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सिनच्यांग के बाईनक्वोल मंगोलिया स्वायत प्रदेश की न्वोछांग काऊंटी के जूजूबे
2010-11-30 14:24:39
सिनच्यांग का प्रचुर फलों से मशहूर है, जिस का दूसरा नाम है फलों का जन्मस्थान। यहां विशेष मौसम एवं तापमान के बड़े परिवर्तन से यहां के अनेक फल बहुत मीठा हैं। हम आप लोगों को सिनच्यांग के बाईनक्वोल मंगोलिया स्वायत प्रदेश की न्वोछांग काऊंटी के जूजूबे का परिचय देंगे। यहां उत्पादित जूजूबे बहुत मीठा है। जूजूबे उगाने से न्वोछांग काऊंटी के किसानों व चरवाहाओं की औसत वार्षिक आमदनी 10 हज़ार से ज़्यादा पहुंची है, जो पश्चिम चीन के 12 प्रांतों व शहरों में किसानों की औसत आमदनी सब से ऊंची है।

सिनच्यांग की न्वोछांग काऊंटी दुनिया के दूसरे रेगिस्तानृ---टाखलामा रेगिस्तान के दक्षिणी भाग में स्थित है। वर्ष में यहां सूर्य की रोशनी 3000 घंटे तक पहुंचती है। दिन व रात में तामपान का घाटा लगभग 25 सेंटिग्री़ड है। यहां सिनच्यांग में सब से कठोर व सुदूर क्षेत्रों में से एक है और रेगिस्तान की स्रोत काऊंटी भी है। यहां की प्राकृतिक स्थिति अत्यन्त खराब है। हालांकि यहां वर्षा कम है, फिर भी रोशनी का ऊर्जा संसाधन बहुत प्रचुर है, जो न्वोछांग जूजूबे के उगाने के लिए अत्यन्त उचित है।

पहले यहां अनाज पर्याप्त नहीं थी, और कपास का उत्पादन भी अच्छा नहीं था। जूजूबे का उत्पादन करने से पहले न्वोछांग काऊंटी के किसानों की औसत आमदनी 1700 व्यान से कम होती थी, जबकि इस वर्ष 10 हज़ार व्यान तक पहुंची है।

वर्ष 2001 में चीन सरकार एं सिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश ने कृषि उद्योग के ढांचे का रणनीतिक बंदोबस्त करने की बुनियादी मांग प्रस्तुत की। न्वोछांग काऊंटी की सरकार ने खुशहाली समाज में लोगों द्वारा स्वस्थ खाद्य के प्रति नयी मांग के अनुसार, जोरदार से जूजूबे का विकास किया। हाल में पूरी काऊंटी में जूजूबे के उगाने का क्षेत्रफल लगभग 10 हज़ार हेक्टर तक विस्तृत किया गया। शुरू में न्वोछांग के किसान जूजूबे उगाने का नेतृत्व करने वाले न्वोछांग काऊंटी की कम्युनिस्ट कमेटी के महा सचिव चांग या फींग, जिसे जूजूबे महा सचिव के नाम से मशहूर हैं, ने न्वोछांग में विकास फार्मूले का निचोड़ किया। उन के अनुसार,

सर्वप्रथम हमें आर्थिक लाभांश मिला है। एक मून (एक हेक्टर में 15 मून होते हैं) में हम 3000 से 5000 चीनी य्वान कमा सकते हैं। जबकि पहले एक मून में कपास उगाने से केवल 700 से 800 चीनी य्वान की कमाई पा सकते थे। लाल जूजूबे उद्योग का विकास करने से हमें पानी की किफ़ायत भी कर सकते हैं। अन्य फलों की तुलना में जूजूबे उगाने में कम पानी की जरूरत है। तीसरा, जूजूबे का स्पष्ट पारिस्थितिकी लाभांश होता है। न्वोछांग के आसपास क्षेत्र में पारिस्थितिकी स्थिति बेहत्तर होने लगा। और तो और जूजूबे का सामाजिक लाभांश भी अपेक्षाकृत स्पष्ट है। लोग जूजूबे उगाने से समृद्ध बनते और यहां जातीय एकता व सामनजस्य की स्थिति दिखायी जाती है।

