इधर के दो महीने में चीनी फुटबाल संघ के उपाध्यक्ष व चीनी फुटबाल प्रबंधन केंद्र के निदेशक वेइ डी बहुत व्यस्त रहे । 6 जून को वेइ डी पहली बार दक्षिण अफ्रीका गये । वहां उन्होंने एशियाई फुटबाल संघ की महासभा व विश्व फुटबाल संघ की महासभा में भाग लिया और विश्व कप के उद्घाटन समारोह और 6 ग्रुप मैच देखे । इसके अलावा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की पेशेवर फुटबाल लीग की जानकारी पाने की कोशिश भी की । 16 जून को वे घरेलू कामकाज के लिए स्वदेश लौटे । 3जुलाई को वेइ डी फिर दक्षिण अफ्रीका चले गये और वहां फाइनल मैच समेत कई मैच देखे ।
6 महीने पहले वेइ डी चीनी फुटबाल प्रबंधन केंद्र के निदेशक नियुक्त किये गये ।यह पहली बार है कि वेइ डी ने स्थल पर विश्व कप फुटबाल के मैच देखे और विश्व कप का मजा लिया। स्थानीय समयानुसार 11 जुलाई की रात स्पेन और हालैंड के बीच हुआ फाइनल मैच देखने के बाद स्टेडियम के बाहर चलते हुए वेइ डी ने कहा कि यह चौंकाने वाला मैच है । मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है।इससे फुटबाल के प्रति मेरी समझ और बढ़ गयी है। इसका व्यवस्थित विश्लेषण करने में समय लगेगा ।
स्वदेश लौटने के बाद एक हफ्ते में वेइ डी ने सिलसिलेवार ध्यानाकर्षक बात की ,जैसे चीन को विश्व कप की मेजबानी का आवेदन करना चाहिए ,चीनी फुटबाल संघ लीग को प्राथमिकता नहीं देगा और चीनी राष्ट्रीय टीम को एक ही फुटबाल शक्ति से नहीं सीखना चाहिए ।हाल ही में वेइ डी ने अपने आफिस में हमारे संवाददाता के साथ एक विशेष बातचीत की ।
वेइ डी ने बताया कि वे दो लक्ष्य लेकर दक्षिण अफ्रीका गये ।एक ,विश्व फुटबाल विकास के वर्तमान रूझान का सार किया जाए ।दूसरा ,चीनी फुटबाल में सबसे जरूरी चीज खोजी जाए ।चीनी फुटबाल संघ ने इन दो लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कुल तीन ग्रुप दक्षिण अफ्रीका भेजे ।निष्कर्ष निकालने में और कुछ समय लगेगा ।
इस विश्व कप के अनुभव की चर्चा करते हुए वेइ डी ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका विश्व कप बहुत सफल रहा ।सुरक्षा में छोटी छोटी समस्याएं हुईं ,पर बडी घटना नहीं घटी। दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप के आयोजन से दक्षिण अफ्रीका और पूरे अफ्रीकी महाद्वीप का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव बढा़ है ।इस विश्व कप से दक्षिण अफ्रीका के जी डी पी को प्रेरणा मिली और देश की एकता को भी मजबूती मिली। विश्व कप के आवेदन से पहले दक्षिण अफ्रीका की फुटबाल लीग में मैच फिक्सिंग और जुआ खेलने की गंभीर समस्या मौजूद थी ।उसकी राष्ट्रीय टीम की रैंकिंग हमारे भी पीछे थी। विश्व कप की मेजबानी पाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी सरकार को उपरोक्त समस्या की गंभीरता महसूस हुई और बहुत कदम उठाये ।अब दक्षिण अफ्रीका की फुटबाल लीग अच्छी तरह चल रही है और लाभकारक भी ।
वेइ डी का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका के मामले से देखा जाए तो किसी देश का फुटबाल स्तर उसके विश्व कप के आवेदन पर ज्यादा असर नहीं डालता ।अधिक महत्वपूर्ण बात है कि विश्व कप के आयोजन से फुटबाल के विकास को बढावा मिलेगा ।दक्षिण अफ्रीका ने पूरे देश की शक्ति का सहारा लेकर एक सफलतापूर्ण विश्व कप का आयोजन किया ।मुझे लगता है कि हमारी स्थिति दक्षिण अफ्रीका जैसी है ।चीनी फुटबाल जगत को विश्व कप के आवेदन के लिए अपनी कोशिश करने की जिम्मेदारी है ।वर्तमान स्थिति के मुताबिक मुझे लगता है कि वर्ष 2026 विश्व कप की मेजबानी हासिल करने की संभावना है ।सोलह साल में क्या सामाजिक बदलाव आएगा । इसका अनुमान लगाना बहुत मुश्किल है । पर मुझे लगता है कि अगर हम चीन के विकास पर विश्वास रखते हैं ,तो हमें संजीदगी से विश्व कप के आवेदन की सोच करनी चाहिए ।