों से सभी क्षेत्रीय सदस्यों को लाभ मिल सके और एशियाई जनता और सुखमय जीवन बिता सके। चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिनथाओ ने 15 अप्रेल को बोआओ में उक्त अपील की।
उन्होंने बोआओ एशिया मंच के वर्ष 2011 वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाषण देते हुए कहा कि एशियाई देशों को दूसरे देश द्वारा चुने गए विकसित रास्ते का सम्मान करना चाहिए। एशिया की विविधता को पारस्परिक आवाजाही व सहयोग की जीवन शक्ति ब प्रेरिक शक्ति बनाकर आपसी समझ व विश्वास को बढ़ाना चाहिए और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के स्तर को उन्नत करना चाहिए।
हू चिनथाओ ने यह भी कहा कि क्षेत्रीय सहयोग व्यवस्था के निर्माण को मज़बूत कर विभिन्न व्यवस्थाओं के विकास को आगे बढ़ाया जाए, एशिया के दायरे में बाहरी देशों के अस्तित्व व हितों का समादर कर क्षेत्रीय सहयोग प्रक्रिया में ब्रिक्स देशों समेत विभिन्न देशों की भागीदारी का स्वागत किया जाए और साथ ही एशिया की शांति, स्थिरता व समृद्धि को आगे बढ़ाया जाए।
(श्याओ थांग)