दक्षिण अफ्रीका विश्व कप फुटबाल के पहले दौर के नाक आउट मैच में इंग्लैंड टीम 1--4 से जर्मनी टीम से हार गयी ।हालांकि मैच में इंग्लैंड टीम का एक गोल रेफरी की गलती से रद्द किया गया ,मीडिया का आम विचार है कि इंग्लैंड टीम को अपनी हार से सबक लेनी चाहिए ।
जर्मनी व इंग्लैंड के बीच हुआ मैच शुरू से ही घमासान रहा ।जर्मन टीम ने पहले दो गोल किये ।फिर इंग्लैंड टीम ने एक गोल दागने में सफलता पायी ।इस के बाद इंग्लैंड टीम के खिलाडी लांपाड ने जोर से शाट किया ।बाल गोलपोस्ट की क्रासबार से टकराकर गोललाइन के अंदर गिरा और फिर बाहर उछला ।स्टेडियम में मौजूद इंग्लैंड टीम के लगभग बीस हजार प्रशंसकों ने जोरशोर से वाहवाही शुरू की ।इंग्लैंड टीम के मुख्य कोच कापेलो खुशियां मनाने लगे ।लेकिन उरुग्ये के मुख्य रेफरी ने इस गोल को अप्रभावी घोषित किया और मैच जारी रखने का इशारा किया ।मैच के बाद हुए पत्रकार वार्ता पर चाहे क्या सवाल पूछे गये ,तो इंग्लैंड टीम के मुख्य कोच कापेलो ने रेफरी सवाल का उल्लेख किया ।इस मैच की चर्चा करते हुए कापेलो ने बताया ,पहले हाफ की पिछली 25 मिनट में हम ने अच्छी तरह से मैच खेला ।हम ने एक गोल किया और फिर एक गोल कर 2--2 की बराबरी कर ली ।लेकिन खेद की बात है कि रेफरी ने उस गोल को अप्रभावी घोषित किया ।इस तरह दूसरे हाफ में जर्मन टीम बढत बनाए रखने की स्थिति में आराम से जवाबी हमला कर सकी ।
पत्रकार वार्ता में किसी ब्रिटिश रिपोर्टर ने यह सवाल पूछा कि कौन इस हार की जिम्मेदारी उठाएगा और चैंपियनशिप जीतने की शक्ति संपन्न इंग्लैंड टीम क्यों इतनी जल्दी बाहर हो गयी ।कापेलो ने बताया ,लंबी इंग्लैंड सुपर लीग के बाद हमारे खिलाडियों को बडा थकान महसूस था ।स्लोवानिया जैसे टीमों के साथ हुए मैच हमारा प्रदर्शन शानदार रहा ,पर जर्मनी टीम के साथ हुए मैच में हमारे खिलाडियों की शारीरिक स्थिति अच्छी नहीं थी ।पर मैं यह कहना चाहता हूं कि रेफरी की गलती हमारी हार का सब से महत्वपूर्ण कारण है ।
इंग्लैंट टीम के खिलाडियों की औसत आयु जर्मनी टीम की तुलना में चार साल से अधिक है ।इस टीम के भावी पुन गठन पर कापेलो ने बताया ,मुझे लगता है कि इस बार हमारा प्रदर्शन इतना खराब नहीं है ।अमरीका के साथ हुए पहले मैच में सिर्फ गोलकीपर की एक गलती है ।अल्जीरिया और स्लोवानिया के साथ हुए मैचों पर मुझे विश्वास है कि आप लोग वस्तुगत आकलन कर सकते हैं ।आज के मैच पर मुझे लगता है कि रेफरी ने हमारी कोशिशों को नाकाम कर दिया ।2--2 की बराबरी और 3--1 की बढत बिल्कुल दो स्थितियां है ।1--3 के बाद मैं मैच को काबू नहीं कर सका ।यह एक बडी गलती है ।
कापेलो का तर्क है कि 2--2 की बराबरी की स्थिति में इंग्लैंड टीम रक्षा की उपेक्षा नहीं कर सकी ।पर याद कीजिए कि मैच के शुरू में जर्मनी टीम ने पहले दो गोल किये ।यह बात स्पष्ट है कि इंग्लैंड टीम के अधिकांश खिलाडी अच्छे फार्म में नहीं थे ।कापेलो ने मैच के बात साफ साफ कहा कि वे इस्तीफा नहीं देंगे ।लेकिन उन को अपनी जिम्मेदारी से नहीं बचना चाहिए ।
उधर जर्मनी टीम रेफरी की गलता का लाभ उठाना नहीं चाही ।दूसरे हाफ में उस ने हमले को और मजबूत किया ।इस तरह उस ने और दो गोल प्राप्त किये ।जर्मनी टीम के युवा खिलाडी टोमास मुलर ने उस विवादास्पद गोल की चर्चा करते हुए कहा ,वीडियो टेप से साफ साफ जाहिर है कि वह एक अच्छा गोल है ।लेकिन उस वक्त मैं ने नहीं देखा कि बाल पोस्ट के अंदर चला गया या नहीं ।उस गोल से हम पर कोई प्रभाव नहीं पडा ।क्योंकि हम जानते थे कि हमें विजय पाना है और अगले दौर में पहुंचना है ।अवश्य उस गोल से हम ने पहले हाफ में बढत बनायी रखी ।दूसरे हाफ में तीसरा व चौथा गोल प्राप्त करने के बाद हम ने आराम से मैच खेला ।हम इस मैच की जीत के योग्य है ।
जर्मनी टीम के मुख्य कोच जोचिम लो ने साफ कहा ,टी वी पर देखा जाए ,तो वह गोल पास्ट लाइन पास है ।इस पर कोई संदेह नहीं है ।
विश्लेषकों के विचार में वर्तमान जर्मन टीम की शक्ति इंग्लैंड टीम से मजबूत है ।इंग्लैंड टीम को इस हार से सबक लेनी चाहिए ।