दूसरा चीनी वार्टर खेल समारोह हाल ही में पूर्वी चीन के शान तुंग प्रांत के री चाओ शहर में आयोजित हुआ ।तैराकी प्रतियोगिताओं में युवा खिलाड़ी छाओ ल्यु यांग सबसे चमकदार रही । उन्होंने महिला वर्ग की 100 व 200 मीटर बटरफ्लाई के दो स्वर्ण पदक जीते । हमारे संवाददाता के साथ एक बातचीत में कहा कि उनका सपना ऑलंपिक का स्वर्ण पदक है । वह जी जान से इसे पूरा करने में जुटी रहेगी।
वर्ष 2005 चीनी राष्ट्रीय खेल समारोह से छाओ ल्यु यांग एक नये सितारे के रूप में उभरी । इसके बाद एशिया में हुई प्रतियोगिताओं में उन्होंने कई बार स्वर्ण पदक जीता था । वर्ष 2008 पेइचिंग ऑलंपिक की महिला 200 मीटर बटरफ्लाई के फाइनल में छाओ ल्यु यांग ने 2 मिनट 4.72 सेकेंड के साथ विश्व रिकार्ड तोडा ।लेकिन उसकी साथी ल्यु चि क ने 0.54 सेकेंड की बढत से स्वर्ण पदक हासिल किया,जबकि छाओ ल्यु यांग को दूसरे स्थान पर संतोष करना पडा ।
छाओ ल्यु यांग ने बताया कि वह रोज दो बार अभ्यास करती है और हर बार 8000 मीटर तैरती है । पेइचिंग ऑलंपिक से पहले वह कठोर अभ्यास के चलते रोयी थी और अपने कोच से शिकायत की थी ।लेकिन पेइचिंक ऑलंपिक के बाद वह रातों रात बडी हो गयी ।वह ठंडे दिमाग से हार देखती है और तकनीक का अध्ययन करती है ।इस साल हुए दूसरे राष्ट्रीय वार्टर खेल समारोह पर उसने महिला 100 मीटर बटरफ्लाई स्पर्द्धा में आसानी से अन्य तैराकों को हराकर खिताब जीता और 200 मीटर बटरफ्लाई के फाइनल में इस साल अपना दूसरा सबसे अच्छा रिकार्ड हासिल किया। उसने कहा कि पूर्व हाइटेक शार्क स्किन जैसी स्विमसूट उतार कर स्पर्द्धा में भाग लेना उसके लिए एक प्रगति है ।उसने बताया ,वर्ष 2009 राष्ट्रीय खेल समारोह में मैं ने शार्क स्किन जैसी स्विमसूट पहन कर प्रतियोगिता में भाग लिया ।अब शार्क स्किन स्विमसूट के बिना तैरने का रिकार्ड पहले के बराबर है ।इसलिए मुझे लगता है कि यह एक प्रगति है ।
राष्ट्रीय वार्टर खेल समारोह के बाद इस साल छाओ ल्यु यांग के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिता इस नवंबर में क्वांग चो एशियाड होगी ।उसने हमारे संवाददाता को बताया कि एशियाड का स्वर्ण पदक मेरे लिए सबसे नजदीक लक्ष्य है ।लेकिन अपने पूरे खेल करियर के लिए ऑलंपिक चैंपियन बनना अंतिम लक्ष्य है ।छाए ल्यु यांग ने साफ साफ कहा कि वह वर्ष 2012 लंडन ऑलंपिक के लिए पूरी कोशिश करेगी ।उसने बताया ,वास्तव में मेरा लक्ष्य कभी नहीं बदला। वर्ष 2008 से पहले मेरा लक्ष्य ऑलंपिक चैंपियन है ।2008 ऑलंपिक पर मैंने स्वर्ण पदक नहीं जीता ।पर मेरा लक्ष्य नहीं बदला ।मैं 2012 लंदन ऑलंपिक का खिताब जीतना चाहती हूं ।जब मैं कोशिश करती रही ,तो परिणाम खराव नहीं होना चाहिए ।
छाओ ल्यु यांग ने बताया कि वर्तमान अभ्यास में वह तकनीक की स्थिरता और शक्ति वृद्धि पर जोर लगा रही है । इस साल उसने अमेरिका में दो महीने तक अभ्यास भी किया ।पहले महीने में छाओ ल्यु यांग ने अभ्यास में मुख्य तौर पर कुछ तकनीकों के ब्यौरे के सुधार पर जोर लगाया ।दूसरे महीने में उसने दक्षिण कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में अभ्यास किया ।वहां अभ्यास का स्तर काफी ऊंचा है ।कई विश्व चैंपियन दक्षिण कैलिफोर्निया में अभ्यास करते हैं।छाओ ल्यु यांग के विचार में अमेरिका में अभ्यास का समय लंबा नहीं है ,पर अभ्यास की इंटेंसिटी काफी बडी है ,इसलिए उसे बहुत थकान हुई ।पर छाओ ल्यु यांग के विचार में ऐसे कठोर अभ्यास ने उसमें विश्व रिकार्ड फिर तोडने का विश्वास भरा है ।उन्होंने कहा ,वर्ष 2009 की तुलना में मेरी क्षमता फिर उन्नत हो गयी है ।मुझे लगता है कि मैं फिर विश्व रिकार्ड तोड सकूंगी ।