दोस्तो , 11वीं पंचवर्षिय योजना यानी 2006 से 2010 तक के दौरान विदेशों के साथ चीनी सांस्कृतिक आदान प्रदान का पैमाना और दायरा लगातार विस्तृत हो गया है , विषय वस्तुएं और आकार प्रकार दिन ब दिन समृ्द्ध हुए हैं और माध्यम व स्तर भी विविधतापूर्ण हो गये हैं । वर्तमान में चीन ने 145 देशों के साथ अंतर सरकारी सांस्कृतिक सहयोग समझौते व करीब 800 वार्षिक सांस्कृतिक आदान प्रदान कार्यकारी कार्यक्रम संपन्न किये हैं , साथ ही हजार सांस्कृतिक संगठनों के साथ घनिष्ट सहयोग व संबंध बनाये ऱखे हुए है । चीनी संस्कृति मंत्री चाइ ऊ ने हाल ही में हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि चीन विदेशों के साथ विशाल पैमाने वाली सांस्कृतिक आदान प्रदान गतिविधियों को चलाना जारी रखेगा और खुली सांस्कृतिक रणनीति अपनाकर चीनी संस्कृति को दर्शाने पर जोर देगा ।
चाइ ऊ ने कहा कि 11 वीं पंचवर्षिय योजना के दौरान विदेशों के साथ चीनी सांस्कृतिक आदान प्रदान करने में नयी उपलब्धियां हासिल हैं।
इसी संदर्भ में कम से निम्न दो उपलब्धियां देखने को मिलती है , सर्वप्रथम विदेशों के साथ सांस्कृतिक आदान प्रदान अभूतपूर्व रूप से फलता फूलता नजर आता है , मात्र 2009 में हम ने रूस में चीनी सांस्कृतिक वर्ष मनाया , भारत और इटली में चीनी सांस्कृतिक उत्सव आदि विशाल सांस्कृतिक आदान प्रदान गतिविधियां चलायीं , इस के अलावा चीन के भीतर में पेइचिन में मिलन नामक अंतर्राष्ट्रीय कला उत्सव , शांगहाई अंतर्राष्ट्रीय कला उत्सव और शांगहाई विश्व मेले को लेकर विविधतापूर्ण सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित कीं ।
अपूर्ण आंकड़ों के अनुसार चीन वर्तमान में 145 देशों के साथ अंतर सरकारी सांस्कृतिक सहयोग समझौते व करीब 800 वार्षिक सांस्कृतिक आदान प्रदान कार्यकारी कार्यक्रम संपन्न कर चुका है और हजार सांस्कृतिक संगठनों के साथ घनिष्ट सहयोग संबंध बरकरार रहा है । 11 वीं पंचवर्षिय योजना के दौरान समूचे चीन में वैदेशिक सांस्कृतिक आदान प्रदान करने का पैमाना व दायरा लगातार विस्तृत हो गया है , विषय वस्तुएं व आकार प्रकार दिन ब दिन समृद्ध हुए हैं और माध्यम व स्तर भी और अधिक विविधतापूर्ण हुए हैं ।
दूसरी तरफ हम ने अतीत के सरकारी आदान प्रदान पर निर्भर रहने के फारमूले को बदल कर सांस्कृतिक आदान प्रदान को सांस्कृतिक व्यापार के साथ बराबर करने पर जोर दिया है , प्रकाशन , फिल्म व टीवी और प्रस्तुति आदि के क्षेत्रों में हमारी सांस्कृतिक संस्थाओं को अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक बाजार की प्रतिस्पर्द्धा में भाग लेने को प्रोत्साहन दिया है और नयी उपलब्धियां भी हासिल कर ली हैं , जिस से 12 वीं पंचवर्षिय योजाना यानी 2011 से 2015 तक के दौरान विदेशों के साथ चीनी सांस्कृतिक आदान प्रदान बढावा देने के लिये महत्वपूर्ण अनुभव जुटाये गये हैं ।
सरकारी सांस्कृतिक आदान प्रदान को बढावा देने के चलते चीन ने बाजारीकरण , व्यापारीकरण व उद्योगीकरण के तौर तरीकों के जरिये विदेशों के साथ सांस्कृतिक आदान प्रदान व सहयोग की सक्रिय खोज निकाली है , जिस से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी प्रस्तुति का कोटा व प्रभाव लगातार विस्तुत हो गया है । चीनी संस्कृति मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2009 में कुल 170 कला मंडलियों ने विदेशों में व्यावसायिक प्रस्तुतियां कीं और कुल 8 करोड य्वान से अधिक आय प्राप्त की और लगभग एक करोड़ 60 लाख दर्शकों ने प्रस्तुतियां देखीं ।
इस के साथ ही चीन ने सारी दुनिया में 9 वैदेशिक सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किये , योजनानुसार आगामी 2020 तक ये केंद्र बढ़कर 40 तक पहुंच जायेंगे ।
चाइ ऊ ने कहा कि 12वीं पंचवर्षिय योजना के दौरान खोज पर कायम रहकर श्रेष्ठ चीनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां विश्व मंच पर प्रदर्शित की जायेंगी ।
हम बड़े पैमाने वाली वैदेशिक सांस्कृतिक आदान प्रदान करना जारी रखेंगे और केंद्रित रुप से चीनी संस्कृतियां दर्शायेंगे , इसी बीच विभिन्न सथलों व विभागों की सक्रियता उजाकर संसाधन जुटाय़ेंगे और वैदेशिक सांस्कृतिक रणनीति को संपूर्ण बना देंगे । आइंदे हम सांस्कृतिक व्यापार के विकास का समर्थन करेंगे और अधिक श्रेष्ठ सांस्कृतिक उत्पादनों को अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक बाजार में प्रोत्साहन देगें , ताकि चीनी वैदेशिक सांस्कृतिक आदान प्रदान में नयी शक्ति का संचार किया जा सके ।