मुझे विश्व कप की मेजबानी के आवेदन करने की तीव्र इच्छा है ।हमें यथाशीघ्र ही इसकी दिशा में कदम उठाना चाहिए ।विश्व कप के आयोजन से चीन पर कोई नुकसान नहीं पडेगा ।हमारी क्षमता व अनुभव के मुताबिक हम पैसे कमा सकेंगे ।अंतरराष्ट्रीय फुटबाल संघ के अध्यक्ष ब्लाटर ने मेरे साथ हुई बातचीत में आशा व्यक्त की है कि चीन विश्व कप के मेजबानी का आवेदन करे ।अंतरराष्ट्रीय फुटबाल संघ के 24 कार्यकारी सदस्य हैं ।अगर हम अधिकांश कार्यकारी सदस्यों के साथ अच्छी तरह संपर्क करें ,तो विश्व कप की मेजबानी पाना अत्यंत कठिन काम नहीं है ।विश्व में चीन का प्रभाव दिन ब दिन बढता जा रहा है और चीन की आवाज भी बुलंद हो रही है ।अवश्य विश्व कप का आवेदन केंद्रीय सरकार पर निर्भर होगा ।वेइ डी का कहना है कि उन्होंने चीनी राजकीय खेल ब्यूरो के प्रधान से इस मामले की चर्चा की थी ।
विश्व कप पर जापान व दक्षिण कोरिया के अच्छे प्रदर्शन पर वेइ डी ने कहा कि जापान व दक्षिण कोरिया दोनों ग्रुप से निकलने में सफल रहे ।इस से हमारा विश्वास बढ गया है ।चीन को फुटबाल का स्तर उन्नत करने का कोई कारण नहीं है ।हमें व्यापक चीनी फुटबाल प्रेमियों को आशा का किरण दिखाना चाहिए ।
वेइ डी के विचार में युवा व बाल फुटबाल चीनी फुटबाल के विकास का आधार है ।युवा व बाल फुटबाल के विकास के लिए इस खेल में अधिकाधिक युवा व बच्चों को आकर्षित किए जाने की अति आवश्यकता है ।इस संदर्भ में भावी योजनाओं की चर्चा करते हुए वेइ डी ने बताया ,पहला ,स्कूल में फुटबाल के विकास पर ध्यान दिया जाएगा ।दूसरा ,बडे खेल समारोहों जैसे राष्ट्रीय खेल समारोह व राष्ट्रीय शहर खेल समारोह में युवा टीमों को अधिक अवसर दिया जाएगा ।तीसरा ,पेशेवर फुटबाल लीग में हम विभिन्न क्लबों की रिजर्व टीमों की प्रतियोगिताएं आयोजित करेंगे ।चौथा ,हर साल हम कोई सौ युवा खिलाडी फुटबाल के शक्तिशाली देशों में भेजेंगे ।
साक्षात्कार में वेइ डी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय फुटबाल संघ ने चीन को सिर्फ 70 विश्व कप रिपोर्टिंग कार्ड दिये ,पर अंत में सात सौ से अधिक चीनी पत्रकार दक्षिण अफ्रीका गये ।हर मैच में चीनी फुटबाल प्रेमी दिखाई देते थे ।एक तरफ मैं चीनी फुटबाल प्रेमियों से प्रभावित हूं । दूसरी तरफ मुझे बडा दबाव भी महसूस हुआ। चीनी फुटबाल प्रेमी चीनी फुटबाल की सफलता की प्रतीक्षा करते हैं ,पर चीनी फुटबाल का वर्तमान स्तर काफी निराशाजनक है ।इसलिए हमें अच्छी तरह काम करना है ।
इससे पहले वेइ डी ने कई बार स्पेन के फुटबाल से सीखने को बताया था ।विश्व कप के बाद वेइ डी के विचार में कुछ बदलाव आया है ।उन्होंने कहा कि हमें विश्लेषण कर विवेकतापूर्ण दूसरों से सीखना चाहिए । सिर्फ एक ही देश की शैली से सीखना एक बंद रास्ता होगा ।वेइ डी ने कहा कि हम भविष्य में यूरोपीय फुटबाल जगत के साथ आवाजाही व सहयोग को मजबूत करेंगे ,जैसे स्पेन ,जर्मनी व फ्रांस की संबंधित संस्थाओं के साथ सहयोग करेंगे ।वेइ डी का मानना है कि विश्व कप पर नजर आयी हर टीम में हमारे लिए सीखने की चीज मौजूद हैं ,उदाहरण के लिए स्पेन की बाल नियंत्रण तकनीक ,जर्मनी का समग्र सहयोग ,उत्तर कोरिया की अदम्य भावना और दक्षिण कोरिया की असाधारण शारीरिक स्थिति ।
चीनी राष्ट्रीय टीम के निर्माण की चर्चा करते हुए वेइ डी ने बताया कि इस अगस्त के अंत में हम वर्ष 2011 यहां तक कि 2012 की सभी मैचों की समय सूची तय करेंगे ।हम राष्ट्रीय टीम को अधिक समय देंगे ।वेइ डी ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका विश्व कप पर जर्मन टीम के पास लाजिस्टिक्स गारंटी टीम के तीसेक सदस्य थे ।बाद में हम भी राष्ट्रीय टीम की समर्थक शक्ति को मजबूत करेंगे ।लाजिस्टिक्स टीम कोचों को मदद देगी ताकि वे अनदेखे सवालों को पाएंगे और अभ्यास की गुणवत्ता उन्नत करेंगे ।