दोस्तो, चीन में विवाह संबंधी विषय इतना ध्यानाकर्षक कभी नहीं रहा है। गत वर्ष विवाह-संबंध की रक्षा के विषय से जुड़ा एक टी.वी. धारावाहिक बहुत लोकप्रिय हुआ है। इस में एक फ़ैशनेबल लाइन हैः विवाह युद्ध जैसा है, जिसमें वर और वधु अभिव्यक्ति के अधिकार, आर्थिक अधिकार और नियंत्रण के अधिकार के लिए लड़ते हैं। इससे चीन में पति-पत्नियों को विवाह के संबंध पर पुनः विचार करना पड़ रहा है।
पिछले साल अक्तूबर में विवाह में सुख के बारे में जन-मत संग्रह किया गया। इससे पता चलता है कि स्वास्थ्य, कैरियर और आय आदि तत्वों की तुलना में 60 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं के विचार में विवाह में सुखानुभूति अधिक महत्वपूर्ण है।
अधिकांश लोग मानते हैं कि विवाह सच्चे मायने में सुखी जीवन की शुरुआत है। हान रुन फ़ंग और लिन ता पति और पत्नी हैं। उन्होंने हाथ में हाथ डालकर 26 सालों तक जीवन बिताया है। शादी होने के बाद के जीवन की चर्चा करते हुए पत्नी लिन ता के चेहरे पर सुख की अनुभूति देखी जा सकती थी। उन्होंने कहाः
"हम एक दूसरे के प्रति सहनशील हैं और हमारे बीच बड़ा अंतरविरोध नहीं है। जीवन में अधिकांश समस्याओं का समाधान सुलह से किया जा सकता है। हम बड़े सुख से रहते हैं।"
एक दूसरे के प्रति सहनशील रहना और एक दूसरे का समर्थन करना पति हान रुन फ़ंग के विचार में विवाह में एक ज़रूरी कदम है। उन्होंने कहा कि सामंजस्यपूर्ण विवाह में पति-पत्नी की समान कोशिश की ज़रूरत है। उन का कहना हैः
"सम्मान, स्वीकार और सहनशीलता, विशेषकर समान मूल्य विचारधारा परिवार में अच्छे संबंध और निरंतर विकास के लिए कुंजीभूत बात है। हमारे लिए वास्तविकता को स्वीकार करके इसे गंभीरता से लेना महत्वपूर्ण है। हम बहुत परिवारों की तरह सामान्य परिवार हैं। हम संजीदगी से जीवन बिताते हैं। हमें लगता है कि हमें अपनी खुशी मिल गई है।"
हालांकि उन्हें विवाह किए कई साल हो गए हैं, लेकिन लिन ता के दिल में उस समय की याद अभी भी ताज़ा है। उन्होंने कहाः
"उस समय हमारे पास सिर्फ़ एक साईकिल थी। मेरे पति मुझे साथ लेकर काम करने के लिए आते-जाते थे। हम दोनों एक दूसरे की मदद करते थे। यह ज़रूरी है।"
सुखद विवाह-संबंध लोगों का सपना रहा है। लेकिन अब अधिक से अधिक चीनियों को लगता है कि सुखी विवाह दिन ब दिन दूर हो गया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गत वर्ष की पहली दो तिमाहियों में चीन में लगभग 8 लाख 50 हजार दंपतियों ने तलाक लिया। इस का मतलब है कि हर दिन करीब 5000 दंपत्ति रिश्ता समाप्त कर देते हैं। और चीन में यह संख्या लगातार 7 सालों से बढ़ रही है।
मनोविज्ञान विशेषज्ञ पो छंग कांग लम्बे समय से चीन में वैवाहिक स्थिति पर ध्यान दे रहे हैं। उन के विचार में 80 प्रतिशत तलाक का कारण दूसरे साथी से उच्च अपेक्षा रखना है। उन का कहना हैः
