संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने 18 सितंबर को एक बयान जारी कर अफ़गान संसदीय चुनाव के आयोजन पर बधाई दी।
उन्होंने इस बात पर ध्यान दिया कि 400 से ज्यादा महिलाओं समेत 2500 उम्मीदवारों ने संसदीय चुनाव में भाग लिया। बान की मून ने विभिन्न पक्षों से चुनाव कमेटी के कानून के अनुसार चुनाव से जुड़े कार्यक्रम समाप्त करने में काफ़ी धैर्य रखने की अपील की।
अफ़गानिस्तान में 18 सितंबर को निचले सदन का चुनाव संपन्न हुआ। वर्ष 2001 के अक्टूबर में तालिबान प्रशासन के पतन के बाद वहां दूसरी बार संसदीय चुनाव हुए। हालांकि तालिबान ने कई बार चुनाव न होने देने की धमकी दी और मतदाताओं से वोट न देने को कहा। स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए 2 लाख 50 हजार अफ़गान सैनिकों के साथ-साथ नाटो सेना के 1 लाख 40 हजार सैनिक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल रहे।
(चंद्रिमा)