6 मार्च के दोपहरबाद चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने पेइचिंग में चल रहे चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के वार्षिक सम्मेलन में शरीक तिब्बती प्रतिनिधि मंडल में आकर उन के साथ सम्मेलन में प्रस्तुत सरकारी कार्य रिपोर्ट पर जांचार्थ चर्चा की। श्री हु चिनथाओ ने लगातार 19 सालों से तिब्बती प्रतिनिधि मंडल की बैठक में भाग लिया। उन्होंने ध्यान से तिब्बत के विकास में प्राप्त नयी प्रगति के बारे में प्रतिनिधियों का परिचय सुना और तिब्बत में हासिल नयी नयी उपलब्धियों पर प्रसन्नता प्रकट की है तथा उन्हें अपनी विशेषता वाले विकास रास्ते पर आगे बढ़ने को प्रेरित किया।
तिब्बती प्रतिनिधि मंडल की बैठक में राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने सब से पहले तिब्बतियों को तिब्बती नया साल का मुबारकबाद कहाः
कल तिब्बती जाति का नया साल शुरू हो गया है, इस के उपलक्ष्य में मैं तिब्बती प्रतिनिधि मंडल के सभी सदस्यों और व्यापक तिब्बती बंधुओं को हार्दिक बधाई देता हूं। मेरी शुभकामनाएं हैं कि सभी तिब्बती बंधुएं नये साल में स्वस्थ रहें और मंगलमय रहें, जाशित्ले।
गाढ़ा जातीय शैली से सुसज्जित बृहत जन सभा भवन के तिब्बत होल में त्योहार का माहौल छाया रहा है। बैठक में उपस्थित तिब्बती प्रतिनिधियों ने भी खुशी खुशी से त्योहार की शुभकामनाएं कीं और राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ को इधर सालों में तिब्बत में आए भारी परिवर्तनों से अवगत कराया। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के आली प्रिफेक्चर से आए जन प्रतिनिधि सुश्री दावाज़ासी ने बतायाः
पिछले साल के वार्षिक सम्मेलन में मैं ने महा सचिव आप को बताया था कि आली से ल्हासा जाने में मुझे डेढ़ दिन का समय लगा था। किन्तु पिछले साल की पहली जुलाई को आली प्रिफेक्चर में खुनशा हवाई अड्डा खुला है। इस साल पेइचिंग में वार्षिक सम्मेलन में आने के लिए मैं ने हवाई विमान पकड़ा, ल्हासा पहुंचने में सिर्फ डेढ़ घंटे का समय लगा, मुझे गहरा अनुभव हुआ है कि मेरी जन्म भूमि ल्हासा से नजदीक हो गयी है और पेइचिंग से भी नजदीक हुई है।
विश्व में समुद्र-सतह से सब से ऊंचे स्थल पर स्थित तीसरे हवाई अड्डे के रूप में खुनशा हवाई अड्डा एक ऐसा पठारी एयरपोर्ट है, जिस में उड़ान की बहुत जटिल व्यवस्था कायम हुई है। हवाई अड्डे में फ्लाइट शुरू होने के बाद बाह्य दुनिया से बंद रहा आली क्षेत्र बहुत सुगम हो गया है मानो आली क्षेत्र के विकास के लिए कुलांचे का एक पंख लगाया गया हो।
अल्पसंख्यक आबादी वाले क्षेत्रों में विकास का शिक्षा से घनिष्ठ संबंध है। सिर्फ 8000 जन संख्या वाली मनपा जाति चीन की सब से कम जनसंख्या वाली जाति है। मनपा जाति के जन प्रतिनिधि पैतांछ्वुमू भी हर साल वार्षिक सम्मेलन में आती हैं। बैठक में राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने मनपा जातीय क्षेत्र की शिक्षा पर बड़ा ध्यान दिया और पैतांछ्वुमू से पूछाः
पैतांछ्वुमू , तुम्हारे वहां चार टाउनशिपों में कुल 668 लोग हैं, क्यों उन तमाम लोगों को नौ साल की अनिवार्य शिक्षा की सुविधा मिली है?
हां, सभी लोग लाभान्वित हुए हैं। पैतांछ्वुमू ने जवाब में कहा।
कितने लोगों को हाई स्कूल की शिक्षा मिली ?राष्ट्राध्यक्ष ने फिर पूछा.
हाई स्कूल के अब 14 छात्र हैं.
क्या विश्वविद्यालय के छात्र हैं?राष्ट्राध्यक्ष ने दिलचस्पी दिखाई।
हां, वर्तमान में 24 छात्र विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं। सुश्री पैतांछ्वुमू ने जवाब दिया।
बहुत अच्छा है, इतने दूरदराज सरहदी क्षेत्र में यह उपलब्धि बधाई के योग्य है। तुम लौटकर गांववासियों को मेरी शुभकामना कहएगी।
आंकड़ों से जाहिर है कि पिछले पांच सालों में तिब्बत में गहरी परिवर्तन आए हैः सारे स्वायत्त प्रदेश की औसत वार्षिक उत्पादन वृद्धि दर 12.4 प्रतिशत तक पहुंची है, 2010 में सकल उत्पाद मूल्य 50 अरब य्वान से अधिक दर्ज हुआ है, यातायात परिवहन नेटवर्क कायम हुआ और छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग ने तिब्बत में रेल सेवा नहीं होने का इतिहास खत्म कर दिया, किसानों और चरवाहों के लिए आवास परियोजना में 17 अरब य्वान की राशि लगायी गयी और स्थानीय लोगों की आवास स्थिति में बड़ी सुविधा मिली, तिब्बतियों की औसत वार्षिक आय 4200 य्वान को पार गयी जो पांच साल पहले से दुगुनी है।
बैठक के अंत में राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने कहाः
मुझे बड़ी खुशी है कि तिब्बत के विकास में इतनी अधिक उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं और इतना भारी परिवर्तन आया है।
उन्हों ने कहा कि तिब्बत को चीनी व तिब्बती विशेषता वाले विकास के रास्ते पर चलना चाहिए, जनजीवन को सुधारा जाना चाहिए और वित्तीय शक्ति को सार्वजनिक सेवा में अधिक लगाकर व्यापक ग्रामीण व चरवाही क्षेत्रों व सरहदी इलाकों पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए और विभिन्न जातियों के लोगों को सुधार कार्य की उपलब्धियों का साझा उपभोग करने दिया जाना चाहिए।