यदि आप शहर में रहते हैं या आप को शहर जाने का अवसर मिला हो, तो आप ने महसूस किया ही होगा आधुनिक शहरों में शोर बहुत ज्यादा रहता है, गाड़ियों की पौं-पौं, धुंआ और लोगों के भीड़ भड़क्के से आम आदमी का दिल ही बैठने लगता है। लम्बे समय से शहर में रहने वाले लोग स्वाभाविक रूप से अब थोड़ी सी शांति की कामना करने लगे हैं। इसलिए अब चीन में पारंपरिक गांवों में जा कर रहना शहरवालों का सपना बन गया है।
पतझड़ का मौसम है। हल्की-हल्की हवा बह रही है, मौसम में थोड़ी सी गर्मी अभी भी बाकी है। एक आंगन में युवा लोग छोटे-छोटे समूहों में मेज़ों के चारों ओर बैठकर बातचीत करते हुए हल्के-हल्के संगीत का आनंद उठाते हुए ठंडी कॉफ़ी पी रहे हैं और केक भी खा रहे हैं। यह सुनकर आप को ज़रूर लग रहा होगा कि वे लोग शहर के किसी रेस्तरां या कॉफी हॉउस में बैठे हैं। वास्तव में यह छंगतू शहर की सेनशंग बस्ती के होंगशा गांव का एक ग्रामीण होटल है। अब करीब इस तरह के 10 होटल सेनशंग बस्ती में खुल गए हैं। हालांकि बस्ती के 300 ग्रामीण होटलों में इस तरह के होटलों का अनुपात सिर्फ़ 5 प्रतिशत है, लेकिन वे धीरे-धीरे गांव का चेहरा बदल रहे हैं।
होंगशा गांव में अंततः हम "फ़ान छ्वेन अर" नामक ग्रामीण होटल में पहुंच ही गए। इस होटल की मालकिन 20 साल से थोड़ी ज्यादा उम्र की एक युवा लड़की है। उस के होटल में घुसते ही लगता है जैसे किसी रोमांटिक जगह पर आ गए हों। बाहर बांस की खपचियों से बनी बाड़ पर फूलों वाली हरी बेलें लिपटी हुई हैं, दरवाजे के ऊपर यूरोपीय शैली का बल्ब लगा है और दीवार के साथ-साथ सफ़ेद रंग की कुछ सोफा नुमा बेंचें रखी हुई हैं, जिनपर रंग-बिरंगे मुलायम तकिये सजे हुए हैं। चीन के गांवों में आजकल पश्चिमी शैली की रंगत शामिल होना आम बात हो गई है। चिड़ियों की आवाज़ सुनते हुए होटल में और आरामदायक महसूस होता है। "फ़ान छ्वेन अर" नामक इस ग्रामीण होटल की मालकिन श्याओ क्वुए ने बताया कि चीनी और पश्चिमी शैली का खाना हमारे होटल की सबसे बड़ी विशेषता है।
"पहले मैंने कई साल तक ग्राफिक डिजाइनिंग का काम किया था। दो साल पहले मैंने खानपान का काम करना शुरू किया। शुरू में मैंने एक रेस्तरां खोला। लोगों को मेरे रेस्तरां का खाना बहुत पसंद आया। मेरा रेस्तरां छोटा था, इसलिए मैंने यहां सानशंग बस्ती में यह होटल खोला है। जब मैं रेस्तरां चलाती थी, तब मेरे होटल में ज्यादातर पश्चिम खाना ही बेचा जाता था, चीनी खाना कम था। यहां आने के बाद मैंने पश्चिमी खाने के साथ-साथ स्छ्वान के विशेष स्वाद वाला भोजन भी अपने मेनु में शामिल कर लिया।"
होटल में पश्चिम शैली के गुदगुदे सोफ़े पर बैठ कर मधुर संगीत की आवाज़ सुनते हुए हम जान गए कि सिर्फ़ 4 महीने पुराना यह होटल शहरियों को क्यों इतना ज्यादा आकर्षित कर रहा है।
मालकिन श्याओ क्वेए में छंगतू वासियों की विशेषता है, यानिकि अपने आप पर विश्वास और स्वतंत्रता का आनंद उठाना। यह उन के होटल खोलने का मूल इरादा भी है। सानशंग बस्ती में श्याओ क्वेए का "फ़ान छ्वेन अर" ग्रामीण होटल पहला पश्चिमी शैली वाला ग्रामीण होटल है, जो इतना फैशनेबल है। यह होटल युवाओं में विशेष कर अधिक लोकप्रिय है, क्यों कि वे यहां काफी तरह के खेल भी खेल सकते हैं।
