चीनी संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित वर्ष 2010 चीनी-अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख सिलसिलेवार गतिविधियां वर्तमान पेइचिंग में शुरू हुई, पेइचिंग के बाद यह गतिविधियां अलग अलग तौर से चीन के लानचओ,सीनिंग,इनछुआन,छिंगताओ और सनचन शहरों में भी आयोजित की जाएंगी। चीन और अफ्रीका के बीच संस्कृति प्रमुख गतिविधि को सामान्य पथ पर ले जाने वाली चीन और अफ्रीकी संस्कृति आदान प्रदान का यह एक प्रमुख भाग है।
नवम्बर 2009 में चीन और अफ्रीका मंच की चौथी मंत्री स्तरीय बैठक में पारित शर्म अल शेख कार्यवाही योजना में एक साथ मिलकर चीनी और अफ्रीकी संस्कृति आदान प्रदान का एक नया आदर्श मिसाल निर्मित करने पर बल दिया गया, पारित कार्यक्रम के अनुसार, हर समसंख्या वर्ष में चीन में अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधियों और हर विषम वर्ष में अफ्रीका में चीनी संस्कृति प्रमुख गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इस से पहले चीन ने 2008 में अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि का आयोजन किया, जबकि अफ्रीका ने 2009 में चीनी संस्कृति प्रमुख गतिविधि का आयोजन किया। चीन और अफ्रीका ने इन गतिविधियों का सकारत्मक मूल्यांकन किया।
अभी आप ने 2010 की अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि के उद्घाटन रस्म में मौरीशस नृत्य मंडली द्वारा प्रस्तुत शानदार कार्यक्रम का एक राग सुना। 2010 अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि में कला प्रस्तुति, संस्कृति प्रदर्शनी, अफ्रीका के अनेक देशों के सांस्कृतिक उच्च स्तरीय लोगों की चीन यात्रा, टीवी प्रसारण तथा चीन में अफ्रीकी संगोष्ठी का आयोजन करना जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। इस बार की गतिविधि में मालावए, जिम्बाबवे और सेगल आदि देशों के सरकारी संस्कृति प्रतिनिधि मंडलों को चीन की यात्रा करने व मौके पर संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। चीनी संस्कृति उप मंत्री चाओ साओ हवा ने उदघाटन समारोह में कहा वर्ष 2008 की संस्कृति गतिविधि की तुलना में इस साल की अफ्रीकी संस्कृति गतिविधि का संगठन, निर्धारित समय व गतिविधा का पैमाने पहले से कहीं ज्यादा विस्तृत हुआ है। अफ्रीकी लीग कमेटी के अध्यक्ष जीन फिंग ने इस गतिविधि के आयोजन के लिए विशेष तौर पर एक बधाई संदेश भेजा है, 2010 अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि ने एक बार फिर अनेक तरीकों से अफ्रीकी संस्कृति की परम्परागत व विश्वास को दर्शाया है, जो लोगों को प्रभावित करने वाली एक एतिहासिक चित्र कला है जिसने चीन और अफ्रीका के संबंध के भारी विकास को निखारा है।
2010 अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि के दौरान, यूगांडा और मौरीशस आदि आठ देशों की संस्कृति कला मंडलियां शांगहाए विश्व मेले में भाग लेने के दौरान पेइचिंग , लानचओ और सीनिंग आदि शहरों में भी अपनी कला प्रदर्शनी की झलक प्रस्तुत करेंगे। इन में यूगांडा राष्ट्रीय नृत्य मंडली द्वारा प्रस्तुत - यूगांडा , एक शान्ति व समृद्धिशाली स्थान- नाम से प्रदर्शित नृत्य-संगीत विशेषकर मनमोहक रहा। यूगांडा नृत्य कलाकारों की रंगबिरंगी व सुन्दर पोषाकें तथा यूगांडा की अपनी परम्परागत घास के तिनकों से बनी फ्राक एक आकर्षण बिन्दु रहा। चीन स्थित यूगांडा दूतावास के प्रमुख कान्सेलर डेनिस यूवीमाना ने 2010 अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि में शामिल होने पर अपनी प्रसन्नता प्रकट करते हुए कहा 2010 अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि चीन और अफ्रीका के संबंध को प्रगाढ़ करेगी, यह दोनों देशों के बीच सच्चा संपर्क है। चीन तरक्की के युग से कदम मिलाता आगे बढ़ रहा है, उनके लिए अफ्रीका लौरी कोई एक पुरानी विचारधारा नहीं रही है, वे एक सुअवसर व विशेषता से भरी मानव धरती है। जबकि चीन दुनिया में एक बहुत ही प्राचीन व सबसे सुदृढ़ सभ्यता वाला देश है, वे अफ्रीकियों के लिए कोई अजनबी देश नहीं है, वे भी एक रहस्मय व समृद्धिशाली देश है।
