Web  hindi.cri.cn
चीन के विदेशों में निवेश स्थिरता से बढ़ता रहा, जिसे राजनीति में नहीं घसीटी जानी चाहिये
2010-10-27 17:18:33

दोस्तो, चीन की आर्थिक ताकत व चीनी उद्यमों के विदेशों में निवेश बढ़ने के चलते चीनी विदेशी निवेश को राजनीति में घसीटना, चीन को खतरनाक मानने का विचार की आवाज सुनी सकती है। इस माह के आरंभ में चीन सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया कि 2009 में चीनी उद्यमों के विदेशों में निवेश विकासमान देशों के प्रथम स्थान पर रहा और विश्व के पांचवां स्थान पर है। चीन पूंजी का निर्यात शक्ति बना है।

चीन के विदेशों में निवेश के तेज विकास व पश्चिमी मीडिया के गलत स्पष्टीकरण के प्रति चीनी वाणिज्य मंत्रालय के कार्यलय की उपप्रभारी शेन तान यांग ने कहा कि चीन के विदेशों में निवेश व्यापार व्यवहार है, जिसे राजनीति में नहीं घसीटी जानी चाहिये। उन का कहना है

जैसे हम सब जानते हैं, कुछ देश रंगा हुआ चश्मा से चीनी आर्थिक विकास व चीन के विदेशों में निवेश समझाते हैं। हमारी सलाह है कि निवेश एक व्यापार व्यवहार है, जिसे राजनीति में नहीं घसीटी जानी चाहिये।

शेन तान यांग ने कहा कि चीनी उद्यमों के विदेशों में निवेश करना अंतर्राष्ट्रीय उद्यमों के विकास व पूंजी कानून से मेल खाता है। विश्व के बहुत विकसित देश इस चरण से गजुरते थे।

चीनी वाणिज्य मंत्रालय, चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो, चीनी राजकीय विदेशी मुद्रा प्रबंधन ब्यूरो द्वारा संयुक्त रूप से जारी संबंधित आकड़ों के अनुसार चीन के विदेशों में निवेश की वृद्धि बनी रही है और सालाना वृद्धि दर 54 प्रतिशत तक पहुंची है। 2009 में चीनी वैदेशिक पूंजी रक्म 56 अरब 50 करोड़ अमरिकी डालर से ज्यादा है।

इन आकड़ों के प्रति शेन तान यांग ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय लोकप्रिय पूंजी सिद्धांत के अनुसार विकसित देशों की तुलना में चीन के विदेशों में पूंजीनिवेशक पैमाना बहुत छोटा है और इस में बड़ी शक्ति निहीत है। उन्होंने कहा

अब चीन के विदेशों में निवेश का पैमाना बहुत कम है और और इसे और बढ़ाना चाहिये।

इस सवाल के प्रति संयुक्त राष्ट्र व्यापार व विकास संगठन के पूंजी व उद्यम विभाग के प्रभारी जेमस चान का विचार शेन तान यांग के विचार के बराबर है। उन्होंने कहा कि जर्मनी, जापान, कोरिया गणराज्य आदि देशों ने गत शताब्दी में बडे पैमाने पर विदेशी पूंजी की और समान संदेह व निंदा भी मिली। लेकिन तथ्यों से साबित हुआ है कि यह प्रक्रिया आर्थिक कानून के मुताबिक पैदा हुई है और इसे राजनीति में नहीं घसीटा जाना चाहिये। उन का कहना है

चीन के विदेशों में निवेश का तेज विकास हो रहा है। इस स्थिति में लोगों का ध्यान इसे केंद्रित होता है। कुछ समय के बाद यह स्थिति गायब होगी।

वर्तमान में चीनी उद्यमों के विदेशों में निवेश क्षेत्रों में कृषि, विनिर्माण उद्योग, सेवा उद्योग, खुदरा उद्योग व उच्च तकनीक उद्योग शामिल है। निवेश के दायरों का विस्तार हो रहा है तथा निवेश की रक्स बड़ी हद तक भी बढ़ती है। 2009 के अंत तक 12 हजार चीनी उद्यमों द्वारा दुनिया के 177 देशों व क्षेत्रों में स्थापित कारखानों की संख्या 13 हजार तक पहुंची और निवेश रक्म 24 खरब 50 अरब 70 करोड़ अमरिकी डालर रही। इस के प्रति शेन तान यांग ने कहा कि भविषय में चीन सरकार अपने देश की स्थिति के आधार पर चीनी उद्यमों को पूरक विदेशी बाजार व संसाधन की ओर पूंजी निवेश करने का निदेशन करेगी। उन्होंने कहा चीन के विदेशों में निवेश चीनी वास्तविकता व विशेषता से मेल खाना चाहिये। हम चीनी उद्यमों को अपने श्रेष्ठ उद्योग या उत्पाद को लेकर पूंजी लगाने को प्रोत्साहित कर रहे हैं।

(रूपा)

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040