चीनी जन राजनीतक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के मौजूदा वार्षिक सम्मेलन में आर्थिक विकास के तौर तरीकों को बदलने में तेजी लाने के सवाल पर बहुचर्चा हो रही है। बहुत से सदस्यों का मानना है कि अंधाधुंध विस्तार की रोकथाम और ऊर्जा व संसाधनों की शाही खर्च की रोकथाम करना तथा पर्यावरण की कीमत पर तेज आर्थिक वृद्धि की कोशिश त्याग देना चाहिए और उन्हें आर्थिक लाभांश व गुणवत्ता की उन्नति पर व्यापक सहमति प्राप्त हुई है।
हर साल चीनी परंपरागत त्योहार वसंतोत्सव के बाद चीनी कारोबारों को उत्पादन के ज्यादा आर्डर मिलते हैं, किन्तु इस के दौरान मजदूरों व कर्मचारियों की भर्ती का सवाल सिर दर्द बन जाता है। पूरे देश की दृष्टि से हर साल टेकस्टाइल व वस्त्र, विद्युत व इलेक्ट्रोनिकस उपकरण, मशीनरी व प्रोसेसिंग तथा होटल व रेस्ट्रांरेट उद्योगों को पर्याप्त श्रमिक मिलना मुश्किल है। क्योंकि इन उद्योगों में सस्ते श्रमिकों की बड़ी जरूरत है। चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य छन चेल्ये ने कहाः
दक्षिण पूर्व चीन के समुद्रतटीय क्षेत्रों में श्रमिकों की भर्ती की दिक्कत सालों से चल रही है, जिस से जाहिर है कि नयी पीढी के प्रवासी मजदूर अब निम्न स्तर के जोब से संतुष्ट नहीं रहे हैं, वे उच्च स्तर और अधिक आय वाला काम करना चाहते हैं। इस का यह नदीजा होगा कि चीनी कारोबारों को अपने उद्योग का स्तर ऊंचा उठाने की कोशिश करनी पड़ेगी, इसी लिहाजे से यह एक अच्छी स्थिति भी है।
मुश्किल से श्रमिक मिलने के चलते कारोबारों में आर्थिक ढांचे तथा आर्थिक विकास के तौर तरीके में बदलाव लाने की आवश्यकता महसूस हुई है। उत्पादन संचालन का मोटा सरल तरीका नहीं चलेगा। इस तरह चीनी कारोबारों के सामने पर्याप्त श्रमिक पाने की समस्या आयी है। इस प्रकार की समस्या को हल करने के लिए सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य, चेचांग प्रांत के जीलि शेयर समूह के बोर्ड अध्यक्ष ली सुफू ने वार्षिक सम्मेलन को एक प्रस्ताव मसौदा पेश किया है, उन की नजर में केवल श्रमिकों के वेतन, गुणवत्ता तथा कार्य कौशल उन्नत करने से ही सवाल का समाधान हो सकेगा। उन्होंने कहाः
अग्रिम मोर्चे पर श्रम करने वाले मजूदरों और कर्मचारियों के कानूनी अधिकारों व हितों की गारंटी देने से ही वे अपने काम में सरगर्मी दिखा सकेंगे और उत्साह के साथ हुनर तकनीक सीखेंगे और उन्नत होकर तकनिशियन और मेकनिक बन जाएंगे। चीन में कारोबारों की सृजन-शक्ति की उन्नति अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत मजदूरों व कर्मचारियों पर निर्भर करती है, उन की सरगर्मी और स्तर-उन्नति कारोबारों की रचनात्मक शक्ति के विकास से मजबूती से जुड़ी हुई है और कारोबारों की स्तर उन्नति और आर्थिक विकास के तौर तरीकों में तब्दिलि से घनिष्ट रूप से जुड़ी है।
आने वाले पांच सालों में चीन के आर्थिक विकास के तौर तरीकों में भारी परिवर्तन होगा। सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय अर्थतंत्र समिति के उपाध्यक्ष ली त्हेस्वी ने कहा कि केन्द्र ने जो 12वीं पंचवर्षीय योजना का प्रारुप पेश किया है, जिस में आगामी पांच सालों में वार्षिक वृद्ध दर का लक्ष्य 7 प्रतिशत तक लाने की पेशकश की गयी है, इस से जाहिर है कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान पर्यावरण को क्षति पहुंचाने तथा संसाधनों के अति खर्च की कीमत पर तेज वृद्धि पाने का तरीका फिर नहीं होगा और अंधाधुंध आर्थिक विकास बन्द किया जाएगा।
आने वाले सालों में जीडीपी को कम महत्व देने के साथ साथ सेवा उद्योग का अनुपात बढ़ाया जाएगा, इस के लिए पंचवर्षीय योजना में जीडीपी में सेवा उद्योग की प्रतिशत चार पाइंट बढाने का लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा वार्षिक सम्मेलन में सेवा उद्योग के बारे में सदस्यों से 40 प्रस्ताव मसौदे प्राप्त हुए हैं। अनेक चीनी जनवादी पार्टियों ने आधुनिक सेवा उद्योग के जोरदार विकास तथा आर्थिक ढांचे में तब्दिली तेज करने के बारे में अपने मत तथा सुझाव पेश किए हैं। सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के उपाध्यक्ष ली वु वेई ने कहा कि सेवा क्षेत्र में विकास की बड़ी गुंजाइश और निहित शक्ति है। उन्होंने कहाः
आधुनिक विज्ञान तकनीक के समर्थन में आधुनिक औद्योगिक ढांचा व संचालन तरीके अपनाने वाला सेवा उद्योग को आधुनिक सेवा उद्योग कहलाता है, जिस में सार्वजनिक सेवा के साथ साथ उत्पादन व बाजार पर आधारित सेवा भी शामिल है। इन के अलावा मनुष्य को पूर्ण विकास व सुख खुशी दिलाने वाली जीवन से संबंधित सेवा भी है। जब चीन औसतः प्रति व्यक्ति के हिसाब में डीजीपी के 4000 अमेरिकी डालर का दौर आया, तब उपरोक्त तीन क्षेत्रों में विकास की बहुत बड़ी संभावना होगी।
चाहे नवोदित रणनीतिक उद्योगों का विकास हो, या आधुनिक सेवा उद्योग का विकास, दोनों को वैज्ञानिक तकनीकी उन्नति और सृजन शक्ति की उन्नति पर निर्भर रहना चाहिए। लिहाजा, सदस्यों का मत है कि चीन में श्रमिकों की कमी की समस्या फिर नहीं होगी, जो समस्या उभरेगी, वह है उच्च विज्ञान तकनीक जानने वाले प्रतिभायियों की कमी।