चीन की 55 अल्पसंख्यक जातियों में 22 जातियों की आबादी 1 लाख से कम है, जिन्हें अपेक्षाकृत कम आबादी वाली जातियां माना जाता है। इस वर्ष चीनी प्रधान मंत्री की सरकारी कार्य रिपोर्ट में अपेक्षाकृत कम आबादी वाले जातीय क्षेत्रों के विकास को बढ़ाने का सुझाव पेश किया गया। इधर के दिनों में इन अल्पसंख्यक जातियों से आए सीपीपीसीसी के सदस्यों ने स्थानीय आर्थिक विकास के लिए अपने-अपने विचार प्रकट किये और अच्छे सुझाव भी दिए।
हज जाति चीन के उत्तर पूर्वी चीन में रहने वाली जाति है, जिस का लम्बा इतिहास है। 2000 की 5वीं राष्ट्रीय आबादी जांच से जाहिर हुआ है कि हज जाति की कुल आबादी 4640 है। पहले ये लोग मछली पकड़ कर जीवन निर्वाह करते थे। हज जाति के सदस्य, चीन के हैई लुंगच्यांग प्रांत की राओह काऊंटी के उप प्रधान फू कांग ने कहा कि चीन सरकार की अल्पसंख्यक जातियों का समर्थन करने की नीति से आजकल हज जाति क्षेत्र में यातायात की स्थिति एवं बुनियादी संरचनाओं के निर्माण में भारी सुधार हुआ है। लेकिन, अल्पसंख्यक जातियों के लोगों को समृद्ध बनाने के उद्योग का अभाव है, इसलिए, अल्पसंख्यक जाति क्षेत्र के लोगों का जीवन स्तर अपेक्षाकृत पिछड़ा रहा है। उन के अनुसार,
चीन सरकार को अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्र के समर्थन पर जोर देना चाहिए और अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों के लोगों एवं सुयोग्य व्यक्तियों के प्रशिक्षण कार्य को मजबूत करना चाहिए। चूंकि जातीय क्षेत्र का विकास सुयोग्य व्यक्तियों पर निर्भर करता है।हालांकि केंद्र सरकार की समर्थन की कुछ नीतियां एवं पूंजी के समर्थन से कुछ संरचनाओं की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है, फिर भी अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों को गरीबी से छुटकारा दिलाने के लिए सब से कुंजीभूत समस्या है कि लोगों के कौशल बढ़ाए जाएं। यदि अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों के लोगों के कौशल बढ़ते हैं और उन्हें समृद्ध बनाने वाले उद्योग मौजूद हैं, तो अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों में सच्चे माइने में तेज़ विकास किया जा सकेगा।
श्री फू कांग ने यह भी कहा कि हज जातीय क्षेत्र की पारिस्थितिकी स्थिति बहुत अच्छी है और पर्यटन संसाधन भी प्रचुर हैं। पर्यटन व्यवसाय के विकास से न केवल स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ सकती है, बल्कि हज जाति की परम्परागत संस्कृति का प्रसार भी किया जा सकता है। उन का कहना है,
इधर के वर्षों में हम ने कुछ कदम उठाए हैं। मिसाल के लिए, हम ने अल्पसंख्यक जातीय लोगों की भूमि को खेती के लिए कई किसानों को दिया और कुछ श्रमिकों को खासकर पर्यटन से संबंधित उद्योगों में भेजा। वे हस्तशिल्प की प्रोसेसिंग व बिक्री करते हैं, पर्यटन से संबंधित रेस्तरां व होटल चलाते हैं। इन लोगों की आमदनी में भारी वृद्धि हुई है। बाहरी दुनिया से संपर्क करने के बाद उन के विचारों में भी परिवर्तन आया है। उन का आत्म विकास की बढ़ा है।
श्रोताओं, दक्षिण चीन के युन्नान प्रांत के नू च्यांग प्रिफेक्चर में रहने वाली नू जाति की आबादी लगभग 30 हजार है। वहां प्रचुर प्राकृतिक संसाधन हैं और पर्यटन संसाधन भी बहुत हैं। लेकिन, परम्परागत खेती का काम हाल में वहां का प्रमुख व्यवसाय है। स्थानीय लोगों का जीवन स्तर अपेक्षाकृत पिछड़ा है। नू च्यांग प्रिफेक्चर से आए एनपीसी के सदस्य फडं च्याओछींग ने कहा कि पिछडेपन का मुख्य कारण स्थानीय यातायात की खराब स्थिति है। उन के अनुसार,
