बीजिंग में एक सुहावना दिन था। शहर के मरकजी इलाके होहाए क्षेत्र में मैंने चाय की एक छोटी दुकान में " एक और किलोग्राम" नामक नॉन प्रोफिट या कहे लाभनिरेपक्ष समूह के सदस्यों से मुलाकात की।इस बुनियादी संगठन में अब ऑनलाइन पर 20,000 पंजीकृत सदस्य हैं और सैकड़ों सक्रिय रूप से भाग लेने वाले स्वयंसेवक, जिनमें से ज्यादातर देश-भर से सफेद कॉलर युवा कार्यकर्ता हैं।
संगठन के पास कार्यालय नहीं है और केवल सात लोग पूरे समय इसे आसानी से चला रहे हैं। हर सप्ताह वे अपने कार्य की प्रगति पर चर्चा के लिए एक बैठक का आयोजन करते हैं।
वांग छ्यान एक समय में" एक और किलोग्राम" के एक सक्रिय स्वयंसेविका थी। पिछले साल, उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और इस संगठन के पूर्ण समय की एक कर्मचारी बन गईं। वे इस संगठन के मिशन के बारे में बताती हैं।
" एक और किलोग्राम" एक ऐसा संगठन है जो कि सार्वजनिक हित के लिए पर्यटन को बढ़ावा देता है। हम यात्रियों को " एक और किलोग्राम" के शतरंज के सेट, रस्सियाँ या स्कूली पुस्तकें साथ लेकर रास्ते पर कुछ ग्रामीण प्राथमिक विद्यालयों में जाकर वहाँ बच्चों के साथ खेलने और उन्हें ये पुस्तकें व अन्य वस्तुएँ उपहार के रुप में देने के लिए प्रेरित करते हैं। हम बच्चों के साथ बातचीत पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं ताकि यह एक औपचारिक दान समारोह नहीं लगे।"
शु झिहाय या एन्जिल कहे तो बेहतर होगा।वह क्वांगचो का एक युवक है।उन्होंने वर्ष 2004 में " एक और किलोग्राम" की शुरूआत की। समूह की स्थापना से पहले, वे एक साधारण यात्री थे और देश भर के कई स्थानों की यात्रा की थी। उन्होंने पाया कि "वास्तविक दृश्य अक्सर दूर और खतरनाक जगहों पर होते हैं लेकिन जो बच्चे वहाँ दरिद्रता और बाहरी दुनिया के साथ संचार-कठिनाइयों की वजह से कटे रहते हैं उन्हें शिक्षा प्राप्त करने का उचित मौका नहीं मिलता है।"
एन्जिल का विचार था कि जब यात्री चीन में विभिन्न स्थानों की यात्रा के लिए आएँ, तब वे अपने सामान में इन ग्रामीण बच्चों को देने के लिए एक अतिरिक्त किलोग्राम किताबें लेकर आएँ। अगर हर पर्यटक ऐसा करता है, तो कई गरीब क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति में सुधार आएगा।
यही कारण था कि उन्होंने " एक और किलोग्राम" नामक कार्यक्रम शुरू किया। बाद में, एन्जिल ने भी महसूस किया कि बच्चों को न केवल पुस्तकों की जरूरत है, बल्कि उन्हें कपड़े और मनोरंजन की सुविधाओं की भी आवश्कता है। उन्हें भी बाहर की दुनिया के लोगों के साथ संवाद करने की जरूरत है। सरल गतिविधियों और आमने-सामने संवाद के माध्यम से, एक किलोग्राम के स्वयंसेवक गरीब क्षेत्रों में जरूरतमंद बच्चों के लिए सामग्री उपलब्ध कराते हैं और अनेक विषयों का ज्ञान भी देते हैं। लेकिन अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि वे बाहर की दुनिया के बारे में अपनी दृष्टि को विस्तृत कर रहे हैं।
वांग छ्यान भी किसी समय में एन्जिल के समान थीं- किसी कंपनी की एक सामान्य कर्मचारी ही थीं। लेकिन वे हमेशा दूसरों की मदद करना चाहती थी और यात्रा की शौकीन थीं। कुछ साल पहले, वे " एक और किलोग्राम" की एक सदस्य बनीं और गतिविधियों के आयोजन में शामिल होने लगीं।
वांग ने एक दृश्य का वर्णन किया जिसने उन्हें प्रभावित किया।
"मुझे याद है कि मैं एक बार बाल दिवस के अवसर पर क्वांशी प्रांत के एक प्राथमिक स्कूल में गई थी। वहाँ मैंने पूरा दिन बिताया यह देखने के लिए कि वे कैसे अपना त्योहार मनाते हैं। मैंने पाया यह पूरी तरह से मेरे बचपन से अलग था। वहाँ कोई प्रदर्शन मंच नहीं था और न थीं अन्य मनोरंजन की सुविधाएँ। शिक्षकों ने एक पेड़ पर एक लोहे का घेरा लटका दिया था और यह बच्चों के लिए गेंदों की शूटिंग का एक मजे़दार खेल बन गया। और उन्हें मिले उपहार में सिर्फ कैंडी का एक छोटा-सा टुकड़ा था। यह दृश्य मेरी कल्पना से परे था। हालांकि, मैं ने उन बच्चों के साथ एक ही दिन बिताया, मुझे उनके साथ प्यार हो गया। क्वांशी, मेरे घर से बहुत दूर है, इसलिए मैं वहाँ जल्दी-जल्दी नहीं जा सकती। लेकिन मैं उन्हें कुछ किताबें, खिलौने और उनकी तस्वीरें जो मैंने ली थीं उन्हें भेजती रहती थी। मैं अपनी यात्रा के बाद उनके लिए यही तो कर सकती हूँ। हालांकि, यह तुच्छ है, पर वे कम से कम इतना तो जानते हैं कि कोई तो है जो दूर से उनके बारे में परवाह करता है।"
