10 मार्च को प्रोफेसर मा च्या ली की नयी किताब "उभरता हुआ भारत" का विमोचन चीन में भारतीय राजदूतावास के संस्कृति विभाग में आयोजित हुआ।भारत के बारे में काम कर रहे चीनी लोग और पेचिंग में रह रहे राजदूत डॉ. एस.जयशंकर समेत भारतीय लोगों ने इस पुस्तक विमोचन में उपस्थित होकर श्री मा च्या ली को अपनी हार्दिक बधाई दी।
चीन के पूर्व उप विदेश मंत्री और चीन-भारत के सेलिब्रिटी फोरम के चीनी अध्यक्ष ल्यू शू छिंग ने बधाई देते हुए कहा कि
मेरे दोस्त प्रोफेसर मा च्या ली ने एक और नयी किताब प्रस्तुत की है।उनकी इस किताब में भारत का चतुर्मुखी तौर पर परिचय दिया गया है, जिससे भारत को अच्छी तरह जानने, समझने,और सीखने के लिये चीनी लोगों को बड़ी मदद मिल सकती है।चीन और भारत दोनों विश्व में सबसे बड़े विकासशील व नवोदित देश होने के नाते पूरी दुनिया की निगाहें आकर्षित करते हैं।लेकिन हमारे दोनों देशों की खूबियां हैं, कमियां भी हैं।चीन और भारत के सहयोग से दोनों देशों की जनता को लाभ भी मिलेगा और इस का विश्व शांति पर भी अच्छा असर पड़ेगा।
दिवंगत चीनी उप प्रधानमंत्री ह्वांग ह्वा की पत्नि सुश्री हे ली ल्यांग ने भी इस पुस्तक विमोचन में भाग लिया।उन्होंने प्रोफेसर मा च्या ली को बधाई देते हुए कहा
भारत हमारा अच्छा दोस्त है।चीनी जनता इन बीस सालों में भारत में हुए विकास को देख कर बहुत खुश है।मगर यह अफसोस की बात है कि भारत के बारे में चीनी लोगों की जानकारी थोड़ी कम है।मुझे विश्वास है कि प्रोफेसर मा की इस किताब से चीनी लोगों को पता चलेगा कि इधर के बीस वर्षों में भारत में इतनी तेज़ गति से विकास हो रहा है।
श्री ल्यू शु छिंग तथा सुश्री हे ली ल्यांग के अलावा चीन-भारत के सिलिब्रेटी फोरम और प्रकाशन कंपनी की ओर से पुस्तक विमोचन में प्रतिनिधि भी भेजे गये।इन लोगों के बधाई संदेश सुनकर "उभरता हुआ भारत" के लेखक के साथ साक्षात्कार सुनिये।
बीस साल पहले आपने पहली बार भारत की यात्रा की थी।इन बीस सालों में आप बार बार वहां गए ।आपनी नज़र में इन वर्षों में भारत में हुआ सबसे बड़ा परिवर्तन क्या है?
खुलेद्वार के प्रति भारत के रूख में बदलाव आया है।भारत में उदारीकरण की नीति लागू करने पर बल दिया जा रहा है।सरकार का अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण कम होने से भारतीय उद्योगों के विकास को बढ़ावा मिला है।साथ ही अंतर्राष्ट्रीय निवेश पूंजी भी भारत में आ रही है, जिसका भारत की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
तो इधर के सालों में भारत में क्या चीज़ है,जो आपको वहां जाने के लिये आकर्षित कर रही है?
मेरा काम है भारत का अध्ययन करना।हर बार मैं भारत जाता हूं,मैं सबसे ताज़ा जानकारी पाना चाहता हूं।केवल इसी तरीके से एक विशेषज्ञ के रूख में ज़माने में आये बदलाव के साथ बदलाव आ सकता है।
अंतिम सवाल है।इस किताब के ज़रिये आप पाठकों को क्या बताना चाहते हैं?
भारत एक उभरता हुआ देश है और हमारा पड़ोसी है।हमें भारत से संबंधित जानकारी बढ़ानी चाहिये।साथ ही सरकारी व गैर-सरकारी आदान-प्रदान व सहयोग को मज़बूत किया जाना चाहिये,जिससे हम एक दूसरे को अच्छी तरह समझ सकें।
पुस्तक विमोचन के बाद हम ने भारतीय राजदूत से भी इंटरव्यू किया।