इस गतिविधि में प्रदर्शित पेइचिंग से शर्म अल शेख, चीन-अफ्रीका संस्कृति आदान प्रदान व सहयोग प्रदर्शनी में चीन और अफ्रीका की संस्कृति, रेडियो व टीवी, सूचना प्रकाशन, खेलकूद व सांस्कृतिक अवशेष आदि क्षेत्रों में पिछले तीन सालों के आदान प्रदान को बड़ी खूबसूरती के साथ दर्शाया है और करोड़ों लोगों को आकर्षित किया है। अफ्रीका में दस साल काम कर चुके श्री थांग हवाए क्वांग भी इन दर्शकों में से एक हैं। उन्होने हमें बताया मैंने जब यह नुमाइश देखी तो मुझे तान्जानीया और सूडान में काम करने के दिन याद आने लगे। इन प्रदर्शनियों में दर्शाये चित्र व सामग्रियों में वहां की संस्कृति की गहरी छवि देखने को मिलती है, चाहे वे काष्ठ चित्र हो या पेन्टिंग चित्र , उनकी अदभुत शैली देखने लायक है। चीन और अफ्रीका के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध विकास के चलते, अफ्रीकी संस्कृति चीनी लोगों में अधिकाधिक लोकप्रिय होने लगी है।
इधर के सालों में चीन और अफ्रीकी संस्कृति आदान प्रदान का प्रफुल्लित विकास हो रहा है। 2007 से अब तक चीन के भीतरी इलाकों के 20 से अधिक प्रांतो की कला मंडलियों और कोई 700 से अधिक कलाकारों ने अफ्रीका के अनेक देशों में अपने रंगबिरंगे कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं। इस के साथ चीन ने अफ्रीकी सांस्कृतिक सज्जनों की चीन यात्रा योजना तहत अफ्रीका के 21 देशों के 370 कलाकारों व कई सौ सांस्कृतिक अधिकारियों को चीन की यात्रा करने का निमंत्रण दिया है, ताकि अफ्रीका के अधिकाधिक कलाकार चीन के साथ नजदीकी से संपर्क कर सकें।
2009 में अफ्रीका ने चीनी संस्कृति प्रमुख गतिविधि का आयोजन किया। चीनी संस्कृति 20 से अधिक अफ्रीकी देशों में प्रवेश हुई और अफ्रीका में चीनी संस्कृति की उमंग को एक नयी मंजिल तक पहुंचा दिया। चीन स्थित मौरक्को दूतावास के मंत्री मोहम्मद फाराहत ने मौरक्को पर्यटनकार बाततुता का परिचय देते हुए हमारे संवाददाता को बताया कि करीब 700 साल पहले श्री बाततुता चीन की यात्रा में आए थे और वे चीन में तीन साल ठहरे, वापस आने के बाद उन्होने मौरक्को जनता को चीन की बहुत सी रौचकभरी कहानियां सुनाई। यही कारण है कि मौरक्को के बच्चे प्राइमरी स्कूल से ही चीनी भौगोलिक व संस्कृति पाठ पढ़ने की इतनी रूचि दिखाते हैं। श्री फाराहत ने कहा कि चीनी संस्कृति प्रमुख गतिविधि के आयोजन के चलते , मौरक्को में चीन का आकर्षण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। उन्होने कहा मौरक्को में भी हमारी अपनी चाय है, चीन की चाय भी है। हम चीन की चाय का आयात करने वाले सबसे बढ़े देश हैं। चाय पीने की परम्परा मोरक्को के पर्यटनकार बाततुता चीन से मोरक्को लाए थे। हमारी एक चाय है जिस का नाम है सेनिया, इस का अर्थ है चीनी महिला। इस के अलावा, मोरक्को की महिलाएं रेशम से कपड़े बुनना बहुत पसंद करती हैं।
आने वाले छह महीनों में 2010 अफ्रीकी संस्कृति प्रमुख गतिविधि अलग अलग तौर से पेइचिंग, छिंगताओ और सीनिंग आदि छह शहरों में अफ्रीकी संस्कृति का प्रचार करेंगी और चीन में अफ्रीकी संस्कृति की एक उभार लेकर आएगी।