पिछले 9 वर्षों में न्वोछांग काऊंटी के कई नेता जूजूबे का विकास करने में लग्न रहते हैं। जूजूबे का क्षेत्रफल भी 2001 के 500 से ज़्यादा हेक्टर से बढ़कर 2009 के 10 हज़ार हेक्टर तक बढ़ गया है। किसानों की औसत वार्षिक आमदनी भी दस हज़ार य्वान को पारा है। यहां जीवन स्थिति का बड़ा सुधार आया है।

इस काऊंटी की वूटामू काऊंटी के 500 से ज़्यादा किसान परिवारों में 60 प्रतिशत से ज़्यादा किसानों की आमदनी लगभग 1 लाख चीनी य्वान तक पहुंची है। अनेक किसानों ने साइकिल व मिट्टी मकानों को छोड़कर फ़्लेट में स्थानांतरित किया और मोटर गाड़ी खरीदी। 2009 के सर्दियों में अनेक किसानों ने क्वांग तुंग, हांगकांग व मकाओ की यात्रा करना शुरू की।

जूजूबे उद्योग से किसानों ने किस तरह दिमाग से खेती भूमि में उगाने पर सोच विचार करना लगा है। ह्वेई जाति के किसान मा श्याओफ़ू ने न केवल जूजूबे उगाने की नयी तकनीक सीख ली, बल्कि इस वर्ष जूजूबे उगाने से उन्हें 4 लाख य्वान भी मिले हैं। उन के अनुसार,

मैंने नयी तकनीक का इस्तेमाल करके खेती भूमि में जूजूबे का पैदावर को बढ़ाया है। पहले एक मून की खेती भूमि में मुझे केवल 70 से 80 किलोग्राम के जूजूबे मिल पाते थे, जबकि अब मैं 500 से 600 किलोग्राम जूजूबे हासिल कर सकता हूं।

न्वोछांग काऊंटी में जूजूबे उद्योग का विकास करने से पहले स्थानीय किसान सेब, नाशपाती व अंगूर आदि फल उगाते थे, लेकिन, सब विफल हो गये। इस के बाद, स्थानीय सरकार ने जूजूबे उद्योग का विकास करने का प्रसार किया और किसानों को प्रोत्साहित किया। सरकार ने सर्वप्रथम पूंजी देकर जूजूबे के अंकुर प्रदान किये और विभिन्न उदार कदम भी उठाये। शुरू में, न्वोछांग काऊंटी ने तकनीक कर्मियों को भेजकर किसानों को सिखाया। किसान भी एक दूसरे की मदद दी। इस से काऊंटी में किसानों के जूजूबे उगाने का उत्साह बढ़ता रहा। किसान वांग फडंल्यैन को अच्छी वेवुर भाषा आती है। उन्होंने हान जाति के जूजूबे विशेषज्ञों द्वारा सिखायी गयी तकनीक को वेवुर जाति के किसानों को सुनाया। उन के अनुसार,

मैं स्वच्छा से उन्हें मदद देती हूं। चुंकि यहां के वेवुर लोगों को चीनी भाषा नहीं आती है, इसलिए, मैं वेवुर भाषा से उन्हें समझाती हूं।

जूजूबे की गुणवत्ता को उन्नत करने के लिए न्वोछांग काऊंटी ने देश के मापदंड से और कड़ी मापदंड बनाया। न्वोछांग काऊंटी ने जूजूबे के उगाने, खरीदारी एवं बिक्री आदि क्षेत्रों में किसानों, कारोबारों एवं व्यापारियों की कार्यवाइयों को मापदंड किया और कारगर रूप से जूजूबे की गुणवत्ता व ब्रांड की रक्षा की। न्वोछांग काऊंटी की विज्ञान व तकनीक ब्यूरो के उप प्रधान चांग वनशिन ने कहा,

