वर्ष 2010 में तिब्बत के पोताला महल, बर्फ़ीली शहर के संग्रहालय एवं रोबूलिनका आदि संग्रहालयों में लगभग 18 लाख पर्यटक पहुंचे।
पोताला महल तिब्बती जाति की वास्तु कला की मिसाल है, जिसकी स्थापना 7वीं शताब्दी में हुई थी। इसे 1994 में विश्व संस्कृति विरासत की सूची में शामिल किया गया। रोबूलिनका की स्थापना 18वीं शताब्दी के 40 के दशक में हुई, जो विश्व संस्कृतिक विरासत पोताला महल की विस्तृत परियोजनाओं में से एक है। जबकि बर्फ़ीली शहर संग्रहालय पोताला महल के नीचे बर्फ़ीली शहर में स्थित है, जिसका क्षेत्रफल 2 हज़ार से वर्गमीटर से अधिक है। वहां चीन के मिंग व छिंग राजवंशों के लगभग 200 सांस्कृतिक धरोहरों का प्रदर्शन किया गया है।
(श्याओयांग)