उन्होंने बताया ,सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीयकरण का स्तर नान चिंग शहर से काफी ऊंचा है ।युवा ऑलंपिक के आयोजन के लिए सिंगापुर की कई श्रेष्ठताएं स्पष्ट है ।सब से पहले उस की भाषा सेवा बढिया है ।सिंगापुर युवा ऑलंपिक आयोजन समिति का हरेक कर्मचारी धारावाहिक रूप से अंग्रेजी से अंतरराष्ट्रीय ऑलंपिक संघ के अधिकारी के साथ बात कर सकता है और अंतरराष्ट्रीय ऑलंपिक समिति के अधिकारी की मांग के मुताबिक योजना का समायोजन कर सकता है ।इस पक्ष में हमें सिंगापुर से सीखना चाहिए ।इस के अलावा सिंगापुर युवा ऑलंपिक ने पर्यावरण संरक्षण पर बडा ध्यान दिया ।सिंगापुर युवा ऑलंपिक आयोजन समिति में एक विशेष पर्यावरण संरक्षण विभाग है ।सभी गतिविधियों के कार्यावयन के पहले इस विभाग की मंजूरी ली जानी है ।इस साथ यह विभाग गतिविधि के दौरान ऊर्जा बचाव व पर्यावरण संरक्षण से जुडे मुद्दों पर नजर रखे हैं ।
सिंगापुर युवा ऑलंपिक के उद्घाटन समारोह की चर्चा करते हुए शा हाइ मिंग ने बताया कि उद्घाटन समारोह शानदार रहा ,खासकर मशाल प्रज्वलित करने की रस्म ।इस का दृश्य मनमोहक रहा ।सिंगापुर युवा ऑलंपिक के दौरान आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक व शैक्षिक कार्यक्रम रचनात्मक रहे ,जिन को युवा खिलाडियों का स्वागत मिला ।शा हाइ मिंग का विचार है कि प्रथम युवा ऑलंपिक बहुत सफल रहा ।
शा हाइ मिंग ने कहा कि प्रथम युवा ऑलंपिक की तैयारी के लिए सिंगापुर ने सिर्फ ढाई साल खर्च किया ,जबकि नान चिंग के पास अब चार साल बाकी है ।इस दृष्टि से देखा जाए तो नान चिंग को एक शानदार युवा ऑलंपिक का आयोजन न करने का कोई कारण नहीं है । शा हाइ मिंग ने बताया कि सिंगापुर के सफल अनुभव सीखने के साथ नान चिंग को युवा ऑलंपिक के आयोजन में अपनी श्रेष्ठता निभानी चाहिए ।उन्होंने कहा ,सिंगापुर की अपनी विशेषता है और नान चिंग की अपनी विशेषता भी है ।नान चिंग के लिए सब से पहले हमारी सरकार की भूमिका अच्छी तरह निभायी जानी चाहिए ।दूसरा ,हमारे स्टेडियम सिंगापुर के स्टेडियमों से अच्छे हैं ।तीसरा ,हमें नान चिंग की संस्कृति पर्याप्त रूप से दिखाना चाहिए ।दूसरे युवा ऑलंपिक में कुछ चीनी विशेषता वाले तत्व और कुछ नान चिंग विशेषता वाले तत्व डाले जाने होंगे ।