वर्ष 2010 क्वांगचो पैरा एशियाड पिछले रविवार की रात सफलतापूर्वक समाप्त हो गया। एशियाई पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष डाटो जैनल अबू ज़रीन ने हाल ही में हमारे संवाददाता के साथ एक विशेष साक्षात्मकार में क्वांगचो पैरा एशियाड के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
क्वांगगो पैरा एशियाड में एशियाई पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष जरीन को सबसे व्यस्त व्यक्ति बताया जाता है । पैरा एशियाड उद्घाटित होने के बाद वे विभिन्न स्टेडियम जाकर मैच देखते थे और पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लेते थे । इसके अलावा वे विभिन्न एशियाई देशों व क्षेत्रों के व्यापकअधिकारियों ,खिलाडि़यों ,स्वयंसेवकों व आम क्वांगचो वासियों से मिलते थे । इससे उन्होंने क्वांगचो एशियाड के संचालन की पूरी जानकारी हासिल की।
हमारे संवाददाता के साथ साक्षात्कार में जरीन ने पैरा एशियाड के आयोजन के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा ,सिर्फ मैंने ही नहीं ,सभी लोगों ने क्वांगचो पैरा एशियाड की सफलता देखी । क्वांगचो का आयोजन कार्य बेहतरीन रहा। दो साल पहले आयोजित पेइचिंग पैरा ओलंपिक की तरह क्वागंचो पैरा एशियाड विश्व स्तर का रहा। मैंने जिन लोगों से संपर्क किया ,उन सभी का कहना है कि मेजबान की तैयारियां व सेवा बहुत संतोषजनक है। खिलाडियों को यहां अच्छा लगता था ।यहां का माहौल उत्साहपूर्ण रहा ,जो क्वांगचो पैरा एशियाड में भाग लेने वाले खिलाडियों द्वारा सर्वश्रेष्ठ स्तर दिखाने में लाभदायक था ।
क्वांगचो पैरा एशियाड अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक समिति के झंडे ते तहत आयोजित पहला एशियाई पैरा गेम्स है ।इससे पहले आयोजित नौ एशियाई पैरा गेम्स सुदूर पूर्व व दक्षिण प्रशांत क्षेत्र पैरा गेम्स से नामी है ,जिसका अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपकि समिति से सीधा ताल्लुक नहीं है ।इस पैरा एशियाड से विकलांग खिलाडी एशियाड की स्पर्द्धा में भाग लेने से अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग अंक प्राप्त करेंगे ,जिससे उन्हें पैरालिंपिक में भाग लेने की पात्रता हासिल करने में मदद मिलेगी ।यह क्वांगचो पैरा एशियाड में भाग लेने वाले खिलाडियों के लिए काफी अहम था। इसी कारण विभिन्न देशों व क्षेत्रों के विकलांग खिलाडियों का पैरा एशियाड में भाग लेने का उत्साह अभूतपूर्ण रहा ।इसके अलावा एशियाई पैरालिंपिक समिति को आशा है कि इस एशियाड के आयोजन से समग्र समाज को विकलांग आंदोलन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त होगी और विकलांगों के अधिकार व हित की रक्षा करने और समानता से विकलांग खिलाडियों के साथ बरतने का धारणा अपनाएगा ।इसकी चर्चा करते हुए एशियाई पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष जारिन ने बताया ,विकलांग खिलाडियों ने स्पर्द्धा में जो साहस ,विजय व सफलता के प्रति तीव्र आकांक्षा और समानता का धारणा दिखाया है ,ये इस पैरा एशियाड की सबसे मूल्यवान संपत्ति है ।हम युवाओं के साथ उन संपत्तियों का साझा करना चाहते हैं ,क्योंकि युवा भविष्य के मालिक हैं ।
ज़रीन के विचार में क्वांगचो पैरा एशियाड के उत्साहपूर्ण युवा स्वयंसेवक विकलांग दोस्तों के प्रति समझदारी व सम्मान अपने आसपास के लोगों तक प्रसारित करेंगे । मेजबान शहर क्वांगचो के लिए यह एक मूल्यवान सांस्कृतिक धरोहर होगी। ध्यान रहे इस पैरा एशियाड के स्वयंसेवकों की संख्या 25 हजार थी ।
क्वांगचो पैरा एशियाड ने लगभग 2500 मीडियाकर्मी आकर्षित किये । इस पर जरीन ने संतोष जताया ।उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में अधिक से अधिक मीडिया एशिया में इस सबसे व्यापक पैमाने वाले विकलांग गेम्स का समर्थन करेंगे ।
चाइना रेडियो इंटरनेशनल ने 61 भाषाओं से इस पैरा एशियाड की विस्तृत रिपोर्ट की ।अध्यक्ष जरीन ने कहा ,हम बहुत खुश हैं कि सीआरआई इस पैरा एशियाड की रिपोर्टिंग में सक्रिय रहा । तुम्हारा प्रसारण पूरे विश्व तक फैलता है ,यह हम चाहते हैं ।क्वांगचो पैरा एशियाड न सिर्फ क्वांगचो वासियों के लिए आयोजित है । हमें आशा है कि क्वांग चाओ पैरा एशियाड में जो दिखायी गयी पैरालिंपिक भावना और हमें छोडे गये मूल्यवान धरोहर हैं ,पूरे विश्व को मालूम होगा ।क्वांगचो से प्यार का पूरे विश्व में प्रसार प्रचार होगा ।