हम आशा करते हैं कि चीन की केंद्र सरकार 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान नू च्यांग जातीय प्रिफेक्चर क्षेत्र की बुनियादी संरचनाओं के निर्माण में और ज्यादा पूंजी डालेगी। मैं ने भी इस से संबंधित एक रिपोर्ट लिखी है। आशा है कि न केवल हमारी नू जाति, बल्कि नू च्यांग प्रिफेक्चर देश की 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान गरीबी उन्मूलन का महत्वपूर्ण क्षेत्र बन जाएगा।
साला जाति चीन के छिन हैई प्रांत की श्वन ह्वा साला जातीय स्वायत काऊंटी में रहती है, जिस की आबादी 10 हजार से कम है। साला जाति के सीपीपीसीसी के सदस्य, छिन हैई प्रांत के उद्योग व वाणिज्य संघ के उपाध्यक्ष हैन शींगवांग ने कहा कि देश के पश्चिमी भाग के जोरदार विकास से अपेक्षाकृत कम आबादी वाली अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों के विकास की नीति तक, साला जाति को देश की अनेक नीतियों का समर्थन मिला है। सड़क उन घर तक पहुंच गई है,साफ पानी उपलब्ध है। स्थानीय लोगों के जीवन में भारी सुधार आया है।
स्थानीय सब से मशहूर निजी कारोबार---शींग वांग ग्रुप के डायरेक्टर हैन शींगवांग ने कहा कि सरकार के समर्थन से निजी कारोबारों का विकास साला आदि अपेक्षाकृत कम आबादी वाली जातियों के तेज़ विकास का माध्यम रहा है। उन के अनुसार,
सरकार के समर्थन से ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ किसानों ने खेती के काम से छुटकारा पाकर निजी कारोबारों में काम करना शुरु किया है। निजी कारोबार, मझौले व छोटे कारोबार के विकास से लोगों के जीवन स्तर बढ़ाया जा सकता है। साला जाति के लोग बहुत मेहनती हैं।मुझे विश्वास है कि भविष्य में हम जरूर गरीबी से छुटकारा पा सकेंगे और देश के अपेक्षाकृत विकसित क्षेत्र एवं काऊंटियों में भाग ले सकेंगे।
श्रोताओं, चीन की 22 अपेक्षाकृत कम आबादी वाली अधिकांश जातियां चीन के सीमांत क्षेत्रों में हैं। अल्पसंख्यक जातियों की भाषा व संस्कृति की श्रेष्ठता का प्रसार करके सीमांत क्षेत्रों के व्यापार का जोरदार विकास करना स्थानीय महत्वपूर्ण आर्थिक विकास की रणनीति भी है। सिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश के उत्तर पश्चिमी भाग में स्थित ईली हाजाक स्वायत प्रिफेक्चर में रूसी जाति, टटाल जाति एवं उज्बेक जाति आदि कई 20 हजार से कम आबादी वाली जातियां रहती हैं। उन में से अधिकांश पिछली शताब्दी की शुरुआत में सोवियत या मध्य एशिया के देशों से सिनच्यांग में आने वाले लोग हैं, इसलिए, जातीय भाषा, संस्कृति एवं रीति रिवाज़ों में वे मध्य एशियाई देशों के बराबर हैं। इन श्रेष्ठताओं का प्रयोग करके इधर के वर्षों में स्थानीय आर्थिक विकास के तरीकों में भी परिवर्तन आया है।
कई वर्षों के तेज़ विकास के बाद ईली प्रिफेक्चर में उत्पादन, प्रोसेसिंग एवं निर्यात आदि का बाह्य उद्योग का ढांचा खड़ा किया गया है। वर्ष 2008 में ईली क्षेत्र में निर्यात रक्म 13 करोड़ अमरीकी डॉलर तक पहुंची थी, जो वर्ष 2007 की तुलना में 83.4 प्रतिशत अधिक है।
सीपीपीसीसी के सदस्य, ईनींग शहर के रूसी स्कूल के प्रधान लुनिओव निकोलाई इवेनोविच ने संवाददाता को बताया कि उन के स्कूल में प्रशिक्षित रूसी व चीनी भाषा जानने वाले सुयोग्य व्यक्तियों ने स्थानीय आर्थिक विकास में बड़ा योगदान दिया है। उन के अनुसार,
अब हम सीमांत क्षेत्र का विकास मुख्यतः सीमांत व्यापार एवं केंद्र सरकार द्वारा हमें दी गयी कुछ उदार नीतियों पर निर्भर करता है।
श्री निकोलाई इवेनोविच ने कहा कि स्थानीय सरकार अक्सर मध्य एशियाई देशों की संस्कृति व कला क्षेत्र के लोगों को ईली का दौरा करने, यात्रा करने एवं आदान-प्रदान करने के लिए आमंत्रित करती है। सांस्कृतिक आवाजाही से आर्थिक विकास ईली स्वायत प्रिफेक्चर एवं मध्य एशियाई देशों के बीच सीमांत व्यापार को प्रगाढ़ करने का अच्छा तरीका बन गया है।