वर्ष 2011 में चीन सकारात्मक वित्तीय नीति एवं स्थिर मुद्रा नीति अपनायेगा।जी डी पी लगभग 8 प्रतिशत बढेगी। चीन का वित्तीय घाटा 9 खरब चीनी य्वान होगा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1 खरब 50 अरब य्वान कम हो। इस के अलावा, चीन सरकार वित्तीय खर्च के ढांचे को भी बहत्तर करेगी।
5 मार्च को चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा का पूर्णाधिवेशन पेइचिंग में उद्घाटित हुआ। चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ ने सरकारी कार्य-रिपोर्ट पेश करते हुए यह भी कहा कि चीनी मुद्रा रन मीन पी की विनिमय दर की व्यवस्था को और परिपक्व करने के लिए चीन विदेशी पूंजी की सघन निगरानी करेगा, ताकि हॉट धनराशि को चीन में आने से रोका जा सके।
श्री वन चापाओ ने कहा कि चीन सरकार कृषि, गांवों व किसानों, अविकसित क्षेत्रों, जन जीवन, सामाजिक कार्यों, ढांचागत समायोजन एवं विज्ञान- तकनीकी सृजन में और ज़्यादा निवेश करेगी, सरकारी संस्थाओं की दफ़्तर-इमारतों के निर्माण, सरकारी अधिकारियों की विदेश यात्रा, सरकारी कारों की खरीद-फरोख्त व उन की परिचालन, सरकारी सत्कार के खर्च में कटौती करेगी।
गौर करने योग्य बात यह है कि विश्व वित्तीय संकट का मुकाबला करने के लिए चीन सरकार की पुरानी अपेक्षाकृत आसान मौद्रिक नीति 2011 में रद्द की जाएगी।
(श्याओयांग)