हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो के एक उच्च अधिकारी ने कहा कि आने वाले 10 वर्षों में हाईनान प्रांत नए उद्योग के रूप में नौकाविहार के लिए राष्ट्रीय मानक तैयार करने में सबसे आगे रहेगा तथा इस उष्णकटिबंधीय द्वीप को "अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल" बनाने का अधिक प्रयास किया जाएगा।
चीनी समाचार पत्र `चीन दैनिक` के अनुसार हाईखो शहर की पार्टी-शाखा के प्रमुख छन सी ने कहा कि यह तटीय शहर तीनों ओर से दक्षिण चीन सागर से घिरा हुआ है तथा इस साल के अंत तक इस शहर में मनोरंजनात्मक जहाजों के लिए कम से कम 400 घाट बनाए जाएंगे।
हाईखो का समुद्र-तट 131 किलोमीटर ल्म्बा है ।इसलिए यह स्थल विभिन्न प्रकार की नौकाओं का निर्माण, उनकी बिक्री तथा प्रदर्शन का केंद्र भी बन जाएगा।
उन्होंने बताया कि गत 19 मार्च को यहाँ राष्ट्रीय नौका आर्थिक मंच आयोजित किया गया।
चीनी राज्य परिषद या चीन के मंत्रिमंडल ने 4 जनवरी को एक महत्वाकांक्षी दिशानिर्देश का अनावरण किया,जिस में वर्ष 2020 तक चीन के दक्षिणी छोर पर स्थित हाईनान प्रांत को विश्व का एक प्रमुख पर्यटक स्थल बनाने की नीतियां तय की गई।
राज्य परिषद ने इस प्रांत के प्रशासन को नौका प्रबंधन नियम बनाने और विदेशी नौकाओं को विभिन्न सेवाएँ उपलब्ध कराने को कहा।
छन ने कहा, " हाईखो में पर्यटन-उद्योग को आगे बढाने के लिए नौका-अर्थव्यवस्था का विकास एक मंच के रूप में काम करेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि निर्देशों के अतिरिक्त, हाईखो नौका-उद्योग के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक टीम बनाएगा तथा उद्योग के विस्तार की खातिर संबंधित राष्ट्रीय विभागों के साथ मिलकर इस उद्योग से जुडे राष्ट्रीय मानक बनाएगा।
वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद चीन की विलास-वस्तुओं के लिए भूख बढ़ी ही है, चाहे वे नौकाएँ हो या लिमोसीन्स। सनबर्ड कम्पनी के सूत्रों के अनुसार, यह कंपनी एक प्रमुख घरेलू ब्रेंड है जो कि क्वांगदोंग और हुनान दोनों प्रांतों में नौकाएँ बनाती है। उसने पिछले वर्ष नवम्बर तक देश में तथा विदेशों में 300 मिलियन युआन (44 करोड़ डॉलर) मूल्य की नौकाएँ बेची थी।
हाईनान प्रांत के पर्यटन अधिकारियों के अनुसार नए अमीरों में विलासिता के आनंद के लिए शिल्प-चीजों की बढ़ती माँग के बावजूद, चीन ने अभी तक निजी नौकाओं के प्रयोग या उनकी बिक्री के लिए अथवा नौकाविहार उद्योग के विकास को बढ़ावा देने के लिए कोई विशेष नियम-कानून नहीं बनाए हैं।
चेन ने कहा कि हाईखो ने देश के अन्य तटीय शहरों की तुलना में देर से अपनी नौका अर्थव्यवस्था के विकास का काम शुरू किया है, लेकिन इस क्षेत्र में जो शुरूआती की गई है,वह अपेक्षाकृत उच्च मानकों के साथ की गई है और अपने प्राकृतिक परिवेश के कारण इसे काफी लाभ मिला है।
स्थानीय सरकार भी इसके विकास कार्य में पूरे जोश के साथ जुट गई है।
उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए इस शहर में नौका मालिकों को सीमा शुल्क औपचारिकताओं की स्पष्ट जानकारी मुहैया कराने में मदद देने के लिए विभिन्न सीमा शुल्क सेवा एजेंसियों को एक साथ रखा गया है।
अधिकारी ने कहा कि हाईनान प्रांत को शांत रहना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का एक प्रमुख आकर्षण-स्थल बनने के लिए अंतरराष्ट्रीय नौकाविहार-पटरियों की निर्माण-कला से सीखना चाहिए।
चूंकि हाईनान अपने को "अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल" बनाने की अवधारणा रखता है, हज़ारों पर्यटक प्रांत के हाईखो और अन्य एक बड़े तटीय शहर सानया में निहित बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं की कीमतों को जानने के लिए जमा हुए हैं।
छन ने कहा कि दूसरी ओर इस प्रांत के निवासियों को "अंतरराष्ट्रीय पर्यकन स्थल" के निर्माण से उम्मीद थी कि उन्हें ठोस लाभ होगा, हालांकि वे भी बढ़ते मूल्यों के बारे में चिंतित थे विशेषकर आवास की बढ़ती कीमतों को लेकर।
उन्होंने कहा, " केंद्र सरकार की नीतियों से उत्पन्न अवसरों को गले लगाते हुए हम किस प्रकार इन चुनौतियों का सामना करें इस पर ध्यान केंद्रित करना है।"
छन, जिन्होंने अमरीकी वर्जीनिया राज्य विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था, ने कहा कि हाईखो शहरी नियोजन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण संरक्षण, नौकाविहार, गोल्फ और अन्य बाहरी गतिविधियों जैसे अवकाश-उद्योग के विकास आदि क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञता और अनुभवों के लिए तरस रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि दरअसल हाईखो में पूँजी की समस्या नहीं है, बल्कि हाईखो को जो आवश्कता है, वह है कारोबार चलाने में दक्ष प्रतिभाशाली लोगों की।
हेमा कृपलानी