16 दिन चले एशियाई खेलों में 45 देशों व क्षेत्रों के 9700 से अधिक खिलाडियों ने भाग लेकर 42 खेलों में एक-दूसरे का मुकाबला किया। यह खिलाडियों और खेल दोनों की संख्या के लिहाज से नया रिकार्ड है। एशियाड में दो खिलाडियों ने तीन बार विश्व रिकार्ड तोड़ा और एक खिलाडी ने एक बार विश्व रिकार्ड की बराबरी की ।इसके अलावा कुल 12 नये एशियाई रिकार्ड कायम हुए । इस सबसे जाहिर होता है कि क्वांगचो एशियाड एक उच्च स्तरीय खेल समारोह है और एशिया के प्रतिस्पर्द्धात्मक खेल का स्तर लगातार ऊंचा हो रहा है। इस बार के खेलों में 36 देशों व क्षेत्रों के नाम पदक तालिका में नजर आये । दोहा एशियाड की तुलना में पदक जीतने वाले देशों व क्षेत्रों की संख्या अधिक हो गयी है ।इसका मतलब है कि पिछले चार साल में एशियाई खेल का विकास पहले से अधिक संतुलित हुआ है ।
उल्लेखनीय बात है कि क्वांगचो एशियाड एक साफ खेल समारोह है ।विभिन्न देशों व क्षेत्रों के खिलाडियों ने न्यायपूर्ण स्पर्द्धा के सिद्धांत पर कायम रहकर ड्रग्स का इस्तेमाल नहीं किया। एशियाड के दौरान कुल 1400 से अधिक बार ड्रग्स जांच की गयी और सिर्फ दो यूरीन नमूने पॉजिटिव पाए गए। एशियाई ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष शेख अहमद अल सबाह ने कहा ,इस एशियाड में 1000 से अधिक ड्रग्स जांच की गयी ,सिर्फ दो मामले में नमूने पॉजिटिव पाये गये ।दोहा एशियाड के 16 ड्रग्स मामले की तुलना में यह एक बडी प्रगति है ।
क्वांगचो एशियाड के प्रतियोगिताओं के गठन ने विभिन्न जगत के लोगों पर गहरा प्रभाव डाला ।प्रतियोगिता का पैमाना आयोजकों के लिए एक बडी़ चुनौती है ।लेकिन 16 दिन तक क्वांगचो एशियाड सुचारू रूप से चला ।सभी प्रतियोगिताएं पूर्वयोजनानुसार अच्छी तरह चलीं। खेलों के दौरान कुल 53 स्टेडियमों का इस्तेमाल हुआ और कुल 86 हजार शटल बस की सेवा प्रदान की गयी और सुरक्षा ,सुविधा व सटीक समय का लक्ष्य पूरा किया गया। एशियाड आयोजन समिति की कार्यकुशलता को एशियाई ऑलंपिक परिषद ,विभिन्न अंतरराष्ट्रीय खेल संगठनों ,विभिन्न खेल प्रतिनिधि मंडलों ,दर्शकों व मीडिया की सराहना मिली ।एशियाई ऑलंपिक परिषद के अध्यक्ष अल सबाह ने कहा ,क्वांगचो एशियाड इतिहास में सर्वश्रेष्ठ एशियाड की पंक्ति में शामिल हुआ। इसके लिए मैं आयोजन समिति के सदस्यों व चीनी ऑलंपिक समिति को धन्यवाद देता हूं ।मैं चीन सरकार ,क्वांगचो म्युनिसिपल सरकार और क्वांगचोवासियों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं ।आप लोगों ने शानदार खेलों का आयोजन किया और खिलाडियों को बेहतरीन प्रतियोगिता का माहौल प्रदान किया।
किसी बडे खेल समारोह की सफलता स्वयंसेवकों की भागीदारी से अलग नहीं हो सकती ।एशियाड में 60 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने स्टेडियम ,खेल गांव ,मीडिया गांव ,समाचार केंद्र व हवाई अड्डे पर खिलाडियों ,अधिकारियों ,दर्शकों व पर्यटकों की सेवा की ।स्वयंसेवकों की मुस्कान एशियाड का सबसे अच्छा विजिटिंग कार्ड बन गया ।थाइलैंड की सेपा टक्रो टीम के कोच अर्चारुंगरोज ने स्वयंसेवकों की चर्चा करते हुए कहा , मैं उन्हें सौ अंक देता हूं ।उनका हर काम अच्छा रहा ,जैसे मार्ग दिखाना व इंटरप्रेटेशन आदि। जब हम खिलाडियों की शटल बस की समय-सूची पूछते थे ,तो वे साफ साफ हमारे खिलाडियों को बताते थे ।प्रतियोगिता के समय वे समुचित वक्त पर हमारे खिलाडियों को पानी देते थे ।
क्वांगचो के दर्शकों ने विभिन्न देशों व क्षेत्रों के खिलाडियों के लिए तालियां बजायीं ,जिससे एक उत्साहपूर्ण वातावरण बना।
एशियाई खेलों का स्तर उन्नत होने के साथ साथ एशियाड का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव बढता जा रहा है ।कुल 900 देशी विदेशी मीडिया ने क्वांगचो आकर इसकी रिपोर्टिंग की और संवाददाताओं की संख्या कोई दस हजार तक जा पहुंची ,जो विश्व के पांच महाद्वीपों से आये।एपी व एएफपी जैसे बडी अमेरिकी व यूरोपीय मीडिया ने भी अपने रिपोर्टर क्वांगचो भेजे।
क्वांगचो शियाड एशियाई युवाओं का मिलन समारोह भी है । विभिन्न देशों व क्षेत्रों के खिलाडी मैदान पर स्पर्द्धा करते थे जबकि मैदान से बाहर वे दोस्त बन जाते थे । उनके दिल में क्वांगचो एशियाड अविस्मरणीय रहेगा।