Web  hindi.cri.cn
श्रीलंका की आशा है कि वह पश्चिमी चीन के साथ और सहयोग कर सकेगा
2010-11-26 10:55:21

दोस्तो, 22 अक्तुबर में 11वां पश्चिमी चीनी अंतर्राष्ट्रीय मेला दक्षिण-पश्चिमी चीन के स्छ्वान प्रांत के छंगदू शहर में आयोजित हुआ। बड़े पैमाने वाले मौजूदा छह दिवसीय मेले से श्रीलंका समेत 44 देशों व क्षेत्रों के हजारों उद्यमों को भागीदारी के लिये आकर्षित किया गया है। 23 अक्तुबर को छंगदू स्थित श्रीलंकाई कौंसुलेट के प्रधान सुमुदू वालाखुलुग ने चाइना रेडियो इंटरनेशनल की विशेष इंटरव्यू स्वीकार करते हुए कहा कि पश्चिमी चीनी अंतर्राष्ट्रीय मेला पश्चिमी चीन का सब से महत्वपूर्ण आर्थिक व व्यापारिक मेला है। श्रीलंका छंगदू को खिड़की के रूप में पश्चिमी चीन के साथ संपर्क बढ़ाएगा और विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान व सहयोग का विकास करेगा। सुनिये विस्तार से।

तिसम्बर 2009 में स्थापित छंगदू स्थित श्रीलंकाई कौंसुलेट स्छ्वान का नौवां विदेशी कार्यलय है। इस तरह श्रीलंका पाकिस्तान के अलावा छंगदू में स्थापति श्रीलंकाई कौंसुलेट का दूसरा दक्षिण एशियाई देश बना है। छंगदू में स्थापित कौंसुलेट पर चर्चा करते हुए वालाखुलुग ने कहा

इसलिये हम ने छंगदू में श्रीलंकाई कौंसुलेट की स्थापना की, क्योंकि छंगदू और स्छ्वान प्रांत हमारे लिये और अधिक आकर्षक है। परंपरागत कृषि देश के रूप में श्रीलंका की अर्थव्यवस्था बड़ी हद तक कृषि पर निर्भर होती है। जब कि स्छ्वान चीन के सब से विकसित कृषि प्रांतों में से एक है और कृषि, पर्यटन, उद्योग व पूंजीनिवेश आदि क्षेत्रों में बहुत श्रेष्ठता है। हम द्वारा छंगदू में कौंसुलेट की स्थापना का उद्देश्य उक्त क्षेत्रों में पश्चिमी चीन के साथ सहयोग का विकास करना है।

2008 में श्रीलंकाई राष्ट्रपति राजापाकसा भूकंप ग्रस्त लोगों को संवेदना के लिये स्छ्वान आये थे। स्छ्वान प्रांत के गवर्नर चांग चू फेंग ने श्रीलंका सरकार व जनता द्वारा दी गयी निवार्थ सहायता पर हार्दिक आभार व्यक्त किया। नवम्बर 2009 में स्छ्वान प्रांत की कम्युनिस्ट पार्टी की कमेटी के अध्यक्ष ल्यू ची बाओ ने श्रीलंका की यात्रा की और श्रीलंकाई राष्ट्रपति राजापाकसा व प्रधान मंत्री विकरामानायाक से भेंट की। ल्यू ची बाओ ने कहा कि स्छ्वान प्रांत युद्ध के बाद श्रीलंका के पुनःनिर्माण में सकारात्मक भाग लेने और श्रीलंकाई संबंधित विभागों के साथ मैत्रीपूर्ण सहयोग करने को तैयार है।

छंगदू स्थित श्रीलंकाई कौंसुलेट की स्थापना से पश्चिमी चीन व श्रीलंका के बीच एक सुविधाजनक पुल का निर्माण किया गया है और दोनों पक्षों के राजनीति, अर्थव्यवस्था, व्यापार व संस्कृति आदि क्षेत्रों में आदान प्रदान व सहयोग और बढ़ाया गया है। सुमुदू वालाखुलुग ने कहा कि चीन द्वारा पश्चिमी चीन के विकास की रणनीति लागू होना दस साल हो चुके हैं। पश्चिमी चीन के सब से महत्वपूर्ण आर्थिक व व्यापारिक मेले के रूप में मौजूदा पश्चिमी चीनी अंतर्राष्ट्रीय मेले में विशेष महत्व रखा गया है। इसलिये श्रीलंका ने श्रीलंकाई उद्यमों को मौजूदा मेले में भागीदारी का सक्रिय रूप से संगठन किया। उन का कहना है

वर्तमान तक मेले में भाग लेने वाले श्रीलंकाई उद्यमों की संख्या 50 से अधिक है और चीनी खरीदारियों व व्यापारियों के साथ आर्थिक व व्यापारिक संपर्क स्थिर रूप से बढ़ रहा है। पिछले मेले में भाग लेने वाले हमारे उद्यमों की संख्या सिर्फ 5 है, जब कि मौजूदा मेले में इस संख्या बढ़कर 50 तक पहुंची है, जो एक प्रगति है। हम अगले मेले में अधिक श्रीलंकाई उद्यमों को भागीदारी को प्रोत्साहित करेंगे।

सुमुदू वालाखुलुग ने कहा कि श्रीलंका मौजूदा मेले को भारी महत्व देता है और आशा है कि मेले के जरिये उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त हो सकेगी। उन का कहना है

हम द्वारा श्रीलंकाई उद्यमों को मेले में भागीदारी का प्रोत्साहन करना न केवल उन्हें मेले के जरिये अपने उत्पादन की बिक्री की सहायता करता, बल्कि पश्चिमी चीनी उद्यमों के साथ अधिक संपर्क की स्थापना की कोशिश भी करता है।

चीन द्वारा पश्चिमी चीन के विकास की रणनीति लागू होने के दस सालों से पश्चिमी चीन के आर्थिक व सामाजिक विकास में बड़ी सफलता मिली है। सुमुदू वालाखुलुग ने कहा कि स्छ्वान पश्चिमी चीन के आर्थिक व सांस्कृतिक केंद्र के रूप में अन्य प्रांतों का समान विकास बढ़ाने में अत्यन्त भूमिका अदा करता है। श्रीलंका छंगदू स्थित कार्यलय के जरिये पश्चिमी चीनी क्षेत्रों के साथ संपर्क बनाए रखकर विभिन्न क्षेत्रों में आवाजाही व सहयोग मजबूत करेगा। हाल में सब से फौरी लक्ष्यों में से एक छंगदू से श्रीलंका तक प्रत्यक्ष उड़ान शुरू करना है। उन्होंने कहा

श्रीलंका व स्छ्वान यहां तक पश्चिमी चीन के बीच संपर्क बढ़ाने व अर्थतंत्र व व्यापार, पर्यटन उद्योग का विकास करने के लिये श्रीलंका से छंगदू तक प्रत्यक्ष उडान शुरू करना वर्तमान सब से फौरी बात है। अभी हम इसे लेकर एयर चीन कंपनी के साथ वार्ता कर रहे हैं। अनुमान है कि अगले साल के मध्य में इस बात मुर्त रूप दी जाएगी।

वालाखुलुग ने कहा कि श्रीलंका मोटर वाहन विनिर्माण, दुग्ध प्रसंस्करण, कृषि मशीनरी, शिक्षा व संस्कृति आदि क्षेत्रों में पश्चिमी चीन के साथ आवाजाही व सहयोग बढ़ाएगा।

(रूपा)

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040