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भारतीय नृत्य विशेषज्ञ सुश्री चिन शेन शेन और उस का भारतीय नृत्य सपना
2011-01-27 20:51:42

पेइचिंग में एक विशेष स्कूल है, जहां लोगों को भारतीय शास्त्रीय नृत्य सिखाया जाता है। अनेक वयस्क व छह, सात वर्षीय बच्चे इस स्कूल में भारतीय नृत्य सीखते हैं। इस स्कूल का एक सुन्दर नाम है युए वू फो सोग नाच नृत्य कला केंद्र। एक भारतीय नृत्य विशेषज्ञ सुश्री चिन शेन शेन ने इस स्कूल की स्थापना की। सुश्री चिन शेन शेन को भारतीय नृ्त्य बहुत पसंद है और उस का जीवन भी भारतीय नृत्य से जुड़ा रहा है।

सुश्री चिन शेन शेन की बड़ी-बड़ी आंखें गेहुँआ रंग है, इसलिए देखने में वह भारतीय लगती है। उन्हें भारत व भारतीय संस्कृति बहुत पसंद है। उन्होंने कहा कि बचपन में, कारवां ,आवारा आदि भारतीय फिल्में चीन में बहुत लोकप्रिय रही हैं। उस समय मैं एक चार, पांच वर्ष की थी, लेकिन मैंने अक्सर ,भारतीय फिल्मों का संगीत सुनकर उन पर नृत्य करना सीखा । मेरे परिवारजन ने कहा कि तुम्हारा चेहरा इतना सांवला है और आंखें इतनी बड़ी-बड़ी हैं, देखने में तुम जिप्सी जैसी लगती हो। इसलिए धीरे-धीरे मैं भारतीय फिल्म, संस्कृति विशेषकर भारतीय गीत-संगीत व नृत्य के प्रति आकर्षित होती गई । वर्ष 1983 में चीन की ओरिएंटल गीत और नृत्य मंडली ने एक जूनियर डांस स्कूल की स्थापना की । मैंने उस की परीक्षा में भाग लिया और पारित भी किया। मेरी पहली कक्षा थी भारतीय नृत्य। इसलिए उस समय से मैंने सिलसिलेवार भारतीय नृत्य शिक्षा शुरू की। मेरे विचार में मेरे जीवन में भारतीय नृत्य के साथ भाग्य ने साथ दिया है।

अच्छी तरह भारतीय नृत्य सीखने व भारतीय संस्कृति की जानकारी पाने के लिए सुश्री चिन शेन शेन ने चीन के सबसे मशहूर विश्वविद्यालय यानिकि पेइचिंग विश्वविद्यालय के ओरिएंटल भाषा और साहित्य के विभाग में शिक्षा पाई। चार साल में उन्होंने हिन्दी भाषा सीखी । वर्ष 1994 में सुश्री चिन शेन शेन चीन भारत सांस्कृतिक आदान-प्रदान योजना के तहत एक छात्र के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में शिक्षा पाने के लिए भारत गई। भारत में पढ़ने के एक साल के दौरान सुश्री चिन शेन शेन ने भारतीय नृत्य के गुरु यानिकि कत्थक नर्तक बिरजू महाराज से कत्थक नृत्य सीखा । मशहूर शिक्षक के निर्देशन से सुश्री चिन शेन शेन को लाभ मिला है।

विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद चिन शेन शेन ने एक विदेशी पूंजी वाली कंपनी में काम किया । हालांकि उसका वेतन ऊंचा था, लेकिन अपने मन पसंद नृत्य को छोड़कर कंपनी में काम करना चिन शेन शेन को पंसद नहीं आया। इसलिए बाद में उन्होंने विदेशी पूंजी कंपनी में काम छोड़कर एक बार फिर भारत में भारतीय नृत्य सीखा। इस बार वह भारतीय मशहूर नर्तकी लीला सेमस्न से भरत नाट्यम नृत्य सीखना चाहती थी। लेकिन लीला सेमस्न आम तौर पर विदेशी शिष्यों को स्वीकार नहीं करती हैं। चिन शेन शेन की ईमानदारी से प्रभावित हो कर लीला सेमस्न ने पहली विदेशी शिष्या स्वीकार की।

