12 जनवरी को अमेरिका के उप राष्ट्रपति जोई. बिडेन ने पाकिस्तान की एक दिन की यात्रा की थी। यात्रा के दौरान श्री बिडेन ने पाक सरकार को यह चेतावनी देते हुए कहा कि उसे दिन ब दिन बढ़ती हुई इस्लामी उग्रवादी शक्तियों को रोकने की भरसक कोशिश करनी चाहिए। लेकिन उन के भाषण देने के कुछ घंटे बाद उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में फिर एक बार आत्मघाती हमले की घटना हुई , जिस से कम से कम 25 लोगों की मौत हुई है।
अमेरिकी उप राष्ट्रपति जोई. बिडेन अपनी अफगानिस्तान यात्रा के बाद पाकिस्तान पहुंचे थे, वहां उन्होंने अलग अलग तौर पर पाक प्रधान मंत्री युसफ रजा गिरानी और पाक थल सेना के अध्यक्ष अशफक ज्ञानी के साथ बातचीत में अमेरिका पाक संबंध और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता की रक्षा के क्षेत्र में सहयोग की मजबूति जैसे सवालों पर विचार विमर्श किया। बातचीत में श्री बिडेन ने बलपूर्वक कहा कि अमेरिका पाक सरकार से तालिबान और अल कायदा सशस्त्र शक्तियों पर प्रहार बढ़ाने की मांग करता है, ताकि अमेरिका और नाटो की सेना पर उन के हमलों के जोर को कम किया जा सके। श्री बिडेन ने कहा कि इस साल से अमेरिका और पाकिस्तान को समान लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दृढता के साथ बीते कुछ सालों में प्राप्त सफलताओं का विस्तार करना चाहिए। इस के अलावा दोनों पक्षों ने आने वाले पांच सालों के भीतर अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को कुल 7 अरब 50 करोड़ अमेरिकी डालर की सहायता की योजना पर विस्तार से सलाह मशविरा किया। बिडेन ने कहा कि अमेरिका पाक सरकार को आम पाक लोगों के जीवन सुधार तथा पाक में स्थिरता की मजबूति के लिए यह सहायता देगा, इस के द्वारा अमेरिका पाक सरकार को यह साबित कर देगा कि वह पाकिस्तान का दीर्घकालीन दोस्त है।
किन्तु बिडेन की चेतावनी अभी अभी दी गयी थी कि पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम भाग में एक पुलिस थाने पर उसी दिन देर में एक आत्मघाती गाड़ी बम विस्फोट हुआ। हमलावर ने बारूद से भरा लदी गाड़ी चलाकर बैनू इलाके के एक पुलिस थाने में जबरन घुसकर विस्फोट कर दिया, जिस से पूरा पुलिस थाना तबाह हुआ और नजदीक के एक मस्जिद को भी क्षति पहुंची । नजदीक के एक अस्पताल के अधिकार के अनुसार विस्फोट में कम से कम 25 लोग मारे गए और 16 घायल हुए है। मृतकों में आम नागरिक भी है और सुरक्षा कर्मी भी। घटना के बाद एक पाक तालिबान प्रवक्ता ने विदेशी मीडिया को तार भेजकर बताया कि उस का संगठन इस विस्फोट घटना के लिए जिम्मे है। उधर पाक प्रधान मंत्री गिलानी ने अपने वक्तव्य में इस घटना की कड़ी निन्दा की और इस विस्फोट को आतंकवादियों की कायरता करार दी है।
पाकिस्तान का उत्तर पश्चिम भाग अफगानिस्तान की सीमा से लगा है, वहां बड़ी संख्या में अफगान तालिबान के लड़ाके और अल कायदा के सदस्य छुपे हैं। विशेषकर उत्तरी वजीरिस्तान में अफगान सरकार विरोधी सशस्त्र शक्ति हकनी के शह में आतंकवादियों की कार्यवाही बहुत क्रियाशील रही है। इस इलाके में सक्रिय उग्रवादी शक्तियों से अफगान स्थिरता प्रभावित हो सकने की चिंता में अमेरिका ने अनेक बार पाक सेना से अपनी सीमा में और अधिक कड़ी फोजी कार्यवाही अपनाने का आगाह किया, लेकिन पाकिस्तान की राष्ट्रीय व सैनिक शक्तियों के सीमित होने की बदौलत वह तालिबान का समूल सफाया करने में अक्षम साबित हुई। पाकिस्तान को इस इलाके में आतंक का दमन करने में मदद देने के लिए अमेरिका ने धन दौलत के साथ सैनिक शक्ति भी लगायी, फिर भी नतीजा वांछित नहीं निकला और पाक के उत्तर पश्चिम भाग में सुरक्षा की स्थिति अभी भी गंभीर रही। पिछले साल के क्रिसमस की पूर्ववेला में 150 तालिबान लड़ाकों ने वहां मोहमंद इलाके में पांच सुरक्षा जांच चौकियों पर हमले बोले, जिन से 11 सीमावर्ती सुरक्षा कर्मियों की जानें चलीं. क्रिसमस के दिन पाक के उत्तर पश्चिम इलाके के बाजौर स्थित विश्व खाद्यन्न योजना के कार्यालय पर आत्मघाती विस्फोट का हमला हुआ, जिस से सौ से अधिक लोग हताहत हुए। मानें कि 12 जनवरी की आत्मघाती विस्फोट घटना संयोग से अमेरिकी उप राष्ट्रपति बिडेन की यात्रा के दौरान घटित हुई हो, फिर भी यह इस बात का साक्षी है कि पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम इलाके में उग्रवादी शक्तियां अत्यन्त उड्डंततापूर्ण है और पाक सरकार के सामने सुरक्षा की संगीन हालत भी है।