दोस्तो, वर्तमान वैश्विक अर्थव्यवस्था की अनिश्चितता के तहत विदेशी पूंजी के लिये क्या चीनी पूंजीनिवेश वातावरण बुरा बन रही है?30 सालों की तेज वृद्धि के बाद क्या चीनी अर्थव्यवस्था में कमी पैदा होगी? दोस्तो आज के कार्यक्रम में हम चीनी पूंजीनिवेश वातावरण के बारे में कुछ बताएंगे।
इस महीने के मध्य में वैश्विक आर्थिक मंच का 2010 वार्षिक सम्मेलन यानी चौथा दावोस मंच उत्तरी चीन के समुद्री शहर थ्यानचिन में आयोजित हुआ। स्वीजलैंड में आयोजित शीतकाल दावोस मंच की तरह चीन में आयोजित ग्रीष्म दावोस मंच विश्व के सब से महत्वपूर्ण आर्थिक सम्मेलनों में से एक बना है।
मौजूदा मंच का प्रमुख विषय सतत विकास को बढ़ावा देना है। चीन और चीन द्वारा बढ़ा रहे आर्थिक पुनर्गठन संबंधी मुद्दों पर लोगों का ध्यान खींचा है। सम्मेलन में उपस्थित विदेशी कंपनियों के वरिष्ठ प्रबंधकों व सरकारी प्रधानों के विचार में आगामी लम्बे समय के भीतर चीनी अर्थव्यवस्था फिर भी सब से गतिशील अर्थव्यवस्था है। जर्मन मेट्रो समूह के सी ई ओ ऐखार्ड कोर्डेस ने कहा कि विश्व के तीसरी सबसे बड़ी खुदरा उद्यम के रूप में वह चीन में पूंजीनिवेश का विस्तर करेगा। उन का कहना है
जैसे आप लोगों ने चीन में देखा है, जो मैं ने देखा, उसे उत्तेजक बात है। 1996 हम ने चीन में अपने उद्यम की स्थापना की। इस वर्ष के अंत तक हम द्वारा स्थापित शाखा उद्यमों की संख्या 50 पहुंचेगी। इस साल हम शांगहाई में प्रथम इलेक्ट्रॉनिक बिक्री भंडार खोलेंगे।
आर्थिक संकट में फंस गये आइसलैंड के उद्यमों ने चीन में नये मौके का लाभ उठाया है, जिन में स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाएं शामिल है। आइसलैंड के राष्ट्रपति रागनार ने चीन और आइसलैंड के बीच फलदायक सहयोग कार्यक्रमों के परिचय के लिये दावोस मंच के दौरान विशेष ब्रीफिंग बुलायी। उन्होंने कहा
आइसलैंड एक बहुत दूर का छोटा देश है। हम ने चीन के साथ बहुत महत्वपूर्ण वैश्विक सवालों पर सहयोग किया है। उदाहरण के लिये स्वच्छ ऊर्जा, भूकंप निगरानी आदि क्षेत्र।
रागनार द्वारा चर्चित स्वच्छ ऊर्जा भविष्य में चीन में जोरदार विकसित नव उद्योगों में से एक है। इस वर्ष चीनी केंद्रीय सरकार द्वारा जारी विदेशी पूंजी के प्रयोग संबंधी निर्देशक प्रस्ताव में स्पष्ट किया गया है कि खुले क्षेत्रों का विस्तार किया जाना और विदेशी पूंजी को रणनीतिक नव उद्योगों में लगाने का प्रोत्साहन किया जाना चाहिये। साथ ही चीन के विकसित लक्ष्य के अनुसार उच्च खपत व उच्च प्रदूषण वाले कार्यक्रम सख्ती से सीमित की जानी चाहिये।
चीनी अर्थव्यवस्था के पुनर्गठन के दौरान लोगों की चिंता है कि चीन विदेशी पूंजी को आकर्षित करने वाली नीति बदलेगा या नहीं। चीनी प्रधान मंत्री वन चा पो मौजूदा मंच में भाग लेने के समय उद्यमियों के साथ वार्ता करते हुए बलपूर्वक कहा कि चीन विदेशी उद्यमों के लिये खुलेद्वार व न्यायपूर्ण वातावरण तैयार करने में संलग्न होगा। उन्होंने कहा
चीनी कानून के अनुसार चीन में पंजीकृत सब उद्यम चीनी उद्यम हैं। उन द्वारा निर्मित उत्पाद चीन द्वारा निर्माण के बराबर है। चीन में पंजीकृत विदेशी उद्यम समान राष्ट्रीय उपचार का आनंद उठाते हैं।
वन चो पो की ब्यान विदेशी पूंजीनिवेशकों का विश्वास बढ़ी है। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के प्रबंध निदेशक तैविड चिन ने कहा कि कोई संकेत नहीं है कि विदेशी उद्यमों के चीन में पूंजीनिवेश की रूझान कमजोर बन रही है। उन का कहना है
प्रधान मंत्री वन ने चीनी अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी चुनौतियों व मौकाओं की स्पष्ट व्याख्या की। हम चीनी बाजार पर विश्वासनीय हैं। कोई संकेत नहीं है कि विदेशी उद्यमों के चीन में पूंजीनिवेश की रूझान कमजोर बन रही है। जब कि विदेशी पूंजी चीन में प्रवेश कर रही है। चीनी बाजार विदेशी उद्यमों के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
वास्तव में विश्व के 500 शक्तिशाली उद्यमों में से 470 ने चीन में अपने कंपनी की स्थापना की है। इस जूलाई तक चीन द्वारा आकर्षित विदेशी पूंजी 105 खरब अमरिकी डालर तक पहुंची।
बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के प्रबंध निदेशक मिचेल के ख्याल में आगामी दस सालों के भीतर वैश्विक आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण अवसर नवीनतम बाजारी शहरों की वृद्धि है। चीन में शहरीकरण प्रक्रिया व घरेलू मांग को प्रोत्साहन से कई अवसरों का सृजन किया जाएगा। मिचेल ने कहा
मैं चीनी अर्थव्यवस्था के निरंतर विकास पर बहुत विश्वासनीय हूं। चीनी अर्थव्यवस्था संतुलित विकास की तलाश व उपभोक्ता के बढ़ावे वाली नीतियों से बढ़ायी जाएगी। वर्तमान में चीनी घरेलू मांग का अनुपात सिर्फ 36 प्रतिशत रही है, जिस से दुनिया के बहुत देशों के बीच बड़ा अंतर है। इसलिये चीनी घरेलू मांग व उपभोक्ता चीनी अर्थव्यवस्था संतुलित विकास की तलाश के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।
चीन समेत नवीनतम आर्थिक समुदाय विदेशी उद्यमों के दीर्घकालीक रणनीतिक पूंजीनिवेश का अहम विषय है। संयुक्त राष्ट्र व्यापार व विकास संगठन द्वारा इस माह के आरंभ में जारी 2010-2012 विश्व पूंजी भविष्यवाणी संबंधी जांच रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की सबसे आकर्षक निवेश गंतव्यों में चीन प्रथम स्थान पर रहा है। भविष्य में चीनी अर्थव्यवस्था की वृद्धि के दौरान विदेशी उद्यमों को चीनी उद्यमों के साथ विकसित मौका मिलेगा।(रूपा)