सुश्री चिन शेन शेन ने क्रमश︰चार बार अपने स्वयं के खर्च पर भारत में नृत्य सीखा । भारतीय नृत्य उस के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग बन गया है और चीन में भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार भी उसके जीवन का महत्वपूर्ण काम बन गया है। तीन साल पहले चीन के केन्द्रीय संगीत विद्यालय के अध्यक्ष च्वांग चिंग ने चिन शेन शेन से कत्थक व भरत नाट्यम नृत्य सीखा था। पहले च्वांग चिंग ने भारतीय नर्तकी से नृत्य सीखा था। चिन शेन शेन से भारतीय नृत्य सीखने के बाद उन्होंने कहा कि चिन शेन शेन की कक्षा चीनी लोगों की आदतों के अनुरूप है।

उन्होंने कहा, चिन शेन शेन चीन की विद्वान है, उस की भारतीय नृत्य की कक्षाएं चीनी लोगों की आदतों के अनुरूप है। वह भारतीय परंपरागत तरीके व चीनी तरीके से नृत्य सिखाती है, जो चीनी शिक्षार्थियों को आसानी से समझ आ सकता है।

शिक्षार्थियों को और अच्छी तरह भारतीय संस्कृति की जानकारी देने के लिए चिन शेन शेन शिक्षार्थियों से कक्षा में भारतीय परंपरागत कपड़े पहनने की मांग करती है। हर बार कक्षा की शुरूआत और अंत में वह भारतीय नृत्य के प्रति प्यार व सम्मान व्यक्त करने के लिए शिक्षार्थियों के साथ वंदना करती है। उन्होंने कहा कि इस वातावरण में शिक्षार्थी अच्छी तरह नृत्य की कहानी में प्रवेश कर सकते हैं।

चिन शेन शेन ने कहा, पहले लोगों को भारतीय फिल्मों से भारतीय संस्कृति व कला की जानकारी मिलती थी। अनेक फिल्में चीन में मशहूर और लोकप्रिय रही हैं। लेकिन भारतीय शास्त्रीय संगीत, भारतीय शास्त्रीय नृत्य आदि कला के क्षेत्र में लोगों की जानकारी कम है। अनेक लोगों ने फिल्मों के नृत्य सीखने के लिए मेरी कक्षा में भाग लिया । और बाद में उन्होंने कहा कि फिल्मी नृत्य और वास्तविक नृत्य के बीच फर्क मौजूद है। धीरे-धीरे उन्हें मालूम हुआ कि भारतीय शास्त्रीय नृत्य बहुत सुन्दर है और उन्हें यह पसंद है। इस तरह मेरे शिक्षार्थी दिन-प्रति दिन सीख रहे हैं।

पिछले वर्ष चीन व भारत के बीच राजनयीक संबंध की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ थी। चाइना रेडियो इन्टरनेशनर, भारत चीन मैत्री संघ व चीन स्थित भारतीय दूतावास ने एक साथ "चीनियों के लिए भारतीय नृत्य की प्रतियोगिता" का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता के विशेष न्यायाधीश बन कर चिन शेन शेन को बहुत खुशी हुई और यह जान कर भी कि इतने ज्यादा चीनी लोगों को भारतीय नृत्य पसंद है।

उन्होंने कहा, मेरे विचार में चीनी लोगों को भारतीय नृत्य पसंद है, लेकिन कम लोग अपने आप भारतीय नृत्य कर सकते हैं। इस बार की प्रतियोगता में मैंने लोगों में जोश देखा। हमारे एक प्रतियोगी की उम्र 60 से भी अधिक है। उस के नृत्य में भारतीय दोस्तों को चीनी लोगों की मैत्री दिखाई पड़ेगी। और प्रतियोगिता में भाग लेने वालें बच्चों के नृत्य में मैंने आशा देखी। पड़ोसी देश के साथ मैत्रिपूर्ण संबंध का विकास बच्चों से ही होगा। हम एक दूसरे की संस्कृति की समझने के लिए आपसी समझ गहराते हैं और आपसी मैत्री भी आगे बढायी जा रही है।

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