कनाडा के वैंकूवर में चल रहे शीतकालीन ऑलंपिक में चीनी खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में बीस फरवरी को चो यांग ने महिला स्पीड स्केटिंग की 1500 मीटर स्वर्द्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। इतना ही नहीं वे 2मिनट 16.993 सेकेंड के साथ नया ऑलंपिक रिकार्ड कायम करने में भी सफल रही। इसमें दो दक्षिण कोरियाई खिलाडी़ दूसरे व तीसरे स्थान पर रहीं । फाइनल में चो यांग का प्रदर्शन बेहतरीन रहा।
इनामी मंच पर 18 वर्षीय चो यांग शांत व संभली दिखाई दीं ,लेकिन फाइनल मैच जीतने के बाद उनकी आंखों में आंसू छलक आए। उन्होंने मीडिया को बताया ,मैं बहुत खुश हूं ।जब मैंने अंतिम लाइन पास की ,तो मुझे भी पता नहीं था कि आंसू क्यों निकले। मेरी खुशी सातवें आसमान पर थी । अपने प्रशिक्षक व साथियों के साथ गले लगते समय मैंने संभलने की कोशिश की ,पर आंसू रुक नहीं रहे थे।
1500 मीटर स्पीड स्केटिंग का फाइनल मैच असल में चीन व दक्षिण कोरिया के बीच का मुकाबला रहा। गौरतलब है कि महिला शार्ट कोर्स 1500 मीटर स्पीड स्केटिंग पहली बार वर्ष 2002 में शीतकालीन ऑलंपिक में शामिल किया गया। वर्ष 2002 सोल्ट लेक सिटी शीतकालीन ऑलंपिक और वर्ष 2006 टुरिन ऑलंपिक में दक्षिण कोरियाई खिलाडियों ने दो बार इस इवेंट के स्वर्ण व रजत पदक अपने नाम किये। लेकिन साल 2006 के बाद इस इवेंट में चीनी खिलाडियों का स्तर ऊंचा होने के साथ ही चीन और दक्षिण कोरिया का मुकाबला कड़ा होता गया।
वैंकूवर ऑलंपिक में महिला 1500 स्पीड स्केटिंग स्पर्द्धा में चीनी टीम की तीन खिलाडियों ने भाग लिया। इसमें चो यांग के अलावा टीम की कप्तान वांग मंग और युवा खिलाडी सुन लिन लिन थीं । उधर दक्षिण कोरियाई टीम ने चोटी की तीन खिलाडियों को यहां भेजा। तीनों कोरियाई खिलाडियों का आपसी तालमेल काफी अच्छा है।
क्वालिफाइंग मैच में 6 चीनी व दक्षिण कोरियाई खिलाडी़ आसानी से अगले दौर में पहुंच गई। सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरियाई टीम हावी रही । सेमीफाइनल के पहले ग्रुप के मैच में चीनी युवा खिलाडी सुन लिन लिन सिर्फ 0.035सेकेंड से अपनी प्रतिद्वंदियों से हार गयीं और फाइनल में नहीं पहुंच सकीं । जबकि दूसरे ग्रुप में एक अमेरिकी खिलाडी अचानक गिर गयीं । उनकी चीनी खिलाडी वांग मंग और एक दक्षिण कोरियाई खिलाडी से टक्कर हो गई। इससे वांग मंग और दक्षिण कोरियाई खिलाडी भी गिर पडीं । मैच के बाद रेफरी ने कई बार वीडियो देखकर फैसला लिया कि वांग मंग फाउल रही,इसलिए उनको बाहर भेज दिया गया । उस वक्त तीसरे ग्रुप के मैच में खेल रहीं चो यांग नर्वस हो गई। इस वाकये को याद करते हुए उन्होंने बताया ,दूसरे ग्रुप के मैच से पहले वांग मंग ने मुझे मैच न देखने को कहा । उन्हें चिंता थी कि मैच देखकर मैं नर्वस हो जाऊंगी। लेकिन मैं अपने को नियंत्रित नहीं कर सकी और मैच देखा । जब मैंने उसे गिरते हुए देखा ,तो मैं बहुत चिंतित थी। इसी कारण सेमीफाइल में मेरा प्रदर्शन इतना अच्छा नहीं रहा ।
फिर भी चो यांग फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही। फाइनल मुकाबले की स्थिति काफी रोमांचक व चुनौतीपूर्ण लगी। सभी तीनों दक्षिण कोरियाई खिलाडि़यों ने फाइनल में प्रवेश किया । तीन कोरियाई खिलाडि़यों को हराना एक असंभव काम के बराबर है ,क्योंकि वे फाइनल में बेहतर आपसी तालमेल रख सकती थीं । इसके बारे में चो यांग ने कहा ,वास्तविकता ऐसी थी, मैं अकेली थी। दक्षिण कोरिया की तीन खिलाडियों से पार पाना काफी मुश्किल था। लेकिन 1500 मीटर चैंपियनिशिप जीतना मेरा एक सपना था। मैंने दिल में खुद को बार बार बताया कि अपने पर विश्वास होना चाहिए ,मैं जीत सकती हूं।
फाइनल मुकाबले में तीनों कोरियाई खिलाडियों ने एक के बाद एक लीडिंग करने और नियमों के दायरे में चो यांग को रोकने में सहयोग किया ।पर मजबूत मनोबल और शक्ति के चलते चो यांग ने मैच में चीनी खेल प्रेमियों को अप्रत्याशित खुशियां दिलाई। अंतिम तीन सर्कल में चो यांग ने सभी खिलाडियों को पीछे छोड दिया और अंत में सबसे पहले फिनिश लाइन पास की ।
चो यांग की जीत की चर्चा करते हुए उनके कोच ली यान ने बताया, इससे पहले चीनी शार्ट कार्स स्पीडिंग टीम ने इस इवेंट पर कोई स्वर्ण पदक नहीं जीता था। इस बार हमारी युवा खिलाडी ने बहुत मजबूत खिलाड़ियों को हराकर शानदार जीत हासिल की ।
हालांकि इस परिणाम के बाद दक्षिण कोरियाई टीम थोडी़ निराश दिखी। पर उन्होंने भी चो यांग को बधाई दी । दक्षिण कोरियाई खिलाडी पार्क सुंग ही ने बताया ,इस इवेंट में हमारा दबदबा रहा। हमने पिछले ऑलंपिकों में सभी स्वर्ण व रजत पदक जीते थे। मगर आज चो यांग ने चैंपियनिशिप जीती ,हम उनको बधाई देते हैं। हम मैच पर नियंत्रण करने में असफल रहीं । भविष्य में हमारे पास भी स्वर्ण पदक जीतने का मौका होगा ।