हम ने जूजूबे के चुनने और बैकींग करने के लिए मापदंड बनाया, जिस से न्वोछांग जूजूबे की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा की गयी।

जूजूबे कीट की रोकथाम के लिए न्वोछांग काऊंटी ने अत्यन्त कड़ी कदम उठाया। स्थानीय सरकार ने न्वोछांग में प्रवेश करने वाली सभी गाड़ियों की कड़ी जांच की और बाहरी कीटों के इस मे प्रवेश करने में कदम उठाया। इस के अलावा, उस ने एक ही समय पर एक ही तरीकों से जूजूबे कीट की रोकथाम करते हैं।

अब हर वर्ष न्वोछांग काऊंटी में उत्पादित प्रथम स्तरीय जूजूबे का उत्पादन कुल जूजूबे के 40 प्रतिशत तक पहुंचा है, जबकि दूसरे व तीसरे स्तरीय जूजूबे की गुणवत्ता व दाम भी अन्य स्थलों से उत्पादित जूजूबे से ऊंची है। न्वोछांग ने चीन के पेइचिंग, शांगहाई, क्वांग तुंग एवं ह नाई प्रांतों में कई सौ दुकानें भी खोलीं और जापान तथा अन्य दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों से घनिष्ट संपर्क बरकरार रखाया है। तालीमू जूजूबे कंपनी के डिरेक्टर ज़ी सूफडं ने हमें बताया,

न्वोछांग में जूजूबे की गुणवत्ता देश में सब से अच्छी है। चीन के भितरी इलाके में जूजूबे का दाम कई चीनी य्वान एक किलोग्राम है, जबकि हमारे यहां जूजूबे का दाम एक किलोग्राम 100 से 300 चीनी य्वान है। हम आशा करते हैं कि सब लोग हमारे यहां से उगाये गये सब से अच्छा जूजूबे खा सकेंगे।

9 वर्षों के निरंतर विकास के बाद जूजूबे न्वोछांग के किसानों द्वारा आमदनी को बढ़ाने का तरीका बना। यहां किसानों की वार्षिक आदमनी में लगभग 80 प्रतिशत जूजूबे से आयी है। लेकिन, न्वोछांग काऊंटी इस से संतुष्ट नहीं है। उस ने भविषय में जूजूबे के विकास को नया निर्णय प्रस्तुत किया। न्वोछांग काऊंटी के महा सचिव हाओ च्यैनमीन ने कहा कि वे लोग जूजूबे को देश विदेश की बाज़ारों में प्रवेश करना चाहते हैं। साथ ही वे चरवाही एवं कृषि का ज़ोरदार विकास भी करेंगे और चतुर्मुखी अनवरत विकास को साकार करेंगे। श्री हाओ च्यैनमीन के अनुसार,

हम ने हरे जूजूबे उगाने की मांग प्रस्तुत की और अपना मापदंड बनाया। हम आशा करते हैं कि तीन से पांच वर्षों में हम हमारी काऊंटी को चीन का श्रेष्ठ जूजूबे अड्डा बनायेंगे।

जूजूबे उद्योग से न्वोछांग के किसानों देश के अन्य क्षेत्रों के किसानों के साथ खुशहाली समाज में प्रवेश कर पाते हैं। जूजूबे की चर्चा करते समय 53 वर्षीय किसान यांग छिनछन को बड़ी खुशी हुई है। उन के अनुसार,

जूजूबे की चर्चा करते समय लोगों को लगा कि जूजूबे न्वोछांग काऊंटी की जनता के समृद्ध बनाने का रहस्य है। यह सही माइने में जनता के समृद्ध बनाने का रास्ता ही है।

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