दक्षिण अफ्रीका विश्व कप फुटबाल के ग्रुप एफ में इटली ,बाराग्वे ,स्लोवाक और न्यूजीलैंड शामिल हैं ।इस ग्रुप में इटली टीम की शक्ति सब से मजबूत है ,जिसे इस ग्रुप में निकलने की सब से बडी संभावना है ।लेकिन इस ग्रुप में बडे फुटबाल सितारों की कमी है और इस ग्रुप का समग्र स्तर शायद सिर्फ ग्रुप सी से ऊंचा है ,जिस में इंग्लैंड ,अमरीका ,अर्जेलिया व स्लोवानिया शामिल हैं ।
इटली टीम ने वर्ष 2006 जर्मनी विश्व कप में खिताब जीता था । जर्मनी विश्व कप पर इटली टीम में बडे सितारे भी नहीं थे ।इटली टीम ने अदम्य भावना , अच्छे संगठन और सकुशल सहयोग से एक के बाद एक प्रतिद्वंदी हराकर विश्व कप अपने हाथ में ले लिये ।उस ने मेजबान जर्मन टीम और मशहूर फुटबाल सितारे जिनेडीन जिदेन के नेतृत्व वाली फ्रांसीसी टीम को हराया था ।
वर्ष 2006 विश्व कप के बाद खराब आर्थिक स्थिति के कारण इटली के सेरिया ए फुटबाल लीग पहले की तरह शानदार नहीं रही ।इंग्लैंड सुपर लीग और स्पैनिश फुटबाल लीग ने सेरिया ए को पीछे छोड दिया ।इस दौरान सेरिया ए में नये स्थानीय सितारे नहीं उभरे ।दक्षिण अफ्रीका विश्व कप पर इटली टीम के मुख्य को मर्सेलो लिप्पी को टीम की समग्र शक्ति पर फिर निर्भर रहना पडेगा ।उन का कहना था कि उन के लिए राष्ट्रीय टीम की घर जैसी एकता सब से महत्वपूर्ण है ताकि सभी खिलाडी सदिच्छा से आपसी सहयोग कर सकें ।अब मैं कुछ घायल हुए खिलाडियों की बहाली पर कडी नजर रखे हुए हूं और कुछ वैकल्पिक खिलाडी ढूंढ रहा ताकि सब से अच्छी राष्ट्रीय टीम का गठन किया जाए ।
मर्सेलो लिप्पी के अनुसार अब इटली टीम के 17 व 18 खिलाडी तय किये गये हैं और पांच व छै स्थान खाली हैं ।मीडिया व फुटबाल प्रेमियों के लिए यह एक ध्यानाकर्षक मामला है कि क्या अलेस्सानद्रो नेस्टा वापस राष्ट्रीय टीम में वापस लौटेंगे या नहीं ।वर्ष 1996 से 2006 तक नेस्टा ने सिरेया ए में कुल 78 मैच खेले और तीन बार विश्व कप व तीन बार यूरोपीय चैंपियनशिप में भाग लिया था ।लेकिन खेद की बात है कि नेस्टा अकसर महत्वपूर्ण वक्त में घायल होते थे ।वर्ष 2006 जर्मनी विश्व कप में चेक गणराज्य के साथ हुए ग्रुप मैच में वे गंभीर रूप से घायल हुए और इस विश्व कप के बाकी सभी मैचों को छोडना पडे ।विश्व कप के बाद नेस्टा ने राष्ट्रीय टीम से सदा से अलग रहने की घोषणा की ।
वर्तमान इटली टीम को सचमुच नेस्टा जैसे अनुभवी खिलाडियों की जरूरत है ।मुख्य कोच लिप्पी चाहते हैं कि नेस्टा ,फबिया कानावारो और चियलिनी मजबूत रक्षात्मक रेखा की स्थापना कर सकेंगे ।लिप्पी ने कई बार नेस्टा को राष्ट्रीय टीम वापल लौटने का निमंत्रण दिया ,पर नेस्टा को लौटने की इच्छा नहीं है ।लिप्पी ने कहा कि मुझे लगता है कि उन को वापस न लौटने का फैसला किया है ,क्योंकि मैं ने कई बार राष्ट्रीय टीम का महत्व दोहराया था ।इस के प्रति इटली टीम के पूर्व मुख्य कोच एंजो बेर्जोट ने कहा कि मैं नेस्टा का विचार नहीं समझ सकता ।यह अजीब बात है ।उस का वर्तमान फार्म बहुत अच्छा है ।अब लिप्पी को कोई उपाय नहीं है ।हमें नेस्टा का इंतजार करना है ।
