यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है । श्रोताओं को पवन की नमस्ते। विदेशी दोस्तों की निगाहों में चीन कार्यक्रम सुनने के लिए आप का स्वागत। आज आइए, सुनिए, पाकिस्तान में चीनी भाषा पढ़ने का जोश भरा नामक एक रिपोर्ट।
श्रोता दोस्तो, चीन और पाकिस्तान पड़ोसी देश हैं। दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध होते हैं। दोनों देशों के बीच आदान प्रदान घनिष्ठ होने के साथ साथ पाकिस्तान में बहुत लोग भी चीनी भाषा पढ़ने लगे। पाकिस्तान के रास्ते में चलते समय बहुत पाकिस्तानी दोस्त भी चीनी भाषा में संवाददाता से बोलते हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय अधुनिक भाषा विश्वविद्यालय में इस्लामाबाद कन्फ्यूशियस कालेज का स्थापित करने से बहुत पाकिस्तानी दोस्तों के लिए चीनी भाषा पढ़ने का एक सब से अच्छा मौका दिया गया। यह कालेज दोनों देशों के बीच दोस्ती व आदान प्रदान मजबूत करने के लिए एक पुल जैसा है। लीचिए, सुनिए, हमारी संवाददाता जांग ज्वयान द्वारा पाकिस्तान से दी गयी एक रिपोर्ट।
यह चीनी गीत पाकिस्तानी बच्चे गाते हैं। वे इस्लामाबाद कन्फ्यूशियस कालेज के कनिष्ठ वर्ग क्लास के छात्र हैं। सन् 2005 में इस्लामाबाद कन्फ्यूशियस कालेज स्थापित किया गया। सन् 2007 में यह कालेज औपचारिक रूप से खोला गया। दो सालों में बहुत छात्र इस कालेज में चीनी भाषा पढ़ने के लिए आते हैं। चीन से गए इस्तामाबाद कन्फ्यूशियस कालेज के प्रधान डाक्टर फू शू वेयी ने परिचय देते हुए यह कहा
हमारे छात्र की संख्या देसक व्यक्ति से 300 तक बढ़ी। हमारे कालेज के क्षेत्र भी पाकिस्तान के राष्ट्रीय अधुनिक भाषा विश्वविद्यालय में एक स्कूल से इस्लामाबाद और लाहौर के 6 स्कूल तक विस्तार किए गए। अध्यापक की संख्या भी 2 से 6 तक बढ़ी। क्लास में व्यापार चीनी भाषा, बोलनेवाली चीनी भाषा, अध्यापक प्रशिक्षण, डाक्टर आदि 10 से अधिक पाठ्यक्रम शामिल हैं। कालेज के छात्रों में बच्चे, व्यापारी, कारोबार के कर्मचारी, सरकार के अधिकारी आदि शामिल हैं। हम ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति के चीनी समस्या के विशेष दूत को भी चीनी भाषा की पढ़ाई दी।
सुश्री टाहिरा नावीद ने इस कन्फ्यूशियस कालेज में दो सालों के लिए चीनी भाषा पढ़ी है। उन्होंने अपने आप को एक चीन लान नामक चीनी नाम दिया। उन के पति पाकिस्तान का एक राजनयिक है। वे अपने पति के साथ चीन के पेइचिंग में तीन सालों के लिए जीवन बिताया है। इस्लामाबाद में वापस जाकर वे कन्फ्यूशियस कालेज की एक छात्रा बनी।
मैं चीनी भाषा बहुत पसंद करती हूं। मैं चीनी लोगों को भी पसंद करती हूं। चीनी भाषा पढ़ने के बाद मुझे लगता है कि चीनी भाषा लिखना बहुत दिलचस्प है। बहुत पाकिस्तानी लोग चीनी भाषा और चीन का संस्कृति को पसंद करते हैं।
कन्फ्यूशियस कालेज के पाकिस्तानी के नेता, पाकिस्तान के राष्ट्रीय अधुनिक भाषा विश्वविद्यालय के प्रधान श्री अजीज ने पाकिस्तान में कन्फ्यूशियस कालेज खोलने का स्वागत करते हैं। उन के विचार में चीन पाकिस्तान का सब से अच्छा दोस्त है। दोनों देशों के बीच ज्यादा आदान प्रदान करना चाहिए। इसलिए एक भाषा कालेज खोलना बहुत जरुर है। उन्होंने यह कहा
चीन के चीनी भाषा कार्यालय ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय अधुनिक भाषा विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस कालेज खोने का फैसला बहुत अच्छा है। सिर्फ भाषा पढ़ने से दोनों देशों के बीच आदान प्रदान मजबूत करना सकेगा। अगर हम एक ही भाषा बोलते हैं दो हम एक दूसरे को समझ सकेंगे।
कन्फ्यूशियस कालेज की अध्यापिका सुश्री रुखसाना भी चीन का संस्कृति को बहुत पसंद करती हैं। इस वजह से वे एक चीनी भाषा की अध्यापिका बन गयी। उन के लिए चीनी भाषा पढ़ाना एक बहुत दिलचस्प की बात है। उन्होंने चीनी भाषा में यह कहा
मैं अध्यापिका का काम बहुत पसंद करती हूं। क्योंकि मुझे लगता है कि चीन मेरी दूसरी मातृभूमि है। मैं पेइचिंग में 7 सालों के लिए रही थी। पेइचिंग तो मेरा घर जैसा है। मेरे विचार में एक देश की भाषा व संस्कृति पढ़ना बहुत महत्वपूर्ण और दिलचस्प है।
डाक्टर फू शू वेयी ने परिचय देते हुए यह कहा कि इस्लामाबाद कन्फ्यूशियस कालेज सांस्कृतिक आदान प्रदान गतिविधियों को संगठित करने पर महत्व देता है। चीनी भाषा पढाना और सांस्कृतिक आदान प्रदान मजबूत करना कन्फ्यूशियस कालेज के विकास के दो रास्ता हैं। उन्होंने यह कहा
इन दोनों सालों में हम ने विभिन्न सांस्कृतिक आदान प्रदान गतिविधियों को संगठित किया। जिन में ऑलंपिक प्रश्नोत्तरी, वृक्षारोपण, मध्य शरद दिवस व वसंत त्योहार आदि चीनी दिवस के समारोह शामिल हैं। पाकिस्तानी दोस्त इन गतिविधियों को बहुत पसंद करते हैं।
भविष्य में इस्लामाबाद कन्फ्यूशियस कालेज के विकास पर श्री अजीज के मन में बड़ी उम्मीद है। उन्होंने प्रसन्नता से कहा
इस्लामाबाद कन्फ्यूशियस कालेज का एक बहुत उज्ज्वल भविष्य होता है। हम इस कन्फ्यूशियस कालेज के विकास आगे बढ़ाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। अब हम विश्व के 350 से अधिक कन्फ्यूशियस कालेजों में दूसरा नंबर बन गए। भविष्य में हम जरूर नंबर 1 बन सकेंगे।
अच्छा श्रोता दोस्तो, विदेशी दोस्तों की निगाहों में चीन कार्यक्रम आज यहीं समाप्त होता है । अब पवन को आज्ञा दें, नमस्कार ।