Web  hindi.cri.cn
चीन की परम्परागत कला की उभर रही नयी पीढ़ी
2010-10-18 17:55:32
कुछ साल पहले चीन के कुछ पुरानी एतिहासिक मंच कला को कठिनाईयों से जूझना पड़ा। मंच कला यानी मंच ओपेरा को देखने वालों की संख्या में भारी कटौती आने, टिकट बाक्स आफिस में घाटा बढ़ने तथा आकर्षित व लोगों की मनपसंद रचनाओं की कमी ने मंच कला पर भारी ठेस पहुंचायी। इधर के सालों में बहुत से राष्ट्र स्तरीय कलाकारों व संगठनों ने मंच कला के पुनरूत्थान व उसकी रचनाओं की सृजनता पर ध्यान देना शुरू किया, ताकि नयी पीढ़ी के दर्शक उनकी नयी रचनाओं को पंसद कर सकें। आज हम आपको अपने लेख में इन नयी रचनाओं व इन रचनाओं को धीरे धीरे पसंद करने वाले नयी पीढ़ी के युवाओं के बारे में कुछ जानकारी देंगे।

आप ने अभी जो एक धुन सुनी वे चीनी राष्ट्रीय पेइचिंग ओपेरा की नयी रचना है, इस ओपेरा का नाम है -- शाही महल की लाली -- । यह 19वीं शताब्दी काल के पेइचिंग शाही महल में घटी एक कहानी थी। पश्चिम में पले-बढ़े व पश्चिम की शिक्षा प्राप्त करने वाले छिंग राजवंश शाही घराने की राजकुमारी देलिंग अपने शाही महल लौटी, तो उनके विचार और छिंग राजवंश की रानी छीशी व राजा क्वांगश्वी तथा उनके दरबार के अनेक अधिकारियों के विचारों के बीच तीव्र टक्कर हुई, कहानी में इस दौरान चीन के अन्तिम सामन्तवादी राजवंश के गिरने व मिटने के अन्तिम दौर में उसकी बची पुरानी शक्ति में सुधार करने और नए विचार का आयात करने के बीच उत्पन्न भीषण मुठभेड़ को बड़ी अच्छी तरह दर्शाया गया है।

असल में यह एक मंच रचना यानी एक स्टेज ड्रामा ही है, इसे कई बार हांगकांग और पेइचिंग में दिखाया जा चुका है, ओपेरा प्रेमियों ने इसे बहुत पसंद किया। लेकिन याद रहे पेइचिंग ओपेरा जैसी पुरानी परम्परागत कला में सुधार लाना सचमुच एक बड़ी हिम्मत रखने वाला कदम माना जाता है। पेइचिंग ओपेरा का दो सौ साल से अधिक पुराना इतिहास है, इस ओपेरा में परम्परागत तरीके का अभिनय और जटिलपूर्वक करतब प्रदर्शन शामिल हैं। इस लिए यह सोचना बड़ा मुश्किल होता है कि इतनी पुरानी ओपेरा कला की अनेक राग में अंग्रेजी के टाइटल को कैसे रखा जाएं, और तो और ओकेस्टरा-सिन्फनी के इस ओपेरा में शामिल होने से पश्चिम वायलिन आदि वाद्ययंत्रों को चीन के चिनहू व अरहू वायलिनों के साथ मिलाकर बजाना कितनी मुश्किलें पैदा कर सकता है, इस का अन्दाज आप खुद ही लगा सकते हैं कितना कठिन होगा , परन्तु परिणाम यह निकला कि लोगों ने इसे सचमुच पसंद कर लिया। वाकई यह पेइचिंग ओपेरा का एक करिश्मा ही है।

दर्शकों में न केवल ऊंची उम्र के लोग पेइचिंग ओपेरा के प्रेमी ही हैं, बल्कि बहुत से बीस तीस साल की उम्र के नौजवानों ने भी नए सुधार के रूप में उभरे पेइचिंग ओपेरा की सराहना भी की है, ओपेरा के समाप्त होने के बाद, पूरे हाल के दर्शकों ने बड़ी देर तक तालियां बजाकर अपनी प्रसन्नता प्रकट की। इन में एक दर्शक चांग च्ये फिंग ने हमें बताया कि पूरा ओपेरा बहुत ही आकर्षित रहा। उन्होंने कहा ओपेरा की पूरी कहानी बहुत आकर्षित व रौचक रही। हालांकि मैं पूरी तरह उसके राग को समझ तो न सकी, लेकिन कलाकारों के राग से पता चलता है कि उनकी कला माहिरता वाकई बहुंत ही ऊंची हैं। इस ओपेरा ने सचमुच मेरा दिल छू लिया, मुझे बहुत पसंद आयी।

