ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका आदि ब्रिक देशों के नेता मध्य अप्रैल में चीन के सानया शहर में तीसरी औपचारिक वार्ता करेंगे। दक्षिण अफ्रीका की अफ्रीकी अनुसंधान संस्था के प्रधान पैट्रिक माट्रुह ने कहा कि ब्रिक देशों की सहयोग व्यवस्था से पूरी अफ्रीका को लाभ मिलेगा।
माट्रुह ने साक्षात्कार में कहा कि वैश्विक वित्तीय संकट के बाद ब्रिक देशों के नेतृत्व वाले नवोदित आर्थिक समुदायों का अच्छा प्रदर्शन है और वे अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के अहम भाग बन गये हैं, विशेषकर चीन विश्व में दूसरा बड़ा आर्थिक समुदाय बन गया है, जिससे नवोदित आर्थिक समुदायों की शक्ति काफी हद तक बढ़ गयी है।
उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक देशों की सहयोग व्यवस्था में दक्षिण अफ्रीका की भागीदारी से इस व्यवस्था का प्रतिनिधित्व और व्यापक हो गया है। और साथ ही यह सहयोग व्यवस्था एशिया के आर्थिक विकास के लिए और ज्यादा मौका प्रदान करेगी। अफ्रीकी देशों को ब्रिक देशों की पूंजी को अपने देश की उद्योग के लिए एक खतरा नहीं मानना चाहिए।
ब्रिक देशों के नेताओं की तीसरी औपचारिक वार्ता की चर्चा में माट्रुह ने कहा कि ब्रिक देशों को एकता और सहयोग का प्रवर्तन करना चाहिए, वैश्विक जलवायु परिवर्तन का निपटारा करते हुए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था का सुधार बढ़ाना चाहिए और व्यापार-संरक्षणवाद का विरोध करना चाहिए।
(मीनू)