पिछले साल नवम्बर में दक्षिण चीन के क्वांगचओ में आयोजित होने वाले 16वें एशियाड खेल के आगमन के लिए , चीनी राष्ट्रीय पुस्तकालय के आमंत्रण पर क्वांगचओ के बीते सौ साल नामक तेल चित्र प्रदर्शनी हाल ही में पेइचिंग में आयोजित हुई। दर्शकों ने प्रदर्शनी देखने के बाद कहा कि प्रदर्शनी में न केवल क्वांगचओ शहर के विकास व उसके इतिहास को दर्शाया है, बल्कि चीनी और पश्चिमी संस्कृति के बीच की टक्कर व मिलन को खूब अच्छी तरह दर्शाया है।
बीते सौ साल के क्वांगचओ इतिहास तेल चित्र प्रदर्शनी में कुल 26 तेल चित्रों को दर्शाया गया है, इन में वर्ष 1795 से 2010 तक के दो सौ सालों के बीच क्वांगचओ शहर के रूप और एतिहासिक दृश्य को प्रस्तुत किया है।
सभी उक्त 26 तेल चित्रों को क्वांगचओ कला संग्राहलय के उपाध्यक्ष, मशहूर तेल चित्र कलाकार फंग साओ ने निर्मित किए हैं। उन्होने हमारे संवाददाता से कहा कि दो साल पहले राष्ट्रीय पुस्तकालय व ग्रेट ब्रिटेन पुस्तकालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ब्रिटेन में सुरक्षित चीन के पुराने चित्रों की प्रदर्शनी क्वांगचओ में प्रदर्शित की गयी, इन में 100 से अधिक चित्र क्वांगचओ, हांगकांग और मकाओ के पुराने चित्र थें, जो सर्वप्रथम चीन में प्रदर्शित किए गए थे। उस समय इन तस्वीरों को देखने के बाद, मेरे दिल में भी क्वांगचओ के पुराने रूप व उसके इतिहास को दर्शाने की तमन्ना जाग उठी। उन्होने कहा चीन के आधुनिक इतिहास में क्वांगचओ का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण है। एशियाड खेल क्वांगचओ में आयोजित होने से दुनिया को क्वांगचओ के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी और वे नजदीक से क्वांगचओ को जान सकेंगे। मैंने अनेक दस्तावेजों का अध्ययन किया, लगभग रोजाना केवल दो तीन घन्टे ही सो पाता था, चित्रों को निर्मित करने का दौर बहुत ही कठोर रहा। कुछ रचनाओं में हमारे लिए इतिहास की कोई भी फोटो नहीं छोड़ी हैं। क्वांगचओ का पूर्ण दृश्य, वहां का मशहूर सान कू मन्दिर, उस समय कैमरा न होने की वजह से कोई फोटा नहीं ले सका , मैंने इतिहास दस्तावेजों पर निर्भर रहा कर, या फिर कुछ पुरानी कविताओं की समझ के आधार पर उस समय के क्वांगचओ का पूरा दृश्य अपने चित्र में उतारा है।
श्री फंग साओ द्वारा निर्मित क्वांगचओ के बीते सौ साल इतिहास तेल चित्र प्रदर्शनी में क्वांगचओ के मशहूर दृश्य हाएलओ , प्राचीन द्वार, फूल पगोडा तथा क्वांगचओ का पिछले एक सौ साल पुराना व्यापार व वाणिज्य स्थान 13वीं स्ट्रीट, छांगथी बड़ी सड़क तथा क्वांगचओ का एक सौ साल पुराना व्यापार केन्द्र स्थान का वाणिज्य बाजार, बन्दरगाह व होटल आदि एतिहासिक प्राचीन अवशेषों को भी उन्होने अपने तेल चित्र में जीते जागते रूप में दर्शाया है। दर्शक वांग येन ने हमारे संवाददाता को बताया कि इस तेल चित्र प्रदर्शनी ने न केवल क्वांगचओ के पहले व आज के जीवन को दर्शाया है, बल्कि लोगों की अनेक यादों को ताजा किया है। उन्होने कहा इस प्रदर्शनी से मुझे एहसास हुआ कि क्वांगचओ एक एतिहासिक शहर है, यह चीन राष्ट्र का इतिहास है। इतिहास को आगे बढ़ाने के लिए अक्सर कीमत चुकानी पड़ती है, और एक राष्ट्र की जागरूकता के लिए एक लम्बे समय की जरूरत होती है। मैं इन तस्वीरों से चीन के तेज विकास को महसूस कर सकता हूं, विशेषकर पिछले कुछ सालों का विकास, इन तेल चित्रों ने लोगों की दृष्टि में तीव्र रोशनी डाली है, इस से जाहिर है कि चीन का विकास सचमुच बाद में कितना तेज रहा है।
चीनी कला अनुसंधान अकादमी के प्रोफेसर वू वए सान का मानना है कि बीते सौ साल क्वांगचओ के इतिहास की तेल चित्र प्रदर्शनी हमें पुरानी यादों से एक नयी संस्कृति मूल्य वाले जीवन की ओर लेकर आती है, और याद दिलाती है कि क्वांगचओ का बीता जीवन पहले कैसा था और आज हमें किस दिशा में अग्रसर होना चाहिए। उन्होने इस पर चर्चा करते हुए कहा क्वांगचओ एक सदी के इतिहास में एक विशेष शहर रहा , उसकी विशेषता कहा पर हैं। यह पूर्व पश्चिम संस्कृति के मिलन की जगह है, सबसे पहले पश्चिम संस्कृति का अहसास होने वाली जगह है। इन तेल चित्रों में पश्चिम विद्या का पूर्व में प्रवेश करने के बाद के क्वांगचओ शहर के दृश्यों पर खास ध्यान दिया गया है, इन दृश्यों से चीन के समाज के परिवर्तन को देखा जा सकता है, इन में पश्चिम संस्कृति व चीनी संस्कृति के बीच वार्तालाप के दौर में उभरे नये नये नजारे देंखे जा सकते हैं। और तो और बीते पिछले एक सौ साल के दौर में चीन के समाज के विकास की परिस्थिति दिखाई गयी है। आज के हमारे नए युग में , इस तरह की मानव संस्कृति से जुड़े सोच विचार, विशेषकर शहर की सभ्यता की प्रगति के दौर में पश्चिम संस्कृति और चीनी संस्कृति के बीच की टक्कर, मिलन और अन्त में समंजस्य, जिसे आज के हमारे समाज को अवश्य नजर में रखना चाहिए।
पिछले साल के नवम्बर से इस साल मार्च तक, बीते सौ साल क्वांगचओ इतिहास की तेल चित्र प्रदर्शनी ब्रिटेन, हांगकांग में प्रदर्शित की गयी, इस पर लोगों ने भारी प्रतिक्रिया की। ब्रिटिश नागरिकों का मानना है कि प्रदर्शनी में पश्चिम सभ्यता के चीन में प्रवेश होने के एक दौर में चीन और पश्चिम संस्कृति के बीच उत्पन्न तीव्र टक्कर व इन दो संस्कृतियों के बीच की तुलना के दृश्यों को बड़ी अच्छी तरह दर्शाया है, समुद्रपार चीनी प्रवासियों को यह प्रदर्शनी बहुत प्यारी लगी, प्रदर्शनी ने उनके दिल में इतिहास की यादगारों की उमंग को जागृत किया और मातृभूमि के प्यार की तरंगो को ताजा किया है।
चीनी राष्ट्रीय पुस्तकालय के प्रभारी का मानना है कि इस प्रदर्शनी ने क्वांगचओ शहर के महान इतिहास और आज की शानदार प्रगति को बहुत ही शानदार तरीके से दर्शाया है, पेइचिंग में इस तेल चित्र को दर्शाने से पेइचिंग निवासियों को क्वांगचओ शहर की जानकारी पाने में मदद मिलेगी।
जानकारी के अनुसार, बीते सौ साल क्वांगचओ इतिहास की तेल चित्र प्रदर्शनी, पेइचिंग में प्रदर्शित होने के बाद, उसे अमरीका में भी प्रदर्शित किया जाएगा, फिर नवम्बर में वापस आकर क्वांगचओ एशियाड खेल के मेजबान शहर क्वांगचओ में प्रदर्शित की जाएगी।