अन्य कल्याणकारी संगठनों के विपरीत "एक और किलोग्राम",अपनी गतिविधियों में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पूरी आज़ादी देता है-- वे अपने काम खुद करें तथा उन्हें यात्रा पर कहाँ जाना है और अपने साथ जो सामान लें कर जाना है उसका चयन भी वे स्वयं करें।
वांग का कहना है कि संगठन ने अपने स्वयंसेवकों की गतिविधियों में समन्वय की मदद के लिए एक इंटरनेट मंच स्थापित किया है।
"अब हम "एक और किलोग्राम" के लिए सूचना मंच के निर्माण पर काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य जनता के समर्थन तथा उनकी ताकत पर निर्भर होते हुए सद्भावना-यात्रा के माध्यम से ग्रामीण शिक्षा में सुधार लाना है। इसलिए हम कम सरकारी गतिविधियों का आयोजन करते हैं, लेकिन स्वयंसेवकों को मशाल उठाकर चलने की सलाह देते हैं। वे हमारे मंच के माध्यम से गतिविधियां आरंभ करते हैं और "एक और किलोग्राम" के स्तंभ बन जाते हैं। हम उन्हें आवश्यक जानकारी और सहायता देते हैं। चाहे आयोजक हो या प्रतिभागी,हर कोई समूह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।"
आप को "1kg.org" वेबसाइट पर संगठन की अधिक जानकारी मिल सकती है।इस पर आप दो मुस्कुराती हुई सामान्य-सी ग्रामीण लड़कियों की तस्वीर देख सकते हैं। तस्वीर के ऊपरी बाएँ कोने में दो पंक्तियों में संगठन के मिशन का इस तरह वर्णन किया गया हैः "ग्रामीण स्कूलों की जरूरतों का पता लगाएँ एवं उन्हें पूरा करें। हर कोई अपने-अपने तरीके से ग्रामीण शिक्षा में सुधार लाने के लिए प्रयत्न कर सकता है।"
हजारों स्वयंसेवकों के माध्यम से स्थानों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के वर्षों बाद, "एक और किलोग्राम" कार्यक्रम के तहत करीब हज़ार स्कूलों का एक डेटाबेस बनाया गया है। स्वयंसेवक अपनी यात्रा- स्थल का नाम टाइप करके अपने आस-पास के स्कूलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा किस प्रकार की सामग्री की ज़रुरत है, वे भी पता लगा सकते हैं। डेटाबेस में स्कूलों के पते और उनके फोन नंबर भी शामिल हैं। आप लिखकर यह भी पता लगा सकते हैं कि कौन-सी सामग्री का दान करना चाहिए तथा कौन-से स्कूलों को उनकी जरूरत है।
वांग छ्यान "एक और किलोग्राम" की वेबसाइट का सामुदायिक आदान-प्रदान, परियोजना और एक साझे मंच के रूप में वर्णन करती है।
"जब हमारे स्वयंसेवक स्कूल जाते हैं, तो वे स्कूलों की विस्तृत जानकारी जैसे कि स्कूलों से संपर्क के तरीके, पते और उन्हें किस सामग्री की आवश्यकता है, लिखेंगे। यह सब जानकारी इकट्ठा करने के बाद हम इसे अपने डेटाबेस में डालते हैं, जिससे हमारे प्रतिभागियों को स्कूल खोजने में आसानी हो। और इसके साथ-साथ हम अपने प्रतिभागियों को उनकी डायरियों और उनकी गतिविधियों के फोटो,अन्य सदस्यों के साथ बाँटने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। यह भी अन्य सदस्यों को नया महसूस करा सकता है।"
हालांकि " एक और किलोग्राम" एक अपेक्षाकृत खुला व ढीला संगठन है। सभी प्रतिभागी एक-सा दृष्टिकोण से साथ में आए हैं।
वांग कहती हैं कि संगठन के स्वयंसेवकों की समय सीमाओं की वजह से वे बार-बार बदलते रहते हैं। लेकिन टीम मजबूत होती चली गई है और स्थिर सदस्यों का एक समूह बन गया है। अब औसतन स्वयंसेवक हर महीने देश के कई भागों में 40 से 50 गतिविधियों का आयोजन करते हैं।
आप के लिए यात्रा करते समय " एक और किलोग्राम" केवल आपके सामान का वजन है लेकिन चीन के गरीब ग्रामीण बच्चों के लिए यह शिक्षा प्राप्त करने की उम्मीद है और भविष्य की आशा भी है। मैं अपनी कहानी " एक और किलोग्राम" का अंत जनता से हार्दिक अपील करते हुए करना चाहती हूँ –
"बहुत से लोग जनहित गतिविधियों में भाग लेने पर विचार कर रहे हैं। कृपया संकोच न करें और अपने विचारों को अमल में लाएं।"
दरअसल अब " एक और किलोग्राम" के स्वयंसेवकों के पास गतिविधियों के आयोजन के लिए पहले से अधिक अच्छे विचार हैं। अगले सप्ताह वे दक्षिण पश्चिमी चीन के युननान प्रांत के लिज्यांग क्षेत्र में बच्चों को व्याख्यान देने जाएँगे।
हेमा कृपलानी