ऑस्ट्रिया के विएना में आयोजित हो रहे अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के परिषद सम्मेलन में 27 नवंबर को पक्ष में दो तिहाई से ज्यादा के बहुमतों से ईरान की परमाणु समस्या पर प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें ईरान से अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ चतुर्मुखी रूप से सहयोग करने और अपनी परमाणु योजना से जुड़े सभी सवाल स्पष्ट करने की मांग की गयी है। वर्ष 2006 के फरवरी से अब तक अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की परिषद ने प्रथम बार ईरान की परमाणु समस्या पर प्रस्ताव पारित किया है।
ब्रिटिश विदेशमंत्री डेविड मिल्लीबांड ने उसी दिन कहा कि ब्रिटेन व अन्य देश ईरान द्वारा सार्थक जवाब देने की प्रतीक्षा में हैं। लेकिन अगर ईरान ऐसा करने से इन्कार करे तो हम ईरान पर लगातार दबाव डालेंगे।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी स्थित ईरानी राजदूत सोल्टानीह ने प्रस्ताव पारित होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि परिषद द्वार इस प्रस्ताव को पारित करना न सिर्फ निराशाजनक है , साथ ही यह एक राजनीतिक कार्यवाही है। ईरान इस प्रस्ताव पर अमल नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ईरान व अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी के बीच सहयोग सीमित हो जाएगा । फिर भी ईरान की परमाणु योजना जारी रहेगी। (मीनू)