विश्व कप के 80 वर्षों के इतिहास में सिर्फ दो टीमें चैंपियनशिप बनाए रखने में सफल रहीं ।वर्ष 1958 और वर्ष 1962 में ब्राजीली टीम ने दो बार विश्व कप जीता था ,जबकि इटली टीम ने वर्ष 1930 और वर्ष 1934 में लगातार दो बार विश्व कप अपने हाथ में ले लिया ।विश्लेषकों के विचार में ग्रुप एफ से निकलना इटली टीम के लिए कठिन नहीं होगा ।पर फिर एक बार विश्व कप जीतना इटली टीम के लिए अत्यंत मुश्किल होगा ।अगर इटली टीम ग्रुप एफ से निकली ,तो अगले दौर में उसे होलैंड या कामेरून से मिलने की संभावना है ।अगर इटली यह मैच जीत सके ,तो सेमिफाइनल में उसे शायद स्पैनिश टीम के साथ मुकाबला करना होगा ।यूरोपीय जुआ कंपनी विलिय्म हिल ने इटली टीम स्पैनिश टीम ,इंग्लैंड टीम ,ब्राजीली टीम व अर्जेंटीना टीम के बाद विश्व कप जीतने वाली संभावित टीमों की नामसूची में पांचवे स्थान पर रखा गया है ।
बाराग्वे टीम सात बार विश्व कप के फाइनल दौर में प्रवेश करने में सफल रही ।लेकिन उस का सब से अच्छा रिकार्ड सिर्फ दूसरे दौर में पहुंचना है ।इस विश्व कप के क्वालिफाइंग दौर में उस ने दक्षिण अमरीका क्षेत्र में तीसरे स्थान की हैसियत से दक्षिण अफ्रीका जाने की टिकट पायी ।विश्व रैकिंग में अब बाराग्ये 29वें स्थान पर है ।बाराग्ये का पहला मैच इटली के साथ होगा ।अगर इस मैच में उसे एक अंक पाया ,तो ग्रुप से निकलने का रास्ता आसान होगा ।
बाराग्वे के लिए अब सब से बडी समस्या है कि टीम के नंबर एक स्ट्राइकर सलवादोर कबनास घायल होने से दक्षिण अफ्रीका नहीं जा सकते ।इस जनवरी में वर्ष 2007 दक्षिण अमरीका के सब से श्रोष्ठ खिलाडी कबनास मैक्सिको एक पप में गोलामारी का निशाना बना और सिर पर चोट लगी ।इस तरह उन को दक्षिण अफ्रीका विश्व कप से विदाई लेना पडा ।
स्लोवाकियाई टीम एक जवान टीम है ।स्लोवाकियाई टीम के खिलाडियों की तकनीक इटली व बाराग्वे जैसे टीमों की तुलना में इतनी अच्छी नहीं है ।पर टीम के सदस्यों की एकता मजबूत है ।दक्षिण अफ्रीका में उस का प्रथम मैच न्यूजीलैंड के साथ होगा ।अगर उस ने इस मैच में तीन अंक पाये और अगले दो मैचों में उन का प्रदर्शन अच्छा रहेगा, तो ग्रुप एफ से निकलने की संभावना मौजूद है ही ।
न्यूजीलैंड टीम ग्रुप एफ में सब से कमजोर टीम है ।वर्ष 1982 के बाद यह न्यूजीलैंड टीम की दूसरी विश्व कप के फाइनल दौर की यात्रा होगी ।उसे ग्रुप से निकलने की बहुत कम संभावना है ।