ओपेरा की कहानी की लेखक हे ची फिंग, एक मंच कलाकार होने के नाते कई सफलताएं हासिल कर चुकी हैं, पेइचिंग ओपेरा की कहानी लिखने पर उसने अपनी खुशी जतायी और कहा कि यह उनकी बड़ी लम्बी ख्वाईश रही है कि एक दिन पेइचिंग ओपेरा की कहानी लिख सकूं। पेइचिंग ओपेरा की अजीबोगरीब राग , धुन व उसके वाद्ययंत्रो की ताल अन्य ओपेरा से बिल्कुल अलग और विशेष है, लेकिन जब से मैंने उसकी पटकथा लिखना शुरू किया तो मैं उसकी अदभुत्ता से मुग्ध हो गयी। वे पूरे तन मन से दर्शकों को एक नयी व शानदार ओपेरा कहानी दर्शाने की कोशिशों में जुट गयी। सुश्री हे ची फिंग ने कहा कि शुरू से ही मैं अधिकाधिक युवाओं को इस ओपेरा से मंत्रमुग्ध कराने की कोशिशों में लगी रही, इस के लिए अलबत्ता सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा नौजवानों को पेइचिंग ओपेरा पसंद कराने के लिए उसे ज्यादा परम्परागत नहीं होना चाहिए, उस में कुछ नयी चीजें लाना आवश्यक है, लेकिन पेइचिंग ओपेरा की असलियत को नहीं बदला जा सकता है। कुछ ही समय बाद हम इस ओपेरा को दिखाने पेइचिंग विश्वविद्यालय जाएंगे। वहां हम नयी युवा पीढ़ी के इस ओपेरा की पसंद को परख सकेंगे। अनेक ओपेरा प्रदर्शन में अनेक विदेशी लोगों ने बड़े जोश के साथ पेइचिंग ओपेरा को देखा, हमारे सुधार किए गए पेइचिंग ओपेरा को उन्होंने बहुत पसंद किया , अंग्रेजी टाइटल भी सफल रहा, इस सफलता ने साबित कर दिखाया है कि हम भविष्य में पेइचिंग ओपेरा को विदेशों में दिखाने ले जा सकते हैं।

इधर के सालों में पेइचिंग ओपेरा की पुरानी परम्परा में सुधार करना चीन की राष्ट्रीय पेइचिंग ओपेरा मंडली का मुख्य कार्य रहा है। पेइचिंग ओपेरा की शाही मंडली के नाम से मशहूर इस मंडली को स्थापित हुए 50 साल हो चुके हैं, पिछले 50 सालों में इस मंडली ने दुनिया के अनेक जगहों में अपनी कला को दर्शाया है और दुनिया के कोने कोने में उनके प्रमियों की कोई कमी नहीं हैं। लेकिन इधर के कुछ सालों में देश में मंच कला में मंदी आने तथा अनेक पोप संगीत की नयी लहर के उभरने की वजह से, परम्परागत गीत संगीत व कला को भारी ठेस पहुंची है।राष्ट्रीय पेइचिंग ओपेरा प्रतिष्ठान के महा प्रबंधक सुन क्वान लिंग ने हमें बताया पेइचिंग ओपेरा एक फार्मूला जैसा है, इस में लचीलापन लाने व उसकी परम्परा को बरकरार रखने के साथ उसकी लोकप्रियता को बढ़ाना भी एक फौरी काम बन गया है, यह बढ़ते युग की मांग है। हम गौरव के साथ कह सकते हैं कि हमारी पेइचिंग ओपेरा मंडली दुनिया की सबसे बढ़िया मंडली है। इस से पहले पेइचिंग ओपेरा के दर्शकों में अधिकतर प्रौढ़ व ऊंची उम्र के लोग होते थे, लेकिन हम उम्र की खाई को लांघने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि पेइचिंग ओपेरा के बाजार का विस्तार कर पेइचिंग ओपेरा को सभी दर्शकों को पसंद होने वाली कला बना सकें।

चीन की राष्ट्रीय पेइचिंग ओपेरा मंडली, पेइचिंग ओपेरा कार्यक्रमों को फेशनेबुल बनाने के लिए दर्शकों की उम्र व उनकी पसंद के अनुरूप विविध कलात्मक सुधार कर रही हैं। अगले साल पेइचिंग ओपेरा अपने तीन नयी कला को दर्शकों के आगे दर्शाएंगे। इन में सर्वश्रेष्ठ परम्परागत ओपेरा, लोकप्रिय नवीन ओपेरा व चीन की क्रांतीकारी घटनाओं से संबंधित ओपेरा शामिल हैं। यहां तक कि मंडली के नेता सुन क्वान लिंग ने पेइचिंग ओपेरा को सरल भाषा व ओपेरा पटकथा के शब्दों के अनुवाद के रूप में, पहली बार पेइचिंग ओपेरा देखने आए दर्शकों व पेइचिंग ओपेरा पसंद न करने वाले लोगों के लिए विशेषतौर पर निर्मित की जाने की सिफारिश की है। श्री सुन क्वान लिंग ने इस पर चर्चा करते हुए कहा इस साल के अन्त से पहले हम एक भव्य पेइचिंग ओपेरा की सरल पटकथा को दर्शाएंगे, इस ओपेरा में प्रेम कहानी व चीनी संस्कृति की मनोरमता पर जोर दिया गया है। कहानी में बिछड़ने का दुख, मिलन की खुशी व लोगों के सुन्दरता पर मोहित होने की स्वाभाविकता को पेइचिंग ओपेरा के राग, धुन व ताल में बड़ी सौन्दर्यता से उतारा है, विश्वास है ये लोगों के दिल को छू लेगा और उन्हे कला का आन्नद देगा। इस सुधार की सफलता के आधार पर हम अगले साल इस पटकथा को पूरे देश में एक नवीन कला के रूप में दर्शाएंगे।

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040