विश्व आर्थिक मंच का 41वां वार्षिक सम्मेलन 26 जनवरी को स्वीटरजर्लैंड के डावॉस में शुरू हुआ। विश्व के एक सौ से अधिक देशों व क्षेत्रों से आए 2500 से अधिक राजनेता और वाणिज्य जगत के नेतागण पांच दिवसीय सम्मेलन में नयी स्थिति में समान मानदंड के विषय पर विचार विमर्श करेंगे।
विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष श्री क्लाउस स्चेवब ने वार्षिक सम्मेलन में बयान देते हुए कहा कि नयी परिस्थिति में समान मानदंड का सवाल वर्तमान विश्व में बहुचर्चित सवालों में से एक है। वर्तमान दुनिया में मूलभूत परिवर्तन आया है, इस की एक अहम पहलु है कि विश्व राजनीति और अर्थतंत्र का जोर पश्चिम से पूर्व और उत्तर से दक्षिण की दिशा में बदलने जा रहा है। इस नयी स्थिति को सही समझना और समान रूप से चुनौतियों का सामना करना मौजूदा सम्मेलन का मुख्य़ एजेंडा है।
41वें वार्षिक सम्मेलन में आयोजक 200 से अधिक संगोष्ठियां बुलाएंगे जिन में अलग अलग तौर पर विश्व अर्थव्यवस्था के पुनरुत्थान, विश्व राजनीति व अर्थव्यवस्था के स्थान-परिवर्तन, विश्वव्यापी जोखिम, यूरोप में संप्रभु कर्ज संकट, पर्यावरण के अनवरत विकास और वित्तीय निगरानी जैसे सवालों पर गहन विचार विनिमय होगा। वार्षिक सम्मेलन के पहले दिन में ही 40 से अधिक बैठकें हुईं, जिन के विषयों में आर्थिक पुनरुत्थान, 2011 की विश्वव्यापी चुनौतियां, वित्तीय व्यवस्था पर निगरानी तथा चीन पर फॉक्स आदि शामिल हैं।
रूसी राष्ट्रपति मेडवेडेव की उपस्थिति 26 तारीख के सम्मेलन में ध्यान का आकर्षण बनी, क्योंकि राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद वे पहली बार डावॉस सम्मेलन में आए हैं, साथ ही 24 जनवरी को मास्को के हवाई अड्डे में घटित आतंकी विस्फोट भी एक बड़ी सबब है। इसलिए 26 तारीख के सम्मेलन में उन के पधारने पर सभा होल में उपस्थित हजारों लोगों ने उन के स्वागत में खूब तालियां बजायीं। अपने भाषण में श्री मेडवेडेव ने गंभीरता के साथ कहा कि डावॉस सम्मेलन में उन की मौजूदगी आतंकवादियों के खिलाफ सब से करारी चोट है। उन्हों ने कहा कि आतंकियों ने इसलिए डावॉस सम्मेलन की पूर्ववेला में हमला बोला था क्योंकि वे उन की इस यात्रा को रोकना चाहते है। लेकिन आतंकवादियों की योजना नाकाम साबित हुई, जबकि डावॉस में मेडवेडेव के उपस्थित होने से यह सिद्ध हुआ है कि रूस एक जिम्मेदारा देश है।
सूत्रों के अनुसार रूस सरकार ने डावॉस सम्मेलन में एक बड़ी परियोजना पेश करने की योजना बनायी है, जिस के मुताबिक भावी 10 सालों के भीतर रूस कोकसेक क्षेत्र में 2 अरब अमेरिकी डालर से दस से ज्यादा स्किंग मैदान बनायेगा, ये मैदान यूरोप में एक श्रेष्ठ स्किंग खेल केन्द्र बन जाएगा। श्री मेडवेडेव ने कहा कि इस योजना का लक्ष्य पर्यटन उद्योग के विकास के जरिए कोकसेक इलाके की गरीबी मिटाना और पृथक्कवादी शक्तियों का दमन करना है।
रूस के अलावा चीन का सवाल भी पहले दिन के सम्मेलन का मुख्य आकर्षण बना है। आर्थिक मंच के अध्यक्ष स्चेवब ने अपने भाषण में कहा कि वर्तमान विश्व में मूल बदलाव आया है, प्रथम पॉइंट के रूप में विश्व राजनीतिक और आर्थिक केन्द्र पश्चिम से पूर्व की दिशा में मुख करने लगा। मौजूदा वार्षिक सम्मेलन में चीन के बारे में चर्चा पहले किसी भी सम्मेलन से अधिक हुई है। मौजूदा सम्मेलन में चीन के बारे में चार विशेष बैठकें आयोजिक होंगी, यह संख्या अब तक सर्वोधिक है। बैठकों के विषयों में चीनी कारोबारों के भविष्य और आधुनिक चीन की नयी स्थिति आदि शामिल हैं।
26 तारीख को आयोजित बैठकों में चीन के विषय पर अनेक बार चर्चाएं हुईं। चीनी जन बैंक के डिप्टी गवर्नर, अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के सलाहकार श्री चु मिन ने कहा कि चीन और भारत आदि देशों ने आर्थिक संकट के दौरान जो श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, उस से विश्व आर्थिक ढांचे में नवोदित आर्थिक समूह का महत्व और अधिक बढ़ गया है। 26 तारीख की रात सीसीटीवी ने अपनी चैनल पर चीन के बारे में जो प्रोग्राम प्रसारित किया है, जिस में वार्षिक सम्मेलन में उपस्थित अनेकों विदेशी पत्रकारों और उद्यमियों ने भाग लिया। तीन सालों तक चले इस प्रकार के टीवी कार्यक्रम में चीन का ब्रांडेड प्रभाव कायम हुआ है।
27 तारीख को चीन से जुड़ने वाला विषय डावॉस में आकर्षण का नया केन्द्र बना। उसी दिन विश्व व्यापार व वृद्धि पर चीन के प्रभाव शीर्षक पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्यतः चीन के निर्यात वृद्धि के फार्मूले तथा बहुपक्षीय व्यापार के भविष्य पर विचार विमर्श हुआ, जिस में विश्वविख्यात गोल्डमन सचेस के बोर्ड अध्यक्ष, चीनी वाणिज्य मंत्री और विश्व व्यापार संगठन के महा निदेशक पैस्कल लामी आदि उपस्थित हैं। मौजूदा सम्मेलन में चीनी कारोबारों के भविष्य और आधुनिक चीन की नयी स्थिति के शीर्षक पर अन्य दो बैठकें भी होंगी, जिन में चीनी कारोबारी और विद्वान आधुनिक चीन के संदर्भ में परिचय देंगे।