आन शुन, क्वी चोउ प्रांत के मध्य-पश्चिम भाग में स्थित एक सुंदर ऐतिहासिक स्थल है। यहाँ पर क्वी चोउ प्रांत के प्राचीन सांस्कृतिक अवशेष विख्यात हैं। आन शुन चीन सरकार के द्वारा विकसित सबसे उत्तम पर्यटन स्थलों में से एक है। चीन का सबसे प्रसिद्ध जल प्रपात ह्वांग कुओ शू आन शुन में ही स्थित है। जब इस जलप्रपात से पानी नीचे की तरफ गिरता है तो ऐसा लगता है जैसे लाखों सफेद-सफेद मोतियां एक साथ जमीन बिखड़ पड़ी हों। वह दृश्य ऐसा अद्भुत समां बांधता है इस की उपमा प्राचीन काल में खिड़कियों पर लटके रंग-बिरंगी मोतियों से बने हुए पर्दे से दी जाती थी। यहाँ पर भी जब जलप्रपात से पानी नीचे गिरता है तो ऐसा लगता है मानो सीधे पहाड़ से गिरते हुए पानी ने मोतियों के विशाल पर्दे का रूप ले लिया हो। मिंग और छिंग राजवंशों के समय में चीन के मशहूर यात्री श्यु शा ख ने इस जलप्रपात के वर्णन में यह बात कही थी। ह्वांग कुओ शू जल प्रपात क्वी चोउ प्रांत के पर्यटन का मुख्य आकर्षक केंद्र बन गया है।
बाजार अर्थव्यवस्था के विकास में आई तेजी से प्रेरित होकर क्वी चोउ प्रांत की सरकार भी यहाँ नये-नये पर्यटन संसाधन का विकास कर रही है। इस क्रम में आन शुन शहर में भी कई तरह के पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है। यहाँ के विशेष भौगोलिक स्थिति और जलवायु के अनुकूल होने से यहाँ पर सरसों का मैदान तैयार किया गया है। इस जगह के सुनियोजित व बारिकी प्रबंधन के परिणामस्वरूप सरसों के फूलों के अवलोकन के लिए यहाँ पर विशेष पर्यटन क्षेत्र का विकास किया गया है और वर्तमान में यहाँ का सरसों का मैदान चीन का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बन गया है।
चीनी पंचाग के तीसरे माह यानी वसंत काल में आन शुन के लुंग कुंग में ऐसा नजारा होता है जैसे जमीन पर दूर-दूर तक चारों तरफ सुनहरी चादर बिछा हुआ हो। पहाड़ी ढलानों के बीच परत दर परत पर फैले सरसों के मैदान देखने में ऐसा लगता है मानो पहाड़ी ढलानों में ऊंचे नीचे पीला-पीला कालिन अटका हुआ है जो हवा में लहराते हुए नजर आते हैं और देखते ही बनते हैं। इस तरह आन शुन में सरसों फूल का त्योहार मनाया जाने लगा । चीनी कलैंडर के अनुसार हरेक साल के तीसरे माह में चीन के विभिन्न भागों से पर्यटक आकर यहाँ जमा होते हैं और यहाँ के सुनहरे सरसों के त्योहार का हिस्सा बनते हैं, इस मौके पर सरसों के विशाल मैदानों में जगह जगह खुशी और उल्लास का वातावरण छाया रहता है। इसके बारे में क्वी चोउ प्रांत के पर्यटन विभाग के नेता फु येन छुन ने कहाः
हमें प्राकतिक संसाधनों का समुचित उपयोग करना चाहिए। इन संसाधनों का उपयोग कर नये-नये पर्यटन का सृजन करना चाहिए और नये उत्पादों का विकास करना चाहिए। उदाहरण के लिए हाल में आयोजित सरसों फूल उत्सव को लीजिए, पहले यहाँ सरसों का उत्सव नहीं मनाया जाता था। लेकिन अनेक सालों की मेहनत के बाद अब यह एक पर्यटन संसाधन में बदल गया है और क्वी चोउ प्रांत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है, जो देश भर में नामी पर्यटन ब्रांड से मशहूर है । इससे पता चलता है कि हम अपने प्राकृतिक संसाधन की पहचान कैसे करते हैं और इससे कैसे लाभ उठाते हैं।
अगर हम सरसों के फूल की बात करें, तो चियांग शी प्रांत के वु युएन, शानसी प्रांत के हान चुंग तथा छुंग छिंग शहर के तुंग नान आदि स्थानों और चीन के अन्य प्रांतों में भी सरसों की फसल उगायी जाती है और सरसों के फूलों के सुन्दर नजारे देखने को मिलते हैं। लेकिन अगर बारीकी से अध्ययन करें तो मालूम हुआ है कि आन शुन में सरसों के फूल की अपनी अलग विशेषता और अनोखे सांस्कृतिक मायने है।
क्वीचोउ प्रांत में भौगोलिक पृष्ठभूमि की अपनी विशेषता है जिसके कारण यहाँ पर सपाट या समतल भूमि बहुत कम देखने को मिलती है और जगह जगह खाइयां और नहर हैं, इसलिए यहां कृषि के खेत छोटे छोटे टुकड़ों में बंटे हुए हैं। चीन में एक कहावत यह भी है जिसका मतलब है कि क्वीचोउ में ऐसा कोई मैदान नहीं है जिस का रकबा तीन फुट से ज्यादा हो। जब यहाँ के किसान पहाडों पर सीढीनुमा खेतों में सरसों की फसल उगाते हैं तो सरसों के फूल खिलने के बाद ऐसा सुन्दर दृश्य पैदा होता है जैसे पहाड़ों पर उँची-नीची सीढियों पर पीले दुपट्टे लहरा रहे हों। जब हवा में सरसों के पौधे लहराते हैं तो ऐसा लगता है जैसे नदी की धारा लहराती हुई चली जा रही हो। इससे खेतों में विविध रूपों की आकृतियां भी बनती हुई नजर आती हैं।
