दक्षिण अफ्रीका विश्व कप फुटबाल के एज ग्रुप में स्पेन ,स्विजरलैंड , होनदुरास और चिली शामिल है ।इस ग्रुप में स्पेन यूरोपीय चैंपियन है ,जिस की शक्ति सब से बडी है ।वह विश्व कप जीतने वाले सब से बडे दावेदारों में से एक भी माना जाता है ।
अंतरराष्ट्रीय फुटबाल संघ द्वारा पिछले नवंबर में घोषित हुई वरीयता क्रम में स्पेन ब्राजील को पीछे छोडकर पहले स्थान पर आ गया ।वर्तमान स्पैनिश टीम का फार्म चोटी स्तर पर है ।उस के मिडफील्ड में हावे ,इनेस्टा ,देविड सिल्वा जैसे फुटबाल सिटारे हैं ।Fernando Torres और डेविड विला टीम के फोर्वर्ड हैं ,जो किसी रक्षा लाइन को तोड सकते हैं ।स्पैनिश टीम की डिफैंस भी मजबूत है ।चार चार दो और चार एक चार एक दो फार्मेट के आधार पर टीम के मुख्य कोच बोस्क ने 4231 और 433 फार्मेट की परीक्षा की और सफलता पायी ।आम विचार है कि ग्रुप दौर स्पैनिश टीम के लिए आसान होगा ।स्विजरलैंड ,होनदुरास और चिली की शक्ति अब स्पेन की तुलना नहीं की जा सकती ।ग्रुप से निकलने के बाद स्पैनिश टीम के लिए सच्ची चुनौती आएगी ।मैच प्रोग्राम के अनुसार पहले दौर के नाक आउट में स्पैनिश टीम संभवत ब्राजील ,पुर्तगाल व कोटा दीवार में से एक भिडेगा ।यह मैच जीतने के बाद उसे क्वार्टर फाइनल में इटली के साथ मुकाबला करने की बडी संभावना होगी ।अगर वह सैंमि फाइनल में पहुंचा ,तो उस का जर्मन टीम के साथ मुकाबला करने की सब से बडी संभावना है ।स्पैनिश मीडिया की नजर में ग्रुप मैच सरल होंगे ,पर नाक आउट दौर में हर मैच कठिन होगा ।इस के अलावा स्पैनिश टीम के मिडफील्डरों का कद लंबा नहीं है ,जिस से उन के शारीरिक मुकाबले की क्षमता थोडी कम है ।
हर विश्व कप से पहले स्पैनिश टीम अकसर सब से बडे दावेदारों में से एक मानी जाती है ,पर उन का प्रदर्शन अंत में निराशजनक रहा ।कहा जा सकता है कि इस बार वर्तमान स्पैनिश टीम विश्व कप से सब से नजदीक है ।लेकिन अंतिम परिणाम कैसा होगा ।यह देखने के योग्य है ।
विश्व कप के इतिहास में स्विजरलैंड का सब से अच्छा रिकार्ड है कि उस ने एक बार पहले 8 में अपना स्थान बनाय ,जो पचास साल के पहले की बात थी ।विश्व कप में स्विजरलैंड ने अब तक कोई कीर्तिमान नहीं रचा और विश्व के फुटबाल प्रेमियों पर गहरा प्रभाव नहीं डाला ।Ottmar Hitzfeld स्विजरलैंड टीम के मुख्य कोच हैं ।जर्मनी से आये हिट्जफेल्ड ने अपने करियर में बडी उपलब्धियां प्राप्त की हैं ।उन्होंने Dortmund और बार्यन मुनिच फुटबाल टीम को लेकर यूरोपीय चैंपियन कप जीता था ।फुटबाल मैदान पर स्विजरलैंड टीम के खिलाडियों की शारीरिक स्थिति बढिया है और फुटबाल खेलने की शैली आक्रामक है ,पर मैच में सृजनात्मक शक्ति व लचीलापन का अभाव है ।60 से अधिक वर्षीय हिटजफेल्ड के लिए यह एक बडी चुनौती है ।
दक्षिण अफ्रीका विश्व कप होनदुरास की दूसरी विश्व कप यात्रा होगी ।उस ने वर्ष 1982 में पहली बार विश्व कप के फाइनल दौर में भाग लिया था ।क्वालिफाइंग दौर में होनदुरास टीम का सब से बडा श्रेय 37वर्षीय पावन जाता है ।उन्होंने कुल सात गोल दागकर सब से श्रेष्ठ स्ट्राइकर की उपाधि पायी ।होनदुरास फुटबाल टीम के मुख्य कोच रेनाल्टो रूएटा हैं ,जो कोलंबिया के हैं ।वे कोलंबिया के एक विश्वविद्यालय के अध्यापक हैं और कई युवा कोलंबियाई टीमों का प्रशिक्षण किया था ।उन को बडी प्रतियोगिताओं के अनुभव की कमी है ।यह उन की एक कमजोरी है ।
होनदुरास टीम के आधे खिलाडी इंग्लैंड और इटली में खेलते हैं ।होनदुरास टीम के खिलाडियों को शारीरिक मुकाबला करने की क्षमता मजबूत है ।पर टीम में पुराने खिलाडी अधिक हैं ,जैसे पांच फोर्वर्ड की आयु 30 वर्ष के ऊपर है ।इस के अलावा होनदुरास टीम की रक्षात्मक लाइन कमजोर है ।लेकिन मीडिया के विचार में होनदुरास टीम के खिलाडी आसानी से हिम्मत नहीं छोडेंगे ।चाहे परिणाम कैसा होगा ,वे अपना लज्जा रखने की पूरी कोशिश करेंगे ।
चिली फुटबाल टीम के मुख्य कोच बेल्सा एक अंदरमुखी ,हठधर्मी और तकनीक व रणनीति के अध्ययन में संलग्न व्यक्त हैं ।उन्होंने अपनी विशिष्ट नजर से सिलसिलेवार युवा और प्रतिभाशाली खिलाडी चुने ।क्वालिफाइंग दौर में चिली टीम के युवा खिलाडियों का प्रदर्शन शानदार रहा ।उन्होंने दक्षिण अमरीका क्वालिफाइंग क्षेत्र में दूसरा स्थान प्राप्त किया और ब्राजीली टीम से सिर्फ एक अंक से पीछे रही ।
चिली टीम के फोर्वर्ड वेंबेटो सुयासो ने क्वालिफाइंग दौर में कुल 10 गोल दागे ,जो दक्षिण अमरीका के सब से श्रेष्ठ स्ट्राइकर है ।टीम के कई खिलाडी यूरोपीय फुटबाल क्लब में खेलते हैं ।
हाल ही में हुई एक मैत्रीपूर्ण मैच में चिली टीम ने स्लोवाकियाई टीम को 2--1 से हराया ।
विश्लेषकों के विचार में विश्व कप के मैदान पर 21 जून को स्पेन और चिली के बीच होने वाला मैच शानदार होगा ।