रिपोर्ट के अनुसार यह घटना 26 जनवरी की सुबह पांडिचरी स्थित एक रासायनिक कारखाने में हुई। उस वक्त मजदूर 900 किलो क्लोरीन टैंक में गैस भर रहे थे ,तभी अचानक गैस का रिसाव हो गया, जो कि आसपास के गांवों में फैल गयी। गांव के 300 से अधिक लोग विषाक्त गैस की चपेट में आ गए, उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराये गया है। अस्पताल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि उन लोगों की स्थिति गंभीर नहीं है ।
रिसाव के बाद सरकार ने उस रासायनिक कारखाने को बंद कर दिया और पुलिस इस घटना की जांच कर रही है ।