चीनी प्रधानमंत्री वन च्यापाओ ने 14 मार्च को पेइचिंग में कहा कि इस साल चीन समग्र नियंत्रण के कार्य में मुद्रास्फीति को कम करने को प्राथमिकता देगा। चीन को अच्छी तरह मुद्रास्फीति पर प्रबंधन करने का विश्वास है।
वन च्यापाओ ने कहा कि वर्तमान में चीन में मुद्रास्फीति चल रही है। एक तरफ़ कुछ देशों ने मात्रात्मक ढीली मुद्रा नीति अपनायी है, जिससे विनिमय दर और वस्तुओं के दामों में काफ़ी इजाफा हुआ है। दूसरी तरफ़ चीन में श्रमिक लागत बढ़ गयी है जिससे विभिन्न वस्तुओं की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। इस कारण संरचनात्मक मुद्रास्फीति पैदा हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि चीन तीन पक्षों में अच्छी तरह मुद्रास्फ़ीति पर प्रबंधन करने की कोशिश करेगा। पहला, उत्पादन विशेषकर कृषि उत्पादन की आपूर्ति का विकास करेगा। दूसरा, प्रचलन विशेषकर कृषि उत्पादन के प्रचलन को बढ़ाए। तीसरा, आर्थिक व कानूनी माध्यम से बाज़ार पर प्रबंधन करेगा।
बहुचर्चित मकान की कीमत की चर्चा में वन च्यापाओ ने कहा कि मकान की कीमतों पर प्रबंधन करने से पहले मुद्रा के प्रचलन में काबू करना पड़ेगा, जिससे मकान की कीमत बढ़ने का मुद्रा आधार खत्म हो सके। और साथ ही राजस्व व वित्तीय माध्यम से बाज़ार की मांगों में नियंत्रित करना चाहिए। इस के अलावा स्थानीय सरकार की जिम्मेदारी भी मजबूत करना चाहिए। (मीनू)