एशिया कप फुटबाल 8 जनवरी को कतर में शुरू होगा ।उत्तर कोरियाई फुटबाल टीम इसमें सबसे रहस्यमय टीम बतायी जा रही है। अब हम इस टीम के बारे में कुछ जानकारी देंगे ।
उत्तर कोरियाई टीम वास्तव में एशिया में एक शक्तिशाली टीम है। उसने दो बार विश्व कप के फाइनल दौर में प्रवेश किया था । पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में हुए विश्व कप में उसने ब्राजीली टीम के साथ एक शानदार मैच खेला ,जिससे पूरे विश्व के फुटबाल प्रेमियों पर गहरा प्रभाव पडा ।एशिया कप में उत्तर कोरिया को डी ग्रुप में रखा गया है ।अगर वह इस ग्रुप से निकलने में सफल रही ,तो हैरानी की बात नहीं है ।
वर्ष 1976 में उत्तर कोरियाई टीम ने पहली बार एशिया कप में भाग लिया ,लेकिन फाइनल दौर की पात्रता पाने के बाद उत्तर कोरिया ने फाइनल दौर में हिस्सा नहीं लिया ।वर्ष 1980 में हुए एशिया कप में उत्तर कोरिया ने चौथा स्थान हासिल किया ।इसके बाद उत्तर कोरियाई टीम या तो एशिया कप के क्वालिफाइंग दौर में बाहर हो गयी या तो इसमें भाग नहीं लिया ।इस बार वह वर्ष 2010 एशियाई चैंलेंजर कप के चैंपियन की हैसियत से सीधे फाइनल दौर में पहुंची ।
उत्तर कोरियाई टीम अंतरराष्ट्रीय फुटबाल संघ के ताज़ा वरीयता क्रम में 108वें स्थान पर है ।टीम के मुख्य कोच चाओ थुंग शु हैं ,जिन्होंने इस टीम को लेकर क्वांगचो एशियाड में भाग लिया था ।क्वांगचो में उत्तर कोरियाई टीम ने अपने पहले मैच में 1--0 से दक्षिण कोरियाई टीम को हराया ।इसके बाद उसने आसानी से 3--0 व 2--0 से फिलिस्तीनी टीम व वियतनामी टीम को हराया ।क्वार्टर फाइनल में उत्तर कोरियाई टीम पेनोल्टी किक में यूएई से हार गयी ।वर्तमान उत्तर कोरियाई टीम के 23 खिलाडियों में से 17 खिलाडियों ने दक्षिण अफ्रीका विश्व कप में भाग लिया था ।विश्व कप से अब तक उसकी मुख्य लाइन में बडा बदलाव नहीं हुआ ।उत्तर कोरियाई टीम के नंबर एक स्टार स्ट्राइकर जोंग टे से हैं ।विश्व कप में अपना अंतिम मैच हारने के बाद जोंग टे से के बहते आंसुओं से सभी लोगों पर गहरा प्रभाव पडा । विश्व कप के बाद जोंग टे से जर्मनी की बी लीग की बोचुम टीम में शामिल हुए ।बोचुम की ओर उन्होंने 16 मैच खेले और 8 गोल दागे ।पहले बोचुम क्लब उनको एशियाई कप में भाग लेने की अनुमति नहीं देना चाहती थी ,क्योंकि 26वर्षीय जोंग टे से के घुटने में चोट है ।बोचुम क्लब को उम्मीद है कि वे अच्छी तरह आराम करेंगे ताकि अगले सत्र में अच्छी फार्म से खेल सकें। लेकिन जोंग टे से ने क्लब से एशिया कप में भाग लेने की तीव्र इच्छा जताई।अंत में क्लब को सहमत होना पडा ।लेकिन बोचुम क्लब ने उनके वापस लौटने की तिथि निर्धारित की है ।हो सकता है कि जोंग टे से सिर्फ दो ग्रुप मैचों में भाग ले सकें। यह उत्तर कोरियाई टीम के लिए एक बुरी खबर है ।
ग्रुप डी में डिफेंडिंग चैंपियन इराक ,तीन बार एशिया कप के विजेता ईरान और संयुक्त अरब अमीरात हैं । तीनों काफी मजबूत माने जा रहे हैं। लेकिन उत्तर कोरियाई टीम को अगले दौर में पहुंचने का विश्वास है ।इससे पहले उत्तर कोरिया की युवा टीम व बाल टीम ने अलग अलग तौर पर एशियाई चैंपियनशिप जीती थी ।उत्तर कोरियाई टीम इस एशियाई कप से अपनी शक्ति फिर साबित करना चाहती है ।
पूर्व चीनी राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच मिलोटिनोविच ने उत्तर कोरियाई टीम पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर उत्तर कोरिया अपनी पूरी शक्ति दिखाएं ,तो वह काफी खतरनाक प्रतिद्विंदी होगी ।लेकिन इस टीम की सबसे बडी खामी उसका कम अनुभव है ।
एशिया कप की तैयारी के लिए उत्तर कोरियाई टीम ने एक महीने तक विदेशों में अभ्यास किया और वार्म अप मैच खेले । काहिरा में उस ने कुवैत के साथ एक मैच खेला ।इसके बाद वह बाहरिन गयी, वहां भी उसने कुवैत के साथ फिर दो मैच खेले और कतर के साथ एक मैच खेला ।
हालांकि उत्तर कोरिया की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है ,लेकिन उनके खिलाडियों में अद्मय भावना और मजबूत इच्छा शक्ति है ,यह उसका सबसे मजबूत हथियार है ।