इस साल के मार्च माह में आन शुन के लुंग कुंग में सरसों का फूल उत्सव के दौरान विशाल सरसों के मैदान में एक विशाल ड्रैगन की आकृति लोगों का आकर्षण का केंद्र बनी रही, वास्तव में सरसों के फूलों के बीच बनी ड्रैगन की आकृति वहां उगाए सेम के हरे पौधों के रेखों से रची गयी है। इसे देखते हुए एक पर्यटक ने कहाः
इस आकृति ने मुझ पर गहरी छाप छोड़ी है। ऐसा लग रहा है जैसे यहाँ खेतों के बीच विश्व का सबसे बड़ा ड्रैगन का रेखाक्षर लिखा गया हो। हम लोगों ने इस क्षण को याद करने के लिए अपने कैमरे में कैद कर लिया है।
सरसों के फूल का आनंद लेने का तरीका भी अलग-अलग है। जब आप अलग-अलग जगहों से इस दृश्य को देखते हैं तो आपको भिन्न-भिन्न तरह का आभास होगा। जैसे पहाड़, उँचे मैदान या संकरे टीले के बीच से देखने पर इस जगह की सुंदरता भी भिन्न-भिन्न होती है। हम एक फोटोग्राफी ग्रुप से मिले जिसमें एक फोटोग्राफर को फोटोग्राफी का 20 से ज्यादा साल का अनुभव है। उन्होंने बतायाः
मैने सुना था कि यहाँ पर हर साल सरसों का फूल त्योहार मनाया जाता है इसलिए इस साल मैं भी यह उत्सव देखने आया। मुझे बहुत अच्छा लगा। और बाहरी दुनिया में इस स्थल का प्रचार-प्रसार करने का यह एक तरीका भी है।
किसी भी स्थान के पर्यटन को लम्बे समय तक जीवित रखने के लिए उस स्थान के संस्कृति का उसमें बहुत बड़ा योगदान होता है। इसलिए किसी भी स्थान पर पर्यटन को विकसित करने के लिए उस स्थान की सभ्यता और संस्कृति का सामंजस्यपूर्ण वातावरण का निर्माण अत्यन्त आवश्यक है। आनशुन शहर एक ओर जहाँ सरसों के फूल के उत्सव को बढावा दे रहा है वहीं दूसरी तरफ इस स्थान पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। जिनमें पर्यटकों के द्वारा पेड़ लगाने के साथ-साथ 140 व्यापारियों के द्वारा उनके उत्पादों का प्रदर्शन करने वाला मेला भी है। आन शुन शहर के शी शिउ डिस्ट्रिक और लुंग कुंग प्रबंधन समिति के निदेशक वांग फंग लिन ने परिचय देते हुए कहाः
इस बार के सरसों फूल उत्सव में सांस्कृतिक उत्पाद प्रचुर मात्रा में हैं। उदाहरण के लिए ड्रैगन चीनी संस्कृति का अभिन्न अंग है, वह प्राचीन चीनियों का टोटम था । इस बार के उत्सव के दौरान हमने ड्रैगन और सिंह नृत्य का व्यापक तौर पर आयोजन किया है। इसके साथ-साथ और भी कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है जिनमें ढोल बजाने की परंपरागत लोक कला, ड्रैगन की पेंटिंग करना, कविताएं पढना और सौ बच्चों द्वारा ड्रैगन महल का चित्र बनाना आदि शामिल हैं। फूलों का आनंद लेना, कविताओं का पाठ करना, व्यापार जैसे पर्यटन संसाधन को बढावा देने के साथ-साथ क्वीचोउ प्रांत के बाहर इन संसाधनों के प्रचार-प्रसार पर भी बल दिया गया है।
उँचे-नीचे पगडंडियों पर आडू व नाशपाती के लाल और सफेद रंग के फूल खिलने के साथ-साथ उसी पगडंडी पर सरसों के सुनहरे फूल कुदरती सौंदर्य में चार चांद लगाते हैं और आपको बरबस अपनी ओर खिंच लेते हैं। यहां एक तरफ जहाँ नीले आकाश पर सफेद बादल छाये रहते हैं, वहीं दूसरी तरफ पेडों पर पक्षियों को कलरव सुनाई देता है। ऐसे में अगर विभिन्न जाति के मेहमाननवज लोग आपको एक कप शराब भी पिला दें, वाह, वह आनंद तो क्या कहना। अगर इस तरह के वातावरण से आप प्रभावित हुए हैं, तो आपका क्वीचोउ प्रांत के आन शुन में स्वागत है। यहाँ आकर एक बार यहाँ के प्राकृतिक वातावरण का लुफ्त लिजिए। क्वीचोउ की एक पर्यटन एजेंसी के कर्मचारी स्यांग बो ने कहाः
मार्च का महीना सरसों के फूल खिलने का मौसम है। लुंग कुंग के सैर का सबसे बढिया समय मार्च से लेकर जून तक है। इस दौरान यहाँ का मौसम ज्यादा शुष्क भी नहीं होता है। अगर आपने यहां का जलप्रपात नहीं देखा, तो समझ लीजिए, आप यहां बेमाने आए हैं।