श्याओ क्वेए के "फ़ान छ्वेन अर" ग्रामीण होटल का दौरा करने के बाद हम एक और ग्रामीण होटल चलते हैं, जिसका नाम है श्यू खोंग च्येन। यह एक तीन मंज़िला इमारत है, और हर मंज़िल की अपनी-अपनी विशेषता है। सबसे ऊपरी मंज़िल में कुछ रिहायशी कमरे हैं, जिन में हाथ से बनी रस्सियों से बना हुआ मूढ़ा, बड़ा सोफ़ा, तांबे की प्रतिमा और तरह-तरह की किताबें नज़र आती हैं। दूसरी मंज़िल चारों ओर से खुली हुई है और इस में रुफ गार्डन बना हुआ है। और सबसे निचली मंज़िल सब्ज़ियां और फलों के स्टोर का काम करती है। इस तरह सब्जियां और फल घर में ही हो जाते हैं, बाहर से खरीदने की कोई ज़रूरत नहीं।
इस होटल का नाम "श्यू खोंग च्येन" मालकिन वू मेई के ब्लॉग के नाम पर रखा हुआ है। वू मेई की आशा है कि वेबसाइट पर लोगों के बीच काल्पनिक आवाजाही वास्तविक आवाजाही में बदल जाएगी। होटल में लोग आपस में बातचीत कर सकते हैं। सांस्कृतिक जगत और मीडिया से जुड़े लोग यहां आना ज्यादा पसंद करते हैं। अब होटल एक छोटा सा सांस्कृतिक केंद्र बन गया है, जहां सारा-सारा दिन लोग आराम से पेड़ के नीचे किताबें पढ़ते हैं, बातचीत करते हैं, चाय काफी पीते हैं।
सरल और इस तरह के साधारण किंतु संतोषप्रद जीवन होटल की मालकिन के पति ली ल्यांग चन को बहुत पसंद है। उन्होंने यहां बसने और होटल का व्यापार अच्छी तरह करने का निर्णय लिया है। अपने जीवन के आदर्श और व्यापार के भविष्य की चर्चा करते हुए में ली ल्यांग चन ने बतायाः
"हम आराम से यहां होटल का व्यापार कर रहे हैं। अतिथि आते हैं, हम उन की अच्छी सेवा करते हैं। यहां आने वाले दोस्त आम तौर पर हमारा होटल पसंद करते हैं और वे अक्सर यहां आते हैं। यहां आने वाले कुछ लोगों से मेरा पहली बार परिचय हुआ। उन से बातचीत करके मुझे बहुत कुछ नया जानने और सीखने का मौका मिल रहा है। और मुझे महसूस हो रहा है कि इस दुनिया में हरेक व्यक्ति अपने-अपने तरीके से जीवन बीता रहा है।"
ली ल्यांग चन पहले एक बड़ी कंपनी के अधिकारी थे। अब वे इस होटल के खानसामां बन गए हैं। वे खाना पकाने को भी एक काम मानते हैं और उपलब्धि की भावना महसूस करते हैं। उन्होंने खुशी से हमारे लिए स्वादिष्ट खाना बनाया।
"तेल बर्तन में डालो। अब मैं विशेष स्छ्वान भोजन मा-फो-तो-फ़ू बना रहा हूं। इस भोजन की विशेषता है तीक्ष्ण, तेज़, तीखा, गर्म और मुलायम, बहुत स्वादिष्ट है।"
प्राकृतिक वातावरण में स्वादिष्ट खाना खाना शहरवालों के लिए एक खुशी की बात है। ली ल्यांग चन इस जीवन को विशेष रूप से अनुभव करने के लिए नहीं जी रहे हैं। वे और उन के पत्नी सिर्फ़ अपनी दिली इच्छा के अनुसार सानशंग बस्ती में रहते हैं। ली ल्यांग चन ने कहाः
"बहुत से लोगों का विचार है कि सिर्फ़ अमीर लोग हमारी तरह का जीवन बीता सकते हैं। वास्तव में यह सच नहीं है। हमारे जीवन में अब खर्चा बहुत कम होता है, क्योंकि हमारी मांग भी बहुत कम है। अतिथियों के साथ बातचीत करना हमें बहुत अच्छा लगता है। हमें अपने इस जीवन से संतोष है।"