"अब चीन में तेजी से विकास हो रहा है। सभी लोगों पर बड़ा दबाव पड़ रहा है। शादी होने से पहले लोग मानते हैं कि पारिवारिक जीवन में उस का साथी उस की देखभाल और मदद करेगा और घर एक शांति पाने की जगह है। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। पति, पत्नी सब को काम करना पड़ता है और सब पर जीवनयापन का और काम का बड़ा दबाव है। यह स्थिति अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरती। इसलिए दोनों के बीच संबंधों में दरार पड़ने लगती है। इस के अलावा, हर व्यक्ति का अपना अलग व्यक्तित्व होता है। व्यक्तित्व में साम्य हो, तो एक साथ रहा जा सकता है। अगर नहीं हो, तो तलाक ले लिया जाता है।"
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि समाज के तेज़ विकास से लोगों के मूल्यों में और विवाह संबंधी धारणा में बदलाव आ गया है। दिन ब दिन बढ़ रही जीवन की तेज गति और रोजाना जीवन के पड़ते दबाव से दंपतियों के बीच सहनशीलता व धैर्य कम हुआ है। ये सब चीन में तलाक दर ऊंची बने रहने का मुख्य कारण है।
अपना सुख ढूंढ़ने के लिए अधिकाधिक युवा लोगों ने विवाह पर पुनः विचार करना शुरू किया है। 20 वर्षीय वांग मिन ने कहाः
"मुझे लगता है वर पक्ष और वधु पक्ष में सामाजिक समानता बहुत अहम होती है। बेहतर है कि दोनों में एक बराबर का स्तर बना रहे। धन जीवन का संपूर्ण भाग नहीं है।"
हाल में हुए एक जनमत संग्रह से यह पता चला है कि आर्थिक आधार विवाह-संबंध स्थापित करने का मूल कारण है। विशेषकर शहरों में मकानों के दाम में हुई तेज़ वृद्धि के कारण युवा लोगों की विवाह संबंधी धारणा में धन पर और ज़्यादा ध्यान दिया जा रहा है।
लेकिन सभी चीनियों का ऐसा विचार नहीं है। अब भी ज़्यादातर युवा लोग बिना अधिक धनराशि खर्च किए शादी कर रहे हैं और सुखी जीवन बिता रहे हैं।
चांग छाओ और च्यांग ह्वी मिन की शादी चार साल पहले हुई थी। उस समय उन के पास कुछ नहीं था। हालांकि वैवाहिक जीवन उन की कल्पना के बराबर नहीं है, लेकिन फिर भी वे खुश हैं। पत्नी च्यांग ह्वी मिन ने कहाः
"शादी होने से पहले हमारा विचार था कि अवकाश के समय हम दोनों एक साथ फ़िल्म देखने जाएं और एक साथ आनंद उठाएं। कुछ साल जीवन बीत गया है और अब हमारा एक बच्चा भी है। हमारी योजना में पहले की तुलना में बदलाव आ गया है। अब हम अपनी जिम्मेदारी के बारे में और ज़्यादा सोचते हैं, जैसे परिवार और बच्चे का भविष्य व बुज़ुर्गों की देखभाल आदि।"
जीवन में विभिन्न सवालों का सामना करना अपरिहार्य है। च्यांग ह्वी मिन जैसे बाहर से पेइचिंग में काम करने आने वालों के लिए और भी अधिक मुश्किल है। उन का कहना हैः
"जीवन के हर चरण की अलग-अलग समस्याएं होती हैं। लेकिन अगर दोनों एक साथ इस का निपटारा करें, तो दिल में राहत महसूस होती है, क्योंकि आप का साथी आप का समर्थन करने को तैयार है। समस्या का निपटारा करने में आप सुख का एहसास कर सकते हैं।"
अब चांग छाओ और च्यांग ह्वी मिन आरामदायक जीवन बिता रहे हैं और पारिवारिक जीवन और सुखमय बनाने के बारे में भी सोच रहे हैं। पति चांग छाओ ने कहाः
"संपर्क महत्वपूर्ण है। किसी भी समस्या के बारे में अगर दोनों साथी एक दूसरे की दृष्टि से सोचते हैं, तो समस्या दूर हो सकती है। हम सब आशान्वित रवैये से जीवन का स्वागत करें और परिवार का निर्माण करें।"