चीन के 12 वर्ष-प्रतीक हैं- चूहा, बैल, बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, बकरा, बंदर, मुर्गा, श्वान और सुअर। ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार पशुओं को प्रतीक मानकर वर्षों को विभाजित करना प्राचीन चीन की मुख्य जाति हान और कुछ अल्पसंख्यक जातियों के वर्षों की गणना के तरीकों का संगम है। यह कथा भी प्रचलित है कि यह तरीका भारत से चीन आया। तो आइए हम आपको यह सुनाने लिए चलते हैं कि चीनी लोग इस सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार की खुशियां कैसे मनाते हैं ।
सबसे पहले हम आपको वसंत त्यौहार के बारे में बताने जा रहे हैं। जैसा कि आपको मालूम ही होगा कि क्रिस्मस पश्चिम के लोगों के लिए कितना अहम पर्व है, तो वसंत भी चीनियों के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है। चीनी लोग इस त्यौहार की खुशियां बड़े धूमधाम से मनाते हैं। हालांकि समय बदलने के साथ वसंत त्यौहार के स्वरूप में भी बदलाव आया है, पर इस त्यौहार मनाने के तौर-तरीके अब भी बरकरार हैं और चीनी लोगों के मन में इसका विशेष स्थान हासिल है। इस वर्ष यह परम्परागत त्यौहार 14 फरवरी यानी चीनी पंचाग के अनुसार नव वर्ष के पहले महीने के पहले दिन पड़ रहा है।
लीजिए अब इसी खुशी में गीत सुनिए।
गीत का बोल है सुखी हूं , मैं इतना सुखी महसूस कर रहा हूं , मानो मैं टाफी के मिठास में पिघल गया हूं , मैं खुश हूं , खुशी के मारे सड़कों पर लोगों का चेहरा खिला हुआ नजर आ रहा है। हमारी शुभकामना है कि आप भी नव वर्ष में सुखी व खुश रहें ।
वसंत त्यौहार के उपलक्ष्य में चीन के विभिन्न क्षेत्रों में रंगारंग कार्यक्रम आयोजित करने की परम्परा चली आ रही है । इनमें अपने सुख चैन के लिये भगवान बुद्ध और अपने पूर्वजों की पूजा की जाती है । पर्व का दिन नजदीक आने के साथ साथ खुशियां मनाने की तैयारियां भी जोरों पर हैं । चीनी पंचांग के अनुसार 23 दिसंबर को वसंत का आगमन दिन यानी सफाई का दिन माना जाता है। इसी दिन सभी परिवार अपने घरों की पूरी सफाई करने के साथ-साथ बर्तन व कपडों की धुलाई भी करते हैं। मतलब है कि बीते साल के सभी मन मुटाव पूरी तरह अपने घर से बाहर निकाले जाते हैं। फिर नव वर्ष की खुशियां मनाने के लिये नये कपड़े , टोपी , जूते और मिठाइयां खरीदते हैं।
जी हां , सभी लोग अपने घर की सजावट करना भी नहीं भूलते । वे अपने घर के गेट के बीचों-बीच फू यानी सुख और गेट की दोनों ओर मंगलसूचक छुन ल्येन लगा देते हैं , साथ ही कमरे की दीवार पर रंगबिरंगे चित्र , कागज कटाई और बरामदे पर लाललाटेन भी लटकाते हैं , ताकि सभी त्यौहार के उल्लासपूर्ण लहरों में डूब सके । आइये इसी खुशी में हम आपको ढेर सारी शुभकामनाएं देने के लिये एक गीत सुनाते हैं। , गीत का शीर्षक है सुखी सितारा । हम कामना करते हैं कि इस गीत का मजा़ लेने से नव वर्ष में आप और सुखी हो ।
गीत के बोल हैं कामना है कि आप नव वर्ष में सुख चैन हो और सपरिवार समृद्ध व खुशहाल हो और पारिवारिक जीवन शहद जितना मीठा हो ।
साल भर मनाए जाने वाले सभी पर्वों में वसंत त्यौहार सबसे प्रमुख है , साल के पूरे 365 दिनों में वसंत त्यौहार की पूर्ववेला का दिन सबसे महत्वपूर्ण है । क्योंकि यह बीते साल का अंतिम दिन होने के साथ-साथ नव वर्ष का पहला दिन भी है । चीनी लोगों के बीच अभी भी यह परम्परा बनी है कि परिवार का कोई भी सदस्य नौकरी या किसी काम के लिये बाहर ही क्यों न रहे, वह वसंत त्यौहार की खुशियां मनाने के लिये अवश्य वापस घर लौटता है। और सभी के साथ बैठकर नव साल के स्वादिष्ट भोजन का मजा़ लेता है । लीजिये सुनिये इसी से जुड़ा एक गीत। उसका शीर्षक है कि पैसा हो न हो , वसंत त्यौहार की खुशियों में घर लौट जाओ ।
चीनी लोगों में यह परम्परा भी बरकरार है कि वसंत त्यौहार की खुशियों में रिश्तेदार व मित्र एक दूसरे को मुबारकबाद व गिफ्ट देते हैं । गिफ्ट चाहे महंगा हो या सस्ता हो , वह हार्दिक भावना व मित्रता का प्रतीक है, जो कि काफी मूल्यवान समझा जाता है । जैसा कि छोटा गिफ्ट गीत में गाया जाता है,हालांकि यह गिफ्ट छोटा हल्का है , पर वह आपके प्रति मेरा आदर भाव है । यह गिफ्ट मंहगा नहीं है , पर वह मजबूत दोस्ती का प्रतीक है। हालांकि वह कोई शानदार गिफ्ट नहीं है , पर कृपया आप उसे तुच्छ न समझकर स्वीकार करें । आइये वसंत त्यौहार के आगमन पर यह गीत सुनिए और हमारा छोटा गिफ्ट भी स्वीकार कीजिए।
नए साल के इस खुशी के मौके पर आपको सीआरआई की ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि आप अपने परिवार के साथ सुखी रहकर जिंदगी का मजा़ उठाएंगे।