आजकल लोग कहीं भी आने-जाने के लिए बसों और टैक्सियों का इस्तमाल करने के आदी हो गए हैं। लेकिन चीन के कुछ छोटे और मझौले शहरों में एक और विकल्प मौजूद है, वह है - रिक्शा।
मंग श्वेचिंग, जो पचास वर्ष के लगभग हैं, पूर्वी चीन के झजियांग प्रांत के शाओशिंग नामक एक छोटे से शहर में रिक्शा चालक हैं। चलिए, आज मंग श्वेचिंग का पीछा करते हैं और उनकी दिनचर्या के बारे में जानते हैं।
रविवार की एक सुबह है।मंग श्वेचिंग आठ बजे अपने घर से निकल कर शहर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल-लू शुन गली में अपने ग्राहकों को लेने जाते हैं। यह वही गली है, जहाँ 20वीं सदी में चीन के प्रसिद्ध लेखक लू शुन पले-बढ़े थे।
मंग कहते हैं कि आम दिनों में वे अस्पताल या होटलों के बाहर अपने ग्राहकों का इंतज़ार करते हैं, लेकिन सप्ताहांत में वे पर्यटक स्थल पसंद करते हैं क्योंकि यहाँ ग्राहकों को खोजना आसान है।
मंग ने अपना पूरा जीवन यहाँ व्यतीत किया है और वे एक कारखाने में काम करते थे। करीब 10 वर्ष पहले कारखाने का दिवाला निकल गया और मंग ने अपना नया जीवन रिक्शा चालक के रूप में शुरु किया।उन के अनुसार केवल पैसे कमाना ही एक कारण नहीं था जिसके लिए उन्होंने रिक्शा चलाने का फैसला किया।
"अब मैं बूढ़ा हो रहा हूँ। मेरे लिए यहां गरमियों में बहुत गरम और सरदियों में ज्यादा ठंड होती है। मैंने यह काम बहुत पैसे कमाने के लिए नहीं शुरु किया है। जब तक मेरे पास पेट भरने के लिए पर्याप्त पैसे हैं, तब तक मैं खुश हूँ। कभी-कभी मुझे लगता है कि शाओशिंग के अलग-अलग स्थानों पर जाने और अलग-अलग लोगों के साथ बातें करने में भी अपना मज़ा है।"
आजकल गरमियों की छुट्टियों का समय है। शाओशिंग में बहुत से पर्यटक घूमने आएँ हैं। "लू शुन गली" में पहुँचने के पाँच मिनट बाद ही एक पर्यटक उनसे शहर का दौरा करने, ले चलने के लिए कहता है। मंग कहते हैं कि जो बात उन्हें सब से अधिक पसन्द है, वह है आगंतुकों को शाओशिंग के बारे में जानकारी देना।
"शाओशिंग एक बहुत प्रसिद्ध शहर है। यहाँ बाओज़ु पुल और बाज़ी पुल जैसे कई सुंदर स्थल हैं।इसके साथ-साथ कंग चियाओ जैसे कई पुरानी पर आकर्षक सड़कें भी हैं, जहाँ आप शाओशिंग के प्राचीन समय के मूल मकानों को देख सकते हैं जिनमें से कुछ अब मोहक कॉफी बार बन गए हैं।"
जब वे पर्यटकों को शाओशिंग दिखाते हैं तो अपने शहर के लिए अपने जुनून और प्यार को नहीं छिपा सकते। उनके हाथ में शाओशिंग के सुखद दृश्यों के सुंदर चित्रों वाली एक छोटी गाइडबुक है। अभी वे एक रिक्शा चालक से ज्यादा एक गाइड की तरह दिख रहे हैं।
आधे घंटे से भी ज्यादा समय के बाद मंग वापस चले गए। इस साल शाओशिंग में बहुत गरमी पड़ी है।उन्होंने अपनी पैंट को ऊपर किया हुआ है और ढीली-ढाली सूती टी-शर्ट पहनी हुई है जो पसीने में पूरी तरह से भीगी हुई है। हालांकि उनके चेहरे पर अब भी मुस्कान खिली हुई है।
मंग ने बताया कि शाओशिंग में 5000 से ज्यादा रिक्शे हैं।पिछले साल शहर के संबंधित प्रशासनिक विभाग ने यह नीति लागू की कि टैक्सी की तरह हर रिक्शा को एक नंबर मिलना चाहिए।सभी नंबर स्वतंत्र हैं।चालक 200 से 300 युआन के बीच रिक्शे खरीद सकते हैं और फिर विभाग में जाकर नंबर ले सकते हैं।
"सरकार हमारे साथ बहुत अच्छी तरह व्यवहार करती है। वे हमें न केवल रिक्शा का नंबर देती है बल्कि युनिफार्म भी देती है जिससे हमारी टीम एक संघ की तरह लगती है। हाल के वर्षों में शाओशिंग ने बहुत प्रगति की है। ज्यादा से ज्यादा लोग हमारे छोटे-से शहर के बारे में जानने लगे हैं जिससे हमारा व्यापार भी बढ़ा है। शहर पहले से अधिक सुंदर हो गया है लेकिन अपने पुराने और पारंपरिक भवनों को बरकरार रखा हुआ है। हमारा जीवन बेहतर और बेहतर होता जा रहा है।"
सूर्य अपनी चरम सीमा पर है और दोपहर के खाने का समय हो गया है। मंग ने अपनी जेब से डिब्बा निकाला जिसमें उसकी पत्नी ने अपने हाथों से बनाया खाना रखा था। मंग ने खुशी से बताया कि घर का बना भोजन दुनिया का सबसे स्वादिष्ट भोजन होता है।
"मेरी पत्नी बालविहार में काम करती है। वह खाना भी बहुत अच्छा पकाती है। बालविहार के सब बच्चे और अध्यापिकाएँ उसकी तारीफ करती हैं। हमारा एक बेटा है। वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार था। पिछले साल उसने अपने कॉलेज की सहपाठी के साथ विवाह कर लिया। अब वे जिन्हुआ में रहते हैं,जो झझियांग प्रांत का अन्य एक छोटा शहर है । वह हमेशा मुझे और मेरी पत्नी को अपने शहर में आकर उसके साथ रहने के लिए कहता रहता है। लेकिन मैं हमेशा मना कर देता हूँ। मैंने उससे कहा कि जब उसे बच्चा होगा तो हम जिन्हुआ आकर उसके बच्चे की देखभाल करेंगे।
वे जब भी अपने परिवार के बारे में बात करते हैं तो उनके चेहरे पर मुस्कान खिल जाती है। वे बताते हैं कि एक दिन में वे 30 से 40 युवान तक कमाते हैं। हालांकि आय ज़्यादा नहीं है, फिर भी वे बहुत ज्यादा परवाह नहीं करते। वे कहते हैं कि रिक्शा चालक के रूप में अपना काम शुरू करने से पहले उन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत थी, लेकिन अब यह गायब हो गया है। उन्होंने उपहास करते हुए कहा कि अगर वे हर दिन घर पर बैठे तो वे बूढ़े और मोटे हो गया हो।
तापमान लगातार बढ़ रहा है। दोपहर का भोजन करने के बाद मंग तौलिये से अपना पसीना सूखाने लगे और तैयार हो गए प्रवेश द्वार पर अपने नए ग्राहकों का इंतज़ार करने के लिए। कभी- कभी वे अपने अन्य रिक्शा चालक दोस्तों के साथ बातें करते हैं।
शाओशिंग अधिक से अधिक समृद्ध शहर बनता जा रहा है। अन्य स्थानों से भी लोग यहाँ आकर रिक्शा चलाएँगे। मंग कहते हैं कि वे इस बारे में चिंतित नहीं हैं। उन्हें नहीं लगता कि उनके आगमन से स्थानीय चालकों को कोई समस्या होगी।
"नहीं, मुझे नहीं लगता कि वे हमारे व्यापार को किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाएगे। मैं यह इसलिए करता हूँ क्योंकि मैं एक आदमी हूँ जो हर दिन अलग-अलग सवारियों को लेकर उनसे बातें कर सकता हूँ। मुझे ज्यादा पैसे कमाने की इच्छा नहीं है।मैं सुखी जीवन जी रहा हूँ। वे यहाँ पैसे कमाने के लिए और बेहतर जीवन की तलाश में आते हैं। तो क्यों नहीं उनके साथ यह अवसर बाँटें?"
मंग हमेशा कहते हैं कि पैसा उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है। वह केवल इस बात की परवाह करते हैं कि रिक्शा चलाने में उन्हें खुशी मिलती है और इस तरह वे अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। उन्हें गर्व है कि वे भी शाओशिंग के "पार्ट टाइम गाइड" बन सकते हैं। वे कहते हैं कि जब तक वे स्वस्थ हैं, तब तक वे रिक्शा चलाना जारी रखेंगे।
हल्की लेकिन गरम हवा चल रही है। सूरज धीरे-धीरे अस्त होने लगा। शाम के 7 बजे हैं। मंग बताते हैं कि हर रोज़ इस समय वे घर लौटकर अपनी पत्नी के साथ भोजन खाते हैं।
मंग के चेहरे से हमें थकान, दर्द या रोजमर्रा की जिंदगी के लिए संघर्ष करते हुए पीड़ा की ज़रा भी झलक नहीं देखने को मिला। चीन के किसी भी बड़े शहर में रहने वाले लोगों के लिए जीवन में खुशी का मतलब है बहुत सारा पैसा होना या एक बड़ा घर खरीदना। लेकिन मंग, एक रिक्शा चालक के लिए जो एक छोटे से शहर में प्रति माह मुश्किल से 900 युआन कमाते हैं, जीवन का मतलब केवल स्वस्थ शरीर और एक सुखी परिवार है और कुछ नहीं